गतिविधि का उद्देश्य: छात्रों का ध्यान इस ओर जाए कि प्रकृति हमारे लिए क्यों महत्त्व पूर्ण है तथा इसे सुरक्षित रखने की आवश्यकता क्यों है?
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कुछ नहीं
शिक्षक के लिए नोट:
इस गतिविधि द्वारा विद्यार्थियों को यह एहसास दिलाना कि प्रकृति हमारे लिए क्यों जरूरी है,अपना जीवन चलाने के लिए हमें लगभग हर वस्तु प्रकृति से मिल जाती है,किन्तु हम प्रकृति को क्या देते हैं? बच्चे समझ पाएँगे कि प्रकृति हमारे लिए कितनी उपयोगी है। प्रकृति के उपयोग को देखते हुए बच्चे प्रकृति के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को समझ पाएँगे। आज हम प्रकृति को प्रदूषित कर रहे हैं।अगर इसे सुरक्षित नहीं रखेंगे तो हमारा जीवन संकट में पड़ जायेगा।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
पहला चक्र
1. क्या आप कभी ऐसी जगह गए हो जिसकी कल्पना आपने पहले की थी?
2. ऐसी जगह जाकर आपको कैसा लगा था? साझा करें।
3. आपने जब पहली बार प्रकृति की सैर की कल्पना की, तब आपको कैसा महसूस हुआ? आपस में चर्चा करके साझा करें।
4. खेतों से आपको क्या क्या मिलता है अपने साथी के साथ चर्चा करें।
5. पेड़, पौधे, फल, फूल, नदियों तथा बादलों का क्या क्या उपयोग हैं? अपने समूह में चर्चा करें।
6. दूसरे चक्र की कल्पना में आपको क्या क्या चीजें अच्छी नहीं लगीं? अपने समूह में चर्चा करके साझा करें।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
क्या करें, क्या न करें:
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
पिछले दिन की गई कल्पना की साझेदारी बच्चों से करवाएँ ।
तीसरा चक्र
1. दूसरी बार जो आपने कल्पना की यदि वैसा हो जाए तो आपको कैसा लगेगा?साझा करें।
2. क्या अपने आस पास की चीज़ों को साफ़ रखना जरूरी है? क्यों? साथी से चर्चा करें।
3. प्रकृति और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए क्या आप कुछ कर सकते हो?साझा करें।
4. आस पास सफाई न रखने से क्या आपके जीवन पर कोई बुरा/ गलत प्रभाव पड़ सकता है?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
क्या करें, क्या न करें:
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कुछ नहीं
शिक्षक के लिए नोट:
इस गतिविधि द्वारा विद्यार्थियों को यह एहसास दिलाना कि प्रकृति हमारे लिए क्यों जरूरी है,अपना जीवन चलाने के लिए हमें लगभग हर वस्तु प्रकृति से मिल जाती है,किन्तु हम प्रकृति को क्या देते हैं? बच्चे समझ पाएँगे कि प्रकृति हमारे लिए कितनी उपयोगी है। प्रकृति के उपयोग को देखते हुए बच्चे प्रकृति के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को समझ पाएँगे। आज हम प्रकृति को प्रदूषित कर रहे हैं।अगर इसे सुरक्षित नहीं रखेंगे तो हमारा जीवन संकट में पड़ जायेगा।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
पहला चक्र
- प्रकृति के उपयोग जानने के लिए प्रकृति की एक छोटी काल्पनिक सैर करने को कहें।
- बच्चों को आँखें बंद करने को और कल्पना करने को कहें कि वे उन चीजों को देखें जो उन्हें पसंद है। उनकी सुगंध,उनकी आवाज़ें और उनके स्पर्श के बारे में सोचें।
- कल्पना करें-नदी के किनारे खेत,खेतों में लहलहाती फसलें और पेड़ की शाखाओं पर लटकते आमों की और पेड़ों की ठंडी छाँव की।
- विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधों और विभिन्न रंगों के फूलों की कल्पना करो।
- बच्चों को अपने समूह में अपना अनुभव साझा करने को कहें।
- अब बच्चों को यह कल्पना करने के लिए कहें कि बहती नदी में किसी ने प्लास्टिक की बोतल और कचरा डाल दिया है।
- नदी का पानी भी काले रंग का दिखाई दे रहा है,उसमें से दुर्गंध आ रही है।
- खेतों में फसल मुरझाई हुई है,पेड़ कटे हुए हैं इसलिए गर्मी से राहत देने वाली छाँव भी नहीं है।
- जगह जगह से दुर्गंध आ रही है।
- बच्चों को अपने समूह में अपना अनुभव साझा करने को कहें।
1. क्या आप कभी ऐसी जगह गए हो जिसकी कल्पना आपने पहले की थी?
