19. सभी की भूमिका

गतिविधि का उद्देश्य: छात्र परिवार में कार्य करने वाले सदस्यों की विभिन्न भूमिकाओं के महत्त्व की पहचान करने में सक्षम होंगे और यह भी जान पाएँगे कि परिवार में कोई भी किसी की भी भूमिका निभा सकता है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

शिक्षक के लिए नोट:
बच्चे अपने परिवार के सदस्यों की उपयोगिता की पहचान करने में सक्षम होंगे। वे परिवार को सुचारु रूप से चलाने के लिए क्या-क्या करते हैं? बच्चे परिवार के सदस्य के रूप में अपनी भूमिका को पहचानने में भी सक्षम होंगे। बच्चे यह भी समझ पाएँगे, कि यदि परिवार का कोई सदस्य किसी विशेष कारण से कुछ करने में सक्षम नहीं है तो परिवार में कोई और व्यक्ति उस भूमिका को निभाता हैं।
इस गतिविधि द्वारा बच्चे यह समझ पाएँ कि परिवार में सभी लोगों की कोई न कोई भागीदारी अवश्य होती है। बच्चे परिवार समझ पाएँगे कि परिवार के सदस्य एक दूसरे के पूरक होते हैं।

आवश्यक सामग्री: किसी भी सामग्री की आवश्यकता नही है

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
1. शिक्षक विद्यार्थियों को परिवार के निम्नलिखित सदस्यों में से किसी एक की( परिवार में सभी के लिए सहयोगी के रूप में) भूमिका निभाने के लिए कहें।
2. इस भूमिका को निभाने से पहले विद्यार्थियों को कुछ समय सोचने व तैयारी करने के लिए दें।
माँ
पिता
दादी
दादा
बेटा
बेटी
भाई
बहन
  • कुछ छात्र कक्षा के सामने अभिनय करेंगे तथा अन्य छात्र को इस अभिनय का अनुमान लगाएँगे कि यह परिवार का कौन सा सदस्य यह कार्य कर सकता है। 
  • छात्र स्वयं भी परिवार के इन सदस्यों के अलावा अन्य सदस्यों का अभिनय कर सकते हैं।
  • यदि सभी छात्र अभिनय करने में संकोच कर रहे हों तो इच्छुक छात्र अभिनय के लिए आगे आ सकते है और अन्य अनुमान लगा सकते हैं।
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. परिवार के जिस सदस्य का अभिनय किया है उसका क्या कारण है? चर्चा करें।
2. यदि परिवार का कोई सदस्य किसी कारणवश अपनी भूमिका नहीं निभा पाए तो इसका परिवार पर क्या प्रभाव होगा?
3. क्या यह संभव है कि परिवार के हर सदस्य की भूमिका किसी अन्य सदस्य द्वारा भी पूरी की जा सकती है? हाँ या नहीं? क्यों?
4. यदि परिवार का कोई सदस्य किसी कारणवश अपना काम नहीं कर पा रहा हो तो, आपके घर में उनका काम कौन निभाता है?

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
शिक्षक विद्यार्थियों के पाँच समूह बनाएँ।
शिक्षक बच्चों को कहें कि वे अपने अपने समूह में नीचे दी गई परिस्थितियों का अभिनय करें।
1. बड़े भाई का छोटे भाई बहनों की पढ़ने लिखने में मदद करना।
2. माता जी का आपको स्कूल छोड़ना।
3. दादी का आपको कहानी सुनाना।
4. दादाजी का बाज़ार से सब्जी लेकर आना।
5. चाचा का आपके साथ खेलना।
विद्यार्थियों को ऐसे लोगों को पहचानकर उनकी भूमिका निभाने के लिए कहें।

दूसरा दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. क्या आपने कभी परिवार के किसी सदस्य का काम किया है जब वह अपना काम नहीं कर पा रहे हों? साझा करें।
2. आपने किसकी भूमिका निभाई और कैसे?
3. क्या आपके घर के सदस्य कभी कभी एक दूसरे का काम करते हैं? अपने समूह में चर्चा करें।
4. क्या एक दूसरे का काम करने के लिए आपके परिवार के सदस्य काम के बदले कुछ लेते हैं? अपने समूह में चर्चा करें।
5. घर अथवा आस पड़ोस में बड़ों के कौन-कौन से काम ऐसे हैं जिनमें बच्चे उनकी मदद कर सकते हैं?अपने साथी से चर्चा करें।
6. आजकल आप परिवार की मदद करने के लिए क्या काम करते हैं? साझा करें।

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

क्या करें, क्या न करें:
  • शिक्षक ध्यान दें कि किसी भी बच्चे के अभिनय पर प्रश्न न उठाएँ।
  • विद्यार्थियों को सबकी सोच का सम्मान करने के लिए प्रेरित करें।
  • शिक्षक विद्यार्थियों की अपेक्षाओं को सही या ग़लत न ठहराकर, उनके पीछे के कारणों को ढूँढने का प्रयास करें।
  • शिक्षक स्वयं भी गतिविधि में भागीदारी करें और चर्चा को उद्देश्य की ओर ले जाएँ ।
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  1. आओ मिलकर आकार बनाएँ
  2. चलो पिकनिक चलें
  3. देखो हम समान हैं
  4. धन्यवाद करें हम उनका
  5. मेरी पसंदीदा जगह
  6. मेरा हीरो कौन?
  7. मेरी सच्ची ख़ुशी
  8. मेरे सहयोगी
  9. मैं और प्रकृति
  10. मुझे ऐसा लगता है
  11. हैप्पीनेस वॉल
  12. ख़ुशी की रेखा
  13. मेरा भाव मेरी ख़ुशी
  14. प्रकृति की सैर
  15. आपका आभार
  16. मददगार
  17. गलती में अनेक सही में एक
  18. काला या सफेद
  19. सभी की भूमिका
  20. आवश्यकता तथा पसंद

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