सत्र 13 (Mindful Scribbling)

1. Mindful Scribbling एवं चर्चा: 15 मिनट

उद्देश्य: विद्यार्थी अपने मन की बातें चित्र (Scribbling) द्वारा व्यक्त करें और ऐसा करते हुए उनका ध्यान क्रिया के विभिन्न पक्षों पर जाए।

आवश्यक सामग्री: कागज़, क्रेयॉन (crayon)

गतिविधि के चरण:
  • विद्यार्थियों को आरामदायक स्थिति में बैठने के लिए कहें। अब उन्हें नाक से तीन लम्बी गहरी साँस लेने और मुँह से छोड़ने के लिए कहें। शिक्षक स्वयं भी विद्यार्थियों के साथ उन्हें तीन लम्बी गहरी साँस लेकर दिखाएँ।
  • अब उन्हें अपना ध्यान अपने पास रखे क्रेयॉन (crayon) और कागज़ पर लेकर जाने के लिए कहें।
  • शिक्षक विद्यार्थियों से कहें कि अपना ध्यान सभी रंगो पर लेकर जाएँ। वे सभी रंगों को देखते हुए कोई भी एक रंग अपनी पसंद का निकाल लें।
  • उस क्रेयॉन को अपने हाथ में लें और महसूस करें कि उसका क्या वज़न है? क्या वह हल्का है या भारी?
  • अब शिक्षक विद्यार्थियों से उन्हें अपने पास रखे कागज़ पर कुछ भी बनाने के लिए कहें।
  • विद्यार्थियों को तेज़ी से क्रेयॉन रगड़ने (scribble) को कहें।
(10 सेकेण्ड के लिए कोई निर्देश न दें।)
  • शिक्षक चाहें तो विद्यार्थियों को क्रेयॉन रगड़ने (scribbling) के लिए ऐसे निर्देश दे सकते हैं:ऊपर-नीचे, दाएँ-बाएँ, आड़ा-तिरछा।
  • अब विद्यार्थियों से ध्यान देने को कहें कि उन्हें हाथों में या कंधों में क्या कोई खिंचाव या ज़ोर महसूस हो रहा है? क्या अपनी साँस लेने के तरीक़े में कोई बदलाव महसूस हो रहा है?
  • इस प्रक्रिया को दुबारा कराएँ, पर इस बार रगड़ना / scribbling धीरे-धीरे करवाएँ। विद्यार्थियों का ध्यान उनके हाथों, कंधों और साँसों पर लेकर जाएँ।
गतिविधि में चर्चा हेतु प्रस्तावित बिंदु:
  • क्या आपने जल्दी-जल्दी चित्र बनाते समय अपने हाथों व कंधों में खिंचाव या कुछ और महसूस किया?
  • क्या आपने धीरे - धीरे चित्र बनाते समय अपने हाथों व कंधों में खिंचाव महसूस किया?
  • क्या आपने दोनों तरीक़ों में कोई अंतर महसूस किया?
  • कौनसा तरीक़ा ज़्यादा अच्छा लगा?

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