17. मैं किसका सम्मान करता हूँ

गतिविधि का उद्देश्य: अपनी उपयोगिता से अपना सम्मान सुनिश्चित करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करना।
समय: कम से कम दो दिन बाकी शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।

शिक्षक के लिए नोट:
प्रत्येक व्यक्ति में पहचान और सम्मान की चाहत प्राकृतिक रूप से है। अभी अधिकतर लोग दूसरों से आगे निकलने को और दिखावे को अपनी पहचान और सम्मान मानते हैं। अधिकतर लोग मोटे तौर पर चार चीज़ों के आधार पर अपनी पहचान और सम्मान पाने का प्रयास करते दिखाई पड़ते हैं। ये चार आधार हैं- शक्ल-सूरत, ताकत, पैसा और पद।
यदि गहराई से सोचा जाए तो हम किसी भी व्यक्ति का सम्मान सिर्फ इन आधारों पर नहीं करते हैं। हम उन लोगों का सम्मान स्थायी रूप से करते हैं जिनका व्यवहार व स्वभाव अच्छा होता है और वे लोग जो समाज और देश के लिए कुछ करते हैं फिर चाहे उनकी शक्ल-सूरत कैसी भी हो, ताकत और पैसा कितना भी हो और वे किसी भी पद पर हों। कोई अगर अपनी शक्ल-सूरत, ताकत, पैसा और पद का सही उपयोग नहीं करता है तो भी हम उनका सम्मान नहीं कर पाते हैं।
इस बात का पता होने पर भी कि सम्मान का आधार हमारा व्यवहार और हमारी उपयोगिता है फिर भी अधिकतर लोग शक्ल-सूरत, ताकत, पैसा और पद से ही सम्मान पाने का कम या ज़्यादा प्रयास कर रहे हैं।
इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी पहचान और सम्मान की प्राकृतिक चाहत को पूरा करने के लिए दूसरों से आगे निकलने की बजाय दूसरों के लिए उपयोगी होने के लिए प्रेरित किया गया है।

पहला दिन:

कक्षा की शुरूआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
  • विद्यार्थियों को छोटे समूहों में बाँटा जाए।
  • प्रत्येक समूह 5-7 मिनट चर्चा करे कि समाज में अपनी पहचान और सम्मान के लिए लोग क्या-क्या प्रयास करते हैं? जैसे- हिमालय पर चढ़ना, ख़ास तरह की हेअर स्टाइल (hair style) रखना आदि।
  • चर्चा से निकले बिंदुओं को समूह का कोई एक विद्यार्थी अपनी नोटबुक में लिखता रहे।
  • प्रत्येक समूह अपने निष्कर्षों को कक्षा में साझा करे।
चर्चा के लिए प्रश्न:
1. सभी समूहों के निष्कर्षों के आधार पर बताइए कि अधिकतर लोग अपनी पहचान और सम्मान के लिए क्या-क्या प्रयास करते हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरूआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • सभी विद्यार्थी अपनी-अपनी नोटबुक में किसी ऐसे व्यक्ति का नाम लिखें जिसका वे बहुत सम्मान करते हैं। साथ ही यह भी लिखें कि वे उनका सम्मान क्यों करते हैं।
  • जिन व्यक्तियों का वे सम्मान करते हैं वे ऐसे व्यक्ति भी हो सकते हैं जिनसे वे कभी मिले ही न हों। (परिवार, विद्यालय, समाज या कहीं के भी व्यक्ति)
  • अब सभी विद्यार्थी बारी-बारी से उस व्यक्ति और उसके सम्मान के कारणों को कक्षा में साझा करें।
चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न:
1. क्या आप किसी व्यक्ति का सम्मान उसकी शक्ल-सूरत के कारण करते हैं?
2. क्या आप किसी व्यक्ति का सम्मान इसलिए करते हैं कि वह बहुत ताकतवर (शरीर की ताकत) है?
3. क्या आप किसी व्यक्ति का सम्मान इसलिए करते हैं कि वह बहुत पैसे वाला है?
4. क्या आप किसी व्यक्ति का सम्मान इसलिए करते हैं कि वह बहुत बड़े पद पर है?
5. अगर कोई अपने पद या धन का दुरुपयोग करता है तो क्या आप उसका सम्मान करेंगे?
6. जब सूरत, ताकत, पैसे और पद के आधार पर सम्मान नहीं होता है तो फिर लोग इनके माध्यम से सम्मान पाने का प्रयास क्यों करते हैं?
7. आप अपने सम्मान के लिए क्या प्रयास करते हैं?

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

क्या करें और क्या न करें:
  • किसी भी बिंदु पर कोई सही-गलत की टिप्पणी न करें।
  • विद्यार्थियों को स्वयं सोचकर निष्कर्ष निकालने का अवसर दें।
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  1. एक-दूजे को जानें
  2. यू आर यूनीक
  3. क्या कर रहे हो
  4. आओ ख़ुद को जानें
  5. बग़ीचे की सैर
  6. मेरे जीवन का लक्ष्य
  7. ख़ुशी के पल
  8. पैसा ही चाहिए या पैसा भी चाहिए
  9. किसका फ़ायदा
  10. आओ मन:स्थिति पहचानें
  11. मेरी परेशानी मेरे ही कारण
  12. अच्छा लगना, अच्छा होना
  13. मेरा रिमोट मेरे पास
  14. हम सब एक समान
  15. अपनी-अपनी पर्ची
  16. तन और मन
  17. मैं किसका सम्मान करता हूँ
  18. मैं कैसे पहचाना जाऊँ
  19. ख़ुश होना: किससे और कितनी देर
  20. कौन ख़ुश, कौन नाख़ुश

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