गतिविधि का उद्देश्य: बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाना कि हमारे जीवन में प्रयोग होने वाली वस्तुओं के पीछे बहुत से लोगों का योगदान व श्रम लगा होता है। विद्यार्थियों का ध्यान उनकी ओर ले जाना तथा उनका आभार कर पाना।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: इस गतिविधि द्वारा विद्यार्थियों का ध्यान इस ओर जाएगा कि दैनिक जीवन में हम अपनी ज़रूरतों के लिए बहुत सारे लोगों पर निर्भर है। हम कभी उन्हें याद रख पाते हैं, कभी नहीं रख पाते। उन्हें हमेशा याद रख पाना ही और उनके द्वारा किए गए कार्यों की स्वीकृति ही कृतज्ञता है। इस गतिविधि में हम विद्यार्थियों में कृतज्ञता की समझ विकसित करने का प्रयास करेंगे। इस ओर ध्यान जानें से विद्यार्थियों के मन में स्वतः कृतज्ञता का भाव आएगा
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
1. दूध का आपके घर तक पहुँचना।
2. आपकी पुस्तक का आप तक पहुँचना।
3. पेन का आप तक पहुँचना।
4. जूतों का आप तक पहुँचना।
5. आपकी स्कूल की यूनिफार्म का आप तक पहुँचना।
6. आपके स्कूल में बैठने के लिए फर्नीचर का पहुँचना।
आओ करें आभार हम उनका ,जिनसे हमें है मदद मिली,
खाने को भोजन है मिला, और रहने को ये छत है मिली ,
पढ़ने को है किताब बनी, लिखने को बना है पेन पेंसिल,
साफ़ कपड़े पहन के जाऊँ, स्कूल मैं कुछ करने हासिल।
अगर न होता कोई मज़दूर तो, स्कूल मेरी कैसे बन पाते,
न बनाता कोई जूते तो ,कैसे सुरक्षित हम चल पाते ,
आओ करें आभार हम उनका, जिनसे हम को है मदद मिली।
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. आपके घर में आपके लिए कोई कुछ करता है तो क्या आप उसके प्रति कृतज्ञता/आभार (किसी के द्वारा किए गए कार्य की स्वीकृति का भाव) महसूस करते हैं? यदि हाँ तो आप उनका आभार कैसे व्यक्त करते है? साझा करें। 2. आप अपने दोस्तों के प्रति आभार कैसे व्यक्त करते हैं?
3. क्या कभी किसी ने आपके प्रति आभार व्यक्त किया है? यदि हाँ तो कैसे?
4. आपके घर को चलाने में किन-किन लोगों का श्रम व योगदान लगा है? आपने उनका आभार कैसे व्यक्त किया है?
5. जब आप अपनी कक्षा में जाते हो तो आप किन-किन लोगों का आभार व्यक्त करना चाहोगे? तथा कैसे?
6. क्या घर से बाहर भी कुछ ऐसे लोग हैं जो आपकी मदद करते हैं? जैसे:-दूधवाला,रिक्शावाला आदिI
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
क्या करें,क्या न करें:
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: इस गतिविधि द्वारा विद्यार्थियों का ध्यान इस ओर जाएगा कि दैनिक जीवन में हम अपनी ज़रूरतों के लिए बहुत सारे लोगों पर निर्भर है। हम कभी उन्हें याद रख पाते हैं, कभी नहीं रख पाते। उन्हें हमेशा याद रख पाना ही और उनके द्वारा किए गए कार्यों की स्वीकृति ही कृतज्ञता है। इस गतिविधि में हम विद्यार्थियों में कृतज्ञता की समझ विकसित करने का प्रयास करेंगे। इस ओर ध्यान जानें से विद्यार्थियों के मन में स्वतः कृतज्ञता का भाव आएगा
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- क्षक विद्यार्थियों को इस गतिविधि के उद्देश्य से संबंधित कोई घटना या कहानी सुनाएँ। उदाहरण के लिए:- आज सुबह नाश्ता करते समय मेरा ध्यान इस बात पर गया कि रोटी बनाने के लिए जो आटा है, उसे मेरे किचन में आने तक कितने लोगों ने मदद की। आटा किसी ने बहुत सँभालकर अपनी दुकान में रखा, दुकान में आने से पहले उसे कोई ट्रक में डाल कर लाया, उससे पहले उसे किसी ने गोदाम में रखा, उससे पहले किसी ने गेहूँ उगाया..।