2. ऐसी जगह जाकर आपको कैसा लगा था? साझा करें।
3. आपने जब पहली बार प्रकृति की सैर की कल्पना की, तब आपको कैसा महसूस हुआ? आपस में चर्चा करके साझा करें।
4. खेतों से आपको क्या क्या मिलता है अपने साथी के साथ चर्चा करें।
5. पेड़, पौधे, फल, फूल, नदियों तथा बादलों का क्या क्या उपयोग हैं? अपने समूह में चर्चा करें।
6. दूसरे चक्र की कल्पना में आपको क्या क्या चीजें अच्छी नहीं लगीं? अपने समूह में चर्चा करके साझा करें।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
क्या करें, क्या न करें:
- बच्चों को कल्पना में जाने के लिए उचित समय दें।
- बच्चों को काल्पनिक सैर करवाने के लिए दिए गए उदाहरणों का प्रयोग करें।
- बच्चों के अनुभवों को सही गलत न ठहराएँ ।
- चर्चा को उद्देश्य तक ले जाएँ ।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
पिछले दिन की गई कल्पना की साझेदारी बच्चों से करवाएँ ।
तीसरा चक्र
- अब बच्चों को यह कल्पना करने के लिए कहें कि बहती नदी सूख गई है।
- पेड़,फूल,फल भी कहीं नज़र नहीं आ रहे हैं।इन पर मंडराने वाली तितलियां भी कहीं नज़र नहीं आ रही हैं।
- बहुत ज्यादा गर्मी है, बादलों का इंतज़ार हो रहा है।
- हवा भी दुर्गंध वाली है, बहुत सारे लोगों ने मास्क लगाए हुए हैं।
1. दूसरी बार जो आपने कल्पना की यदि वैसा हो जाए तो आपको कैसा लगेगा?साझा करें।
2. क्या अपने आस पास की चीज़ों को साफ़ रखना जरूरी है? क्यों? साथी से चर्चा करें।
3. प्रकृति और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए क्या आप कुछ कर सकते हो?साझा करें।
4. आस पास सफाई न रखने से क्या आपके जीवन पर कोई बुरा/ गलत प्रभाव पड़ सकता है?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
क्या करें, क्या न करें:
- बच्चों को कल्पना में जाने के लिए उचित समय दें।
- बच्चों को काल्पनिक सैर करवाने के लिए दिए गए उदाहरणों का प्रयोग करें।
- बच्चों के अनुभवों को सही गलत न ठहराएँ ।
- चर्चा को उद्देश्य तक ले जाएँ ।
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- आओ मिलकर आकार बनाएँ
- चलो पिकनिक चलें
- देखो हम समान हैं
- धन्यवाद करें हम उनका
- मेरी पसंदीदा जगह
- मेरा हीरो कौन?
- मेरी सच्ची ख़ुशी
- मेरे सहयोगी
- मैं और प्रकृति
- मुझे ऐसा लगता है
- हैप्पीनेस वॉल
- ख़ुशी की रेखा
- मेरा भाव मेरी ख़ुशी
- प्रकृति की सैर
- आपका आभार
- मददगार
- गलती में अनेक सही में एक
- काला या सफेद
- सभी की भूमिका
- आवश्यकता तथा पसंद
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