गतिविधि का उद्देश्य: सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता की भावना को विद्यार्थी समझ सकेंगे।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कॉपी और पेन, अगर उपलब्ध करवाया जा सके तो चार्ट पेपर, डबल साइड् टेप
शिक्षक के लिए नोट:
हम सभी अपने अपने कार्य में इतने व्यस्त होते है कि बहुत बार अपनों को धन्यवाद प्रकट करना याद नहीं रहता और कभी-कभी प्राथमिकता में भी नहीं रहता। इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों का ध्यान इस और जायेगा कि धन्यवाद का एक छोटा-सा कदम कितना महत्त्व रखता है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए
गतिविधि के चरण:
गतिविधि में चर्चा हेतु प्रस्तावित प्रश्न:-
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समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कॉपी और पेन, अगर उपलब्ध करवाया जा सके तो चार्ट पेपर, डबल साइड् टेप
शिक्षक के लिए नोट:
हम सभी अपने अपने कार्य में इतने व्यस्त होते है कि बहुत बार अपनों को धन्यवाद प्रकट करना याद नहीं रहता और कभी-कभी प्राथमिकता में भी नहीं रहता। इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों का ध्यान इस और जायेगा कि धन्यवाद का एक छोटा-सा कदम कितना महत्त्व रखता है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए
गतिविधि के चरण:
- सर्वप्रथम अध्यापक विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए कक्षा में सहज वातावरण का निर्माण करेगा ।
- अध्यापक विद्यार्थियों से कहे कि आज हम ग्रेटीट्यूड वाल का निर्माण करने जा रहे हैं.आप सभी एक एक पर्ची पर अपने परिवार के उन सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करें, जिन्होंने आज आपकी किसी न किसी रूप में मदद की है, हम उसका आभार लिखित में बताएँगे और उसे अपनी कक्षा की एक दीवार पर चिपका देंगे, जो कि ग्रेटीट्यूड वाल कहलाएगी..
- सर्वप्रथम अध्यापक आदर्श रूप में श्यामपट्ट पर अपनी ओर से आभार व्यक्त करते हुए श्यामपट्ट पर एक वाक्य लिखेगा।
- उदाहरण के तौर पर.. “मम्मी! आप मुझे बहुत अच्छा व स्वादिष्ट खाना खिलाती हैं! आपका धन्यवाद!” (भाषा कोई भी हो सकती है।)
- अब विद्यार्थियों को 5 मिनट का समय दिया जाए कि वह स्पष्ट और रचनात्मक तरीक़े से अपने कागज पर आभार व्यक्त करते हुए वाक्य लिखें।( जिसके प्रति भी आभार व्यक्त करना चाहते हैं) (बच्चों को रंगों का इस्तेमाल करने की स्वतंत्रता भी प्राप्त है।)
- इसके पश्चात इच्छुक विद्यार्थियों को आगे आने का अवसर प्रदान करें । उन्होंने जो लिखा है, वह सबके सामने साझा करने के लिए कहें । विद्यार्थी बोलकर बताना चाहें तो भी स्वतंत्र है ।
- उसके पश्चात कक्षा की दीवार पर डबल साइड टेप की सहायता से विद्यार्थियों द्वारा व्यक्त किये गये लिखित भावों को चिपका दें।
गतिविधि में चर्चा हेतु प्रस्तावित प्रश्न:-
- आप कब किसी को धन्यवाद कहना चाहते हो? क्यों?आप कैसे यह धन्यवाद देंगे? धन्यवाद देने के और क्या तरीके हो सकते हैं?
- जब कोई आपको धन्यवाद देता है तो आपके मन में कौन कौन से विचार आते हैं?
- क्या हम दूसरे के भावों को बिना बोले पहचान पाते हैं? ऐसा हम कैसे कर पाते हैं?
- क्या दूसरे हमारे भावों को बिना बोले पहचान पाएँगे?ऐसा वह कैसे कर पाएंगे?
- हमने जिन का आभार व्यक्त किया वह हमारे सामने नहीं थे, फिर भी हमने ऐसा क्यों किया?ऐसा करके आपको कैसा लगा?
- गतिविधि में अध्यापक/अध्यापिका स्वयं भी भाग लें।
- ग्रेटीट्यूड वाल पर विद्यार्थियों के भावो की अभिव्यक्ति अवश्य पेस्ट करें।
- कक्षा में सभी बच्चों एवं अध्यापकों के नाम की बोतलें, कप अथवा छोटे छोटे लिफाफे टांगे जा सकते हैं। जिनमें समय समय पर विद्यार्थी अथवा अध्यापक किसी के लिए कृतज्ञता प्रकट करने के लिए पर्ची में धन्यवाद लिखकर उसके कप में डाल सकते है
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- तेरे गुण और मेरे गुण
- गुणों की खान
- चेक-इन
- अच्छी बातें अच्छे काम
- ग्रेटीट्यूड वाल
- खुशी एक भाव है
- आओ खुशी को समझें
- ख़ुशी तो सभी को चाहिए
- सोचने की क्षमता अपार- असीमित
- जान-बूझ कर या अपने-आप
- शरीर और मन की आवश्यकताएं
- मेरी भूमिका
- अच्छा लगना कितनी देर
- अच्छा लगना - अच्छा होना
- सामान और सम्मान
- मूल्य और कीमत का अंतर
- मुझे हमेशा चाहिए
- भ्रम
- भाव/feelings एक समान
- शरीर और मन की ताकत
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