सत्र 22 (Mind Jar)


समय वितरण: 
1. a. माइंडफुल चेक-इन (Mindful Check In): 3-5 मिनट
 b. ध्यान देने की प्रक्रिया पर चर्चा: 10 मिनट
 2. a. Mind Jar: 5 मिनट
 b. Mind Jar पर चर्चा: 15 मिनट
3. Silent Check Out: 1-2 मिनट

1 a) माइंडफुल चेक-इन (Mindful Check In): 3-5 मिनट 
उद्देश्य: इस गतिविधि के माध्यम से शिक्षक विद्यार्थियों को ध्यान देने की कक्षा के लिए तैयार करेंगे।
गतिविधि के चरण 
  • शिक्षक विद्यार्थियों को बताएँ कि इस गतिविधि के द्वारा विद्यार्थी अपना ध्यान पहले से कर रहे कार्य से हटाकर, वर्तमान में लेकर आते हैं। इसका अभ्यास विद्यार्थी कभी भी, कहीं भी कर सकते हैं। 
  • शिक्षक सभी विद्यार्थियों से कहें कि वे आरामदायक स्थिति में बैठकर, चाहें तो कमर सीधी करके आँखें बंद कर लें। अगर किसी को आँखें बंद करने में मुश्किल महसूस हो रही हो तो वह नीचे की ओर देख सकता है। 
  • विद्यार्थियों से कहें कि वे अपने हाथ डेस्क पर या अपने पैरों पर रख सकते हैं। 
  • शिक्षक विद्यार्थियों से कहें कि हम शुरूआत माइंडफुल चेक इन गतिविधि से करेंगे। यह गतिविधि हम लगभग 3 मिनट तक करेंगे। 
  • विद्यार्थियों से कहें कि वे अपना ध्यान पहले अपने आसपास के वातावरण में उत्पन्न हो रही आवाज़ों पर ले जाएँ और उसके बाद अपनी साँसों की प्रक्रिया पर ले जाएँगे। 
  • विद्यार्थियों को बताएँ कि ये आवाज़ें धीमी हो सकती हैं...या तेज़, रुक-रुककर आ सकती हैं...या लगातार। 
(20 सेकंड रुकें)
  • विद्यार्थियों से कहें कि जैसी भी हों, इन आवाज़ों के प्रति सजग हो जाएँ। ध्यान दें कि ये आवाज़ें कहाँ से आ रही हैं। 
(30 सेकंड रुकें)
  • विद्यार्थियों से कहें कि अब वे अपना ध्यान अपनी साँसों पर लेकर जाएँ। साँसों के आने और जाने पर ध्यान दें। 
  • विद्यार्थियों को बताएँ कि वे साँसों को किसी प्रकार बदलने की कोशिश न करें। केवल अपनी साँसों के प्रति सजग हो जाएँ। 
(10 सेकंड रुकें)
  • विद्यार्थियों से कहें कि वे ध्यान दें कि साँस कब अंदर आ रही है और कब बाहर जा रही है। अंदर आने और बाहर जाने वाली साँस में कोई अंतर है या नहीं। क्या ये साँसें ठंडी हैं या गरम...तेज़ी से आ रही हैं या आराम से….हल्की हैं या गहरी। 
  • विद्यार्थियों से कहें कि वे अपनी हर साँस के प्रति सजग हो जाएँ। (20 सेकंड रुकें) 
  • अब विद्यार्थियों से कहें कि वे धीरे-धीरे अपना ध्यान अपने बैठने की स्थिति पर ले आएँ और जब भी ठीक लगे, वे अपनी आँखें खोल सकते हैं। 
  क्या करें और क्या नहीं करें: 
  • चेक इन शुरू करने के पहले विद्यार्थियों को अपनी जगह पर आराम से बैठने का वक़्त दें। 
  • गतिविधि के दौरान यदि किसी विद्यार्थी का ध्यान आपको भटकता हुआ प्रतीत हो तो उसका नाम लिए बिना, पूरी कक्षा को ध्यान देने के लिए कहें। 
1 b) ध्यान देने की प्रक्रिया पर चर्चा: 10 मिनट 
उद्देश्य: माइंडफुलनेस की प्रक्रिया और उसके फ़ायदों पर विद्यार्थियों के अनुभव जानना।
 चर्चा के लिए प्रस्तावित बिंदु: 
