गतिविधि का उद्देश्य: अध्यापक और विद्यार्थियों के बीच संबंधों को मज़बूत बनाना।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक नोट:
अपने गुणों को जानने पहचानने से आत्मविश्वास बढ़ता है और हम दूसरों के साथ बेहतर संबंध भी बना पाते हैं
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए
गतिविधि के चरण:
कुछ कार्ड्स पर एक एक गुण लिखकर ऐसे स्थान पर रख दे (डिस्प्ले कर दें)जहां सबको नज़र आए। (जैसे: ईमानदार,सच्चा,अनुशासित,दयालु आदि)
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समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक नोट:
अपने गुणों को जानने पहचानने से आत्मविश्वास बढ़ता है और हम दूसरों के साथ बेहतर संबंध भी बना पाते हैं
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए
गतिविधि के चरण:
कुछ कार्ड्स पर एक एक गुण लिखकर ऐसे स्थान पर रख दे (डिस्प्ले कर दें)जहां सबको नज़र आए। (जैसे: ईमानदार,सच्चा,अनुशासित,दयालु आदि)
- शिक्षक सभी विद्यार्थियों को एक गोल घेरे में खड़ा करें, निशान लगाकर हर एक विद्यार्थी का स्थान निश्चित करें और उस स्थान पर बैठने को कहें। अब किसी भी एक विद्यार्थी को घेरे के बीच में आने को कहें।
- घेरे के बीच में खड़ा विद्यार्थी एक एक करके कुछ गुण बुलाएगा जैसे सच्चा, ईमानदार, अनुशासित,आज्ञाकारी इत्यादि।
- वे सभी विद्यार्थी जो बुलाए गए गुण को स्वयं में पाते हैं गोले के अंदर आकर बीच में खड़े विद्यार्थी के साथ अंदर ही चक्कर लगाएंगे और चक्कर लगाते लगाते वापस गोले में कोई भी स्थान (जो खाली हुए हैं)ले लेंगे।कुछ सेकंड अपने नए स्थान पर खड़े रहेंगे। अध्यापक के निर्देश पर सभी बैठ जाएंगे। इस प्रक्रिया में जिस विद्यार्थी को स्थान नहीं मिलेगा, वह बीच में आ जाएगा और इसी प्रकार खेल का अगला राउंड शुरू कर देंगे।।
- अब बीच में खड़ा विद्यार्थी किसी गुण का नाम बोलेगा, जैसे ईमानदार, तो सभी विद्यार्थी जो स्वयं में इस गुण को पाते है, वे ऊपर दी गई प्रक्रिया के अनुसार खेल पूरा करेंगे।इसी प्रकार से यह गतिविधि चलेगी।
- कभी भी बीच में खड़ा व्यक्ति ,’गुणों की खान’ कहकर आवाज़ लगा सकता है जिसका अर्थ है कि सभी अपने-अपने मूल स्थान (सबसे शुरुआती स्थान) पर वापस चले जाएँ।
- इस गतिविधि के दौरान आपको किस बात का विशेष ध्यान रखना पड़ रहा था? क्यों?
- क्या आप अपने गुण पहचान पाने में समर्थ रहे। स्वेच्छा से उदाहरण सहित साझा करें।
- शिक्षक ध्यान दें कि सभी विद्यार्थी इस गतिवधि में भाग लें।
- शिक्षक विद्यार्थियों को यह अवश्य बताएँ कि इस गतिविधि में कोई भी एक-दूसरे को धक्का ना दे।
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- तेरे गुण और मेरे गुण
- गुणों की खान
- चेक-इन
- अच्छी बातें अच्छे काम
- ग्रेटीट्यूड वाल
- खुशी एक भाव है
- आओ खुशी को समझें
- ख़ुशी तो सभी को चाहिए
- सोचने की क्षमता अपार- असीमित
- जान-बूझ कर या अपने-आप
- शरीर और मन की आवश्यकताएं
- मेरी भूमिका
- अच्छा लगना कितनी देर
- अच्छा लगना - अच्छा होना
- सामान और सम्मान
- मूल्य और कीमत का अंतर
- मुझे हमेशा चाहिए
- भ्रम
- भाव/feelings एक समान
- शरीर और मन की ताकत
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