- शिक्षक विद्यार्थियों के 6 समूह बनाएँ।
- प्रत्येक समूह निम्न परिस्थितियों में से किसी एक परिस्थिति पर चर्चा करे।
- चर्चा करने के बाद विद्यार्थी अपनी परिस्थिति को रोल प्ले द्वारा दर्शाएँ ।
- रोल प्ले तैयार करने के लिए विद्यार्थियों को 5 से 7 मिनट का समय दिया जाए।
1. दूध का आपके घर तक पहुँचना।
2. आपकी पुस्तक का आप तक पहुँचना।
3. पेन का आप तक पहुँचना।
4. जूतों का आप तक पहुँचना।
5. आपकी स्कूल की यूनिफार्म का आप तक पहुँचना।
6. आपके स्कूल में बैठने के लिए फर्नीचर का पहुँचना।
- रोल प्ले की प्रस्तुतिकरण के लिए विद्यार्थियों को 1-2 मिनट दें।
- प्रत्येक समूह का रोल प्ले देखकर विद्यार्थी पहचानने की कोशिश करेंगे कि उस प्ले में किस वस्तु को हम तक पहुँचाया जा रहा है? बच्चे यह भी पहचान पाएँगे की उस वस्तु को आप तक पहुंचाने में किस-किस का योगदान है, तथा उसमें कितने लोगों का समय व श्रम लगा होगा।
- विद्यार्थियों को उन सभी लोगों का धन्यवाद करने के लिए निम्नलिखित आभार गीत को दोहराने के लिए आगे बुलाएँ।
आओ करें आभार हम उनका ,जिनसे हमें है मदद मिली,
खाने को भोजन है मिला, और रहने को ये छत है मिली ,
पढ़ने को है किताब बनी, लिखने को बना है पेन पेंसिल,
साफ़ कपड़े पहन के जाऊँ, स्कूल मैं कुछ करने हासिल।
अगर न होता कोई मज़दूर तो, स्कूल मेरी कैसे बन पाते,
न बनाता कोई जूते तो ,कैसे सुरक्षित हम चल पाते ,
आओ करें आभार हम उनका, जिनसे हम को है मदद मिली।
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. आपके घर में आपके लिए कोई कुछ करता है तो क्या आप उसके प्रति कृतज्ञता/आभार (किसी के द्वारा किए गए कार्य की स्वीकृति का भाव) महसूस करते हैं? यदि हाँ तो आप उनका आभार कैसे व्यक्त करते है? साझा करें। 2. आप अपने दोस्तों के प्रति आभार कैसे व्यक्त करते हैं?
3. क्या कभी किसी ने आपके प्रति आभार व्यक्त किया है? यदि हाँ तो कैसे?
4. आपके घर को चलाने में किन-किन लोगों का श्रम व योगदान लगा है? आपने उनका आभार कैसे व्यक्त किया है?
5. जब आप अपनी कक्षा में जाते हो तो आप किन-किन लोगों का आभार व्यक्त करना चाहोगे? तथा कैसे?
6. क्या घर से बाहर भी कुछ ऐसे लोग हैं जो आपकी मदद करते हैं? जैसे:-दूधवाला,रिक्शावाला आदिI
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
क्या करें,क्या न करें:
- शिक्षक इसमें बोर्ड का अच्छे से प्रयोग कर सकते हैं जिससे विद्यार्थियों का ध्यान बना रहे।
- अंत में भी सभी इस आभार गीत को दोहरा सकते हैं।
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- आओ मिलकर आकार बनाएँ
- चलो पिकनिक चलें
- देखो हम समान हैं
- धन्यवाद करें हम उनका
- मेरी पसंदीदा जगह
- मेरा हीरो कौन?
- मेरी सच्ची ख़ुशी
- मेरे सहयोगी
- मैं और प्रकृति
- मुझे ऐसा लगता है
- हैप्पीनेस वॉल
- ख़ुशी की रेखा
- मेरा भाव मेरी ख़ुशी
- प्रकृति की सैर
- आपका आभार
- मददगार
- गलती में अनेक सही में एक
- काला या सफेद
- सभी की भूमिका
- आवश्यकता तथा पसंद
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