गतिविधि का उद्देश्य:इस पर बच्चों का ध्यान जाए कि सोचने की क्षमता हर मानव में अपार है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक नोट:
हम सभी सोचते हैं, हम सभी निर्णय लेते हैं, ऐसे कई प्रकार से हम मानव समान हैं। हर मानव सोचता है पर अलग-अलग चीजें सोचता है विचार करता है हर मानव निर्णय लेता है। निर्णय अलग-अलग हो सकते हैं। अर्थात हम मूल रूप में समान हैं परंतु अपने कार्य करने के रूप में भिन्न-भिन्न है जैसे आप और आपके साथी कक्षा में क्या पढ़ाना है इसके बारे में सोचते हैं पर कैसे पढ़ाना है इसमें अंतर है। अलग-अलग भागीदारियों को पूरा करने के लिए भी ये अंतर आवश्यक है, जैसे अगर सब लोग डॉक्टर बनेंगे तो इंजीनियर का काम कौन करेगा? शिक्षक का काम कौन करेगा? अनाज कौन उगायेगा? शरीर के बनावट व हमारे सोचने के अतिरिक्त भी कुछ हम में समान हैं?इस अंतर के रहते भी सभी मानवों की सोचने विचारने की क्षमता अपार है, असीमित है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए
गतिविधि के चरण:
1. शिक्षक विद्यार्थियों को कहें ," मैं कुछ कुछ शब्द बोलूंगा /बोलूंगी और आपको उनसे संबंधित जो भी विचार आता है उससे सम्बन्धित शब्द बोलना है " जैसे:- सम्बन्ध: मां,प्यार,खाना,रसोई,सुंदर आदि आदि।
( शिक्षक कुछ शब्दों का उच्चारण करें और विद्यार्थियों के responses को बोर्ड पर अपने शब्द के चारों ओर लिख कर mind maps बनाते जाएं।उदाहरण के लिए यह शब्दों ले सकते हैं: कृतज्ञता,खुशी, स्नेह,दोस्त आदि) 2. शिक्षक विद्यार्थियों के जवाब बोर्ड पर लिखें।
अब शिक्षक निम्न बिंदुओं पर चर्चा करेंगे:
1. मेरा शब्द सुनकर आपने अपना शब्द बोलने से पहले क्या किया?
2. जब कक्षा में शब्द आने बन्द हो गए तो क्या आपके सभी विचार खत्म हो गए? क्या और कोई भी विचार आपके अंदर नहीं चल रहा था?(शिक्षक यहां पर एक शब्द और लेकर फिर से गतिविधि करवा सकते हैं। जब विद्यार्थियों से उत्तर आने बन्द हो जाएं तो पूछें कि क्या उनके मन में कोई भी विचार नहीं चल रहे? कुछ विचार साझा करवा लें।बच्चों का ध्यान इस ओर दिलाया जाए कि इस समय कहे गए शब्द से सम्बन्धित नहीं परन्तु कुछ और विचार तो चल रहे हैं। चाहे पीरियड की घंटी लगने का, चाहे घर में हुई किसी बात का।यहां उन्हें यह निष्कर्ष स्वयं निकालने दें कि हम सब की सोचने की क्षमता असीमित है।
3. आपको क्या लगता है कि विचार समाप्त हो गए या उस शब्द से सम्बन्धित विषय वस्तु समाप्त हो गई?
4. क्या हम दिन भर सोचते विचार करते हैं या कभी-कभी? ऐसे कुछ उदाहरण देकर बताएं।
5. जब हम सो रहे होते हैं तो हमारे मन में विचार आते हैं आपको कैसे पता चलता है?
6. क्या अब हम बता सकते है कि हम सब की सोचने की क्षमता सीमित है या असीमित?
गतिविधि हेतु प्रस्तावित प्रश्न:
1. आपने कभी सोच विचार किया हो और आपको लगा हो कि इसके आगे नहीं सोच सकते हैं तो साझा करें।
2. क्या आपको कोई ऐसा साथी संबंधी मिला जिसके बारे में आपको लगा हो कि उसकी सोचने समझने की क्षमता कम है या ज्यादा है?