  • विद्यार्थियों को 2-3 मिनट माइंडफुलनेस गतिविधियों से स्वयं में आए बदलावों के बारे में सोचने के लिए कहें। पिछले सप्ताह की गई माइंडफुलनेस गतिविधि के अनुभव और अभ्यास के बारे में सोचने के लिए कहें। यह भी सोचें कि इस गतिविधि का प्रयोग हैप्पीनेस पीरियड के अलावा कब और किस प्रकार किया। 
  • शिक्षक इसके पश्चात विद्यार्थियों से चर्चा कर सकते हैं कि माइंडफुलनेस सीखने से विद्यार्थी अपने जीवन में क्या सुधार महसूस कर रहे हैं। ○ मन के अंदर तनाव की कमी ○ क्लास में ध्यान देने में मदद ○ इस बात का एहसास होना कि मेरे अंदर क्या चल रहा है (सुख, दुःख, क्रोध आदि) 
  • विद्यार्थियों से कहें कि वे अपने विचार अपनी नोटबुक में लिख सकते हैं। इसके बाद कुछ विद्यार्थियों को अपने विचार साझा करने के लिए कहें। 
  • इस दौरान माइंडफुलनेस गतिविधि से संबंधित विद्यार्थियों के विशेष अनुभव, चुनौतियों या प्रश्नों पर भी चर्चा की जा सकती है। 
  • माइंडफुलनेस पर विद्यार्थियों द्वारा लाए गए आर्टिकल्स (articles) पर चर्चा करें। 
क्या करें और क्या नहीं करें: 
  • हर हफ्ते विद्यार्थियों से कहें कि वे माइंडफुलनेस पर कुछ अच्छे आर्टिकल्स (articles) ढूँढकर लाएँ जिस पर क्लास में चर्चा की जा सके। 
  • सभी विद्यार्थियों को उत्तर देने के लिए प्रेरित करें। 
  • जो विद्यार्थी इस भाग में उत्तर देने में संकोच महसूस कर रहे हैं, वे अपने विचार कहीं लिख सकते हैं। 
  • शिक्षक विद्यार्थियों के सभी उत्तरों को स्वीकार करें। 
2. a. Mind Jar: 5 मिनट 
उददेश्य: असहज विचार एवं भावनाओं का मन की स्थिति पर प्रभाव समझना।
आवश्यक सामग्री: 
  • पारदर्शक (transparent) बोतल 
  • एक मुट्ठी मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर 
गतिविधि के चरण: 
  • शिक्षक विद्यार्थियों को निम्नलिखित प्रयोग करके दिखाएँ- 
  • पानी से आधी भरी एक बोतल विद्यार्थियों को दिखाएँ। विद्यार्थियों से पूछें कि क्या वे बोतल के उस पार देख सकते हैं? क्या बोतल में पानी स्थिर एवं साफ़ है? 
  • शिक्षक विद्यार्थियों को बताएं कि ऐसे ही स्थिति हमारे मन की होती है जब हम शांत एवं स्थिर होते हैं। 
  • अब बोतल में एक मुट्ठी मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर डालें या विद्यार्थियों से डलवाएँ, और फिर बोतल के ढक्कन को कस के बंद कर दें। 
  • अब बोतल को हिलाएँ। जैसे-जैसे मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर पानी में मिलने लगे, विद्यार्थियों से बोतल को ध्यान से देखने को कहें। अब पुनः विद्यार्थियों से पूछें कि उन्हें पानी कैसा लग रहा है? (विद्यार्थी देख सकते हैं अब पानी साफ़ नहीं है। पानी गंदा एवं गंधला हो गया है।) 
  • विद्यार्थियों को बताएँ कि ठीक इसी प्रकार जब हम उदास, क्रोधित, चिंतित और बेचैन होते हैं। उस समय हम ठीक से सोच नहीं पाते और सही-ग़लत का निर्णय लेने की स्थिति में नहीं होते हैं। 
  • अब उस बोतल को मेज़ पर रख दें और विद्यार्थियों को अपना ध्यान साँस पर ले जाते हुए पाँच लंबी गहरी साँसें लेने को कहें। 
  • शिक्षक विद्यार्थियों को कहें कि अब वे कुछ समय तक बोतल को ध्यान से देखें। 
  • विद्यार्थियों से कहें कि वे ध्यान दें कि उन्हें अभी कैसा महसूस हो रहा है? 
