8. मेरे सहयोगी

गतिविधि का उद्देश्य: विद्यर्थियों का ध्यान इस तरफ आकर्षित करना कि घर से विद्यालय आने तक उन्हें बहुत सारे लोगों का सहयोग मिलता है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।

शिक्षक के लिए नोट: इस गतिविधि से विद्यार्थियों का ध्यान इस ओर जायेगा कि रोज़मर्रा की जिंदगी में उन्हें बहुत सारे लोगों का सहयोग मिलता रहता है, परन्तु उनका ध्यान सबके सहयोग की ओर नहीं जा पाता हैI जिससे वे अन्य लोगों के सहयोग के प्रति आभार/कृतज्ञता (दूसरे द्वारा किए गए सहयोग को स्वीकारना)स्वीकार नहीं कर पाते हैं। इससे परिवार में संबंधों में तालमेल बिगड़ने लगते हैंI इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों का ध्यान सहयोग की स्वीकृति के प्रति (आभारी/ कृतज्ञ) होने की तरफ ले जाया जायेगाI
शिक्षक विद्यार्थियों में यह समझ विकसित करने का प्रयास करेंगे कि मनुष्य का जीवन अन्य लोगों के सहयोग के बिना नहीं चल सकता हैI इस आभारी होने की क्रिया को ही “कृतज्ञता” कहते हैंI

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
  • सर्वप्रथम कक्षा के सभी विद्यार्थियों से कहें कि वे अपने-अपने नाम की पर्ची बना लें।
  • अब विद्यार्थियों को 4-4 के समूह में बैठाएँ और समूह के सभी विद्यार्थी अपनी पर्चियाँ बीच में एक साथ रख दें ।
  • सभी एक-एक करके पर्ची उठाएँ ।
  • जिस विद्यार्थी के नाम की पर्ची आ जाए वह बताए कि सुबह उठने से लेकर विद्यालय जाने के लिए तैयार होने में उसे किस-किस का सहयोग मिला?
  • दूसरा विद्यार्थी यह बताए कि विद्यालय तक पहुँचने में उसे किस-किस का सहयोग मिला?
  • तीसरा विद्यार्थी यह बताए कि विद्यालय से घर पहुँचने से सोने तक उसे किस किस का सहयोग मिलता है?
  • चौथा विद्यार्थी यह बताएगा कि पूरे दिन में अपने परिवार के अलावा उसे किन-किन लोगों का सहयोग मिलता है?
  • विद्यार्थियों को पर्ची बनाने तथा समूह में साझेदारी करने के लिए 5 मिनट का समय मिलेगा।
  • पर्ची बनने के बाद समूह का हर विद्यार्थी अपने बिंदुओं को बताएगा।
  • शिक्षक ब्लैकबोर्ड पर विद्यार्थियों द्वारा लिखे गए सभी शब्द लिख लें। लिखते समय यह ध्यान रखें कि जो बिंदु पहले ब्लैकबोर्ड पर लिखे जा चुके हैं, उन्हें नहीं दोहराएँ ।
  • अब सभी विद्यर्थियों के साथ ब्लैकबोर्ड पर आये बिंदुओं पर चर्चा की जाए।
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. सुबह आपको जो जगाता है, यदि वह ना जगाये तो क्या होगा? आप उसके प्रति आभार कैसे व्यक्त करते हो?
2. यदि घर में भोजन बनाने के लिये सामान ना हो तो क्या होगा? आप भोजन बनाने वाले का सहयोग कैसे कर सकते हो?
3. खाने का सामान कहाँ से आता है, कौन लाता है, तथा खाना कौन बनाता है? आप इन सबका धन्यवाद कैसे करते हो?
4. घर में आप सभी भाई- बहन एक दूसरे का सहयोग कैसे करते हैं?

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
  • अपने अपने समूहों में फिर से उन लोगों की सूची बनाएँ जो कल आपकी सूची में नहीं आ पाए थे। जैसे रिक्शा वाला,बस वाला, विद्यालय के गार्ड,दूधवाला आदि।
दूसरा दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. क्या आप उन सभी लोगों का आभार व्यक्त करोगे,जिन्होंने कभी भी आपकी मदद की है? यदि हाँ तो कैसे?
2. यदि किसी ने ज़रूरत के समय आपका सहयोग किया हो और हम उसका सहयोग न करें तो उसे कैसा लगेगा?
3. यदि ज़रूरत पढ़ने पर कोई आपका सहयोग नहीं करता है तो आपको कैसा लगता है?
4. जब आप किसी के प्रति आभारी होते हैं तो उसके प्रति धन्यवाद कैसे-कैसे करते हैं?

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

क्या करें, क्या न करें:
  • समूह चर्चा के समय शिक्षक समूहों में जाकर चर्चा की दिशा को बनाये रखने में मदद करेंI
  • शिक्षक स्वयं जिनके प्रति कृतज्ञ हैं उसका कारण तथा कृतज्ञता ज्ञाप  
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  1. आओ मिलकर आकार बनाएँ
  2. चलो पिकनिक चलें
  3. देखो हम समान हैं
  4. धन्यवाद करें हम उनका
  5. मेरी पसंदीदा जगह
  6. मेरा हीरो कौन?
  7. मेरी सच्ची ख़ुशी
  8. मेरे सहयोगी
  9. मैं और प्रकृति
  10. मुझे ऐसा लगता है
  11. हैप्पीनेस वॉल
  12. ख़ुशी की रेखा
  13. मेरा भाव मेरी ख़ुशी
  14. प्रकृति की सैर
  15. आपका आभार
  16. मददगार
  17. गलती में अनेक सही में एक
  18. काला या सफेद
  19. सभी की भूमिका
  20. आवश्यकता तथा पसंद

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