3. आपने कोई भी काम बिना विचार के किया हो तो उसके परिणाम भी बताएं।
कक्षा के अंत में एक 2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
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समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक नोट:
हम सभी सोचते हैं, हम सभी निर्णय लेते हैं, ऐसे कई प्रकार से हम मानव समान हैं। हर मानव सोचता है पर अलग-अलग चीजें सोचता है विचार करता है हर मानव निर्णय लेता है। निर्णय अलग-अलग हो सकते हैं। अर्थात हम मूल रूप में समान हैं परंतु अपने कार्य करने के रूप में भिन्न-भिन्न है जैसे आप और आपके साथी कक्षा में क्या पढ़ाना है इसके बारे में सोचते हैं पर कैसे पढ़ाना है इसमें अंतर है। अलग-अलग भागीदारियों को पूरा करने के लिए भी ये अंतर आवश्यक है, जैसे अगर सब लोग डॉक्टर बनेंगे तो इंजीनियर का काम कौन करेगा? शिक्षक का काम कौन करेगा? अनाज कौन उगायेगा? शरीर के बनावट व हमारे सोचने के अतिरिक्त भी कुछ हम में समान हैं?इस अंतर के रहते भी सभी मानवों की सोचने विचारने की क्षमता अपार है, असीमित है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए
गतिविधि के चरण:
1. शिक्षक विद्यार्थियों को कहें ," मैं कुछ कुछ शब्द बोलूंगा /बोलूंगी और आपको उनसे संबंधित जो भी विचार आता है उससे सम्बन्धित शब्द बोलना है " जैसे:- सम्बन्ध: मां,प्यार,खाना,रसोई,सुंदर आदि आदि।
( शिक्षक कुछ शब्दों का उच्चारण करें और विद्यार्थियों के responses को बोर्ड पर अपने शब्द के चारों ओर लिख कर mind maps बनाते जाएं।उदाहरण के लिए यह शब्दों ले सकते हैं: कृतज्ञता,खुशी, स्नेह,दोस्त आदि) 2. शिक्षक विद्यार्थियों के जवाब बोर्ड पर लिखें।
अब शिक्षक निम्न बिंदुओं पर चर्चा करेंगे:
1. मेरा शब्द सुनकर आपने अपना शब्द बोलने से पहले क्या किया?
2. जब कक्षा में शब्द आने बन्द हो गए तो क्या आपके सभी विचार खत्म हो गए? क्या और कोई भी विचार आपके अंदर नहीं चल रहा था?(शिक्षक यहां पर एक शब्द और लेकर फिर से गतिविधि करवा सकते हैं। जब विद्यार्थियों से उत्तर आने बन्द हो जाएं तो पूछें कि क्या उनके मन में कोई भी विचार नहीं चल रहे? कुछ विचार साझा करवा लें।बच्चों का ध्यान इस ओर दिलाया जाए कि इस समय कहे गए शब्द से सम्बन्धित नहीं परन्तु कुछ और विचार तो चल रहे हैं। चाहे पीरियड की घंटी लगने का, चाहे घर में हुई किसी बात का।यहां उन्हें यह निष्कर्ष स्वयं निकालने दें कि हम सब की सोचने की क्षमता असीमित है।
3. आपको क्या लगता है कि विचार समाप्त हो गए या उस शब्द से सम्बन्धित विषय वस्तु समाप्त हो गई?
4. क्या हम दिन भर सोचते विचार करते हैं या कभी-कभी? ऐसे कुछ उदाहरण देकर बताएं।
5. जब हम सो रहे होते हैं तो हमारे मन में विचार आते हैं आपको कैसे पता चलता है?
6. क्या अब हम बता सकते है कि हम सब की सोचने की क्षमता सीमित है या असीमित?
गतिविधि हेतु प्रस्तावित प्रश्न:
1. आपने कभी सोच विचार किया हो और आपको लगा हो कि इसके आगे नहीं सोच सकते हैं तो साझा करें।
2. क्या आपको कोई ऐसा साथी संबंधी मिला जिसके बारे में आपको लगा हो कि उसकी सोचने समझने की क्षमता कम है या ज्यादा है?
3. आपने कोई भी काम बिना विचार के किया हो तो उसके परिणाम भी बताएं।
कक्षा के अंत में एक 2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
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- तेरे गुण और मेरे गुण
- गुणों की खान
- चेक-इन
- अच्छी बातें अच्छे काम
- ग्रेटीट्यूड वाल
- खुशी एक भाव है
- आओ खुशी को समझें
- ख़ुशी तो सभी को चाहिए
- सोचने की क्षमता अपार- असीमित
- जान-बूझ कर या अपने-आप
- शरीर और मन की आवश्यकताएं
- मेरी भूमिका
- अच्छा लगना कितनी देर
- अच्छा लगना - अच्छा होना
- सामान और सम्मान
- मूल्य और कीमत का अंतर
- मुझे हमेशा चाहिए
- भ्रम
- भाव/feelings एक समान
- शरीर और मन की ताकत
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