  • विद्यार्थियों को ध्यान देने के लिए कहें कि बोतल में मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर कहाँ जा रही/रहा है। 
  • जब अधिकांश मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर नीचे बैठ जाए/ पानी साफ़-सा दिखने लगे तो गतिविधि को ख़त्म करके, चर्चा की ओर बढ़ सकते हैं। 
b. Mind Jar पर चर्चा: 15 मिनट 
  • पानी में मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर डालने के बाद क्या हुआ?
  • कौन कौन सी परिस्थितियों में हमारा मन अशांत और परेशान लगता है?
  • कुछ देर पानी तथा मिट्टी/ चाक पाउडर वाली बोतल को छोड़ देने के बाद अंत में पानी कैसा दिख रहा था? 
  • हम अपने मन को किस प्रकार स्थिर कर सकते हैं? 
  • क्या आपको लगता है की अगर हमारा मन, इस पानी की तरह शांत होता है तो हमें ज़्यादा अच्छा लगता है? क्यों/क्यों नहीं? 
  • जब हम तनावपूर्ण स्थिति में होते हैं, हम भावनाओं में अभिभूत होकर अकसर कुछ ग़लत कर बैठते हैं। लेकिन अगर हम उस परिस्थिति में अपना ध्यान अपनी साँसों पर लेकर जाएँ तो हम शांत मन से बेहतर निर्णय ले सकते हैं। 
क्या करें क्या न करें: 
  • यदि स्कूल में पारदर्शी (transparent) बोतल उपलब्ध न हो तो इसके स्थान पर काँच के गिलास का प्रयोग कर सकते हैं। काँच के गिलास में मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर को हिलाने के लिए चम्मच का प्रयोग किया जाएगा। 
  • शिक्षक ध्यान रखें कि सारे बच्चे बोतल, बोतल में पानी और उसमे मिट्टी/चाक (chalk) पाउडर को देख दे पा रहे हों। 
  • इस प्रयोग को ऐसे स्थान पर करें जहाँ से हर बच्चा उसे देख सके। 
3. साइलेंट चेक आउट (Silent Check Out): 1-2 मिनट 
उद्देश्य: इस गतिविधि का उद्देश्य है कि विद्यार्थी हैप्पीनेस कक्षा में आज की गई गतिविधियों से उत्पन्न हुए विचारों और भावनाओं पर मनन (reflection) कर पाएँ।
गतिविधि के चरण: 
  • ध्यान की कक्षा का अंत शांत बैठकर किया जाए। 
  • इस दौरान विद्यार्थी आज की गई गतिविधियों से उत्पन्न विचारों और भावनाओं पर मनन (reflection) करें। 
  • इस दौरान विद्यार्थियों को कोई अन्य निर्देश न दिया जाए। 
  • विद्यार्थी आँखें बंद रखें या खुली रखकर नीचे की ओर देखें, यह उनकी इच्छा पर छोड़ दें। 
क्या करें और क्या नहीं करें: 
  • साइलेंट चेक आउट के बाद शिक्षक कोई भी प्रश्न न पूछें। 
  • अगर कोई विद्यार्थी अपना अनुभव साझा करना चाहता है तो शिक्षक उसे मौका दे सकते हैं।  
------------------------------------------------

No comments:

Post a Comment