गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों के बीच संबंधों को मज़बूत बनाना।
समय: कम से कम दो दिन बाकी शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट:
सत्र के शुरूआत में कक्षा में कुछ नए विद्यार्थी भी आते हैं। अत: एक-दूसरे से परिचित होने, कक्षा में सहज होने और एक-दूसरे के प्रति स्वीकार्यता (acceptance) बढ़ाने के लिए इस गतिविधि को ‘Connect’ होने के उद्देश्य से रखा गया है। यह हो सकता है कि सभी विद्यार्थी एक-दूसरे को पहले से ही जानते हों फिर भी एक व्यक्ति के बारे में और अधिक जानने की गुंजाइश रहती ही है। यह भी हो सकता है कि वे एक-दूसरे के संपर्क (contact) में तो रहते हैं, लेकिन सभी एक-दूसरे से जुड़े (connect) न हों। इस गतिविधि में विद्यार्थी अपने जवाब में अपनी सृजनात्मक सोच को भी प्रदर्शित कर सकेंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों को स्वयं के विचारों और भावों को व्यक्त करने का अवसर भी मिलेगा।
कक्षा की शुरूआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
● इस गतिविधि को करने के बाद कैसा महसूस हो रहा है? क्यों?
● किसी विद्यार्थी का जवाब आपको बहुत पसंद आया? क्यों?
● क्या कोई विद्यार्थी अपने दिए गए जवाब को कक्षा में साझा करना चाहेगा?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
क्या करें और क्या न करें:
समय: कम से कम दो दिन बाकी शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट:
सत्र के शुरूआत में कक्षा में कुछ नए विद्यार्थी भी आते हैं। अत: एक-दूसरे से परिचित होने, कक्षा में सहज होने और एक-दूसरे के प्रति स्वीकार्यता (acceptance) बढ़ाने के लिए इस गतिविधि को ‘Connect’ होने के उद्देश्य से रखा गया है। यह हो सकता है कि सभी विद्यार्थी एक-दूसरे को पहले से ही जानते हों फिर भी एक व्यक्ति के बारे में और अधिक जानने की गुंजाइश रहती ही है। यह भी हो सकता है कि वे एक-दूसरे के संपर्क (contact) में तो रहते हैं, लेकिन सभी एक-दूसरे से जुड़े (connect) न हों। इस गतिविधि में विद्यार्थी अपने जवाब में अपनी सृजनात्मक सोच को भी प्रदर्शित कर सकेंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों को स्वयं के विचारों और भावों को व्यक्त करने का अवसर भी मिलेगा।
कक्षा की शुरूआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- विद्यार्थियों को जोड़े या छोटे समूहों में बाँटे।
- इसके बाद उन्हें एक-दूसरे के बारे में जानने के लिए एक बार में एक या दो प्रश्न दें।
- विद्यार्थी अपने-अपने जोड़े या समूह में एक-दूसरे का अभिवादन करते हुए अपना नाम बताएँ और एक-दूसरे से दिए गए प्रश्न पूछें।
- प्रश्न कुछ इस तरह से चुने जाएँ कि विद्यार्थी अपने व्यक्तिगत जीवन से कुछ बता सकें और अपनी सृजनात्मक सोच का प्रदर्शन कर सकें। प्रश्न कुछ इस तरह के हो सकते हैं:
- 1. आपका शौक (hobby) क्या हैं?
- 2. आप बड़े होकर क्या बनना चाहेंगे?
- 3. आपका पसंदीदा व्यक्ति कौन है? आप उन्हें क्यों पसंद करते हैं?
- 4. दुनिया में आप एक कौनसा बदलाव करना चाहते हैं? आप यह बदलाव क्यों चाहते हैं?
- जोड़े या समूहों को बदल-बदलकर नए प्रश्नों के साथ इस गतिविधि को दोहराया जाए।
● इस गतिविधि को करने के बाद कैसा महसूस हो रहा है? क्यों?
● किसी विद्यार्थी का जवाब आपको बहुत पसंद आया? क्यों?
● क्या कोई विद्यार्थी अपने दिए गए जवाब को कक्षा में साझा करना चाहेगा?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
क्या करें और क्या न करें:
- उपलब्ध स्थान के आधार पर गतिविधि को बैठकर या खड़े होकर किया जा सकता है।
- पहली बार आसान प्रश्न दिए जाए और बाद में कुछ ऐसे प्रश्न दिए जा सकते हैं जिसके लिए विद्यार्थियों को कुछ देर सोचना भी पड़े।
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- एक-दूजे को जानें
- यू आर यूनीक
- क्या कर रहे हो
- आओ ख़ुद को जानें
- बग़ीचे की सैर
- मेरे जीवन का लक्ष्य
- ख़ुशी के पल
- पैसा ही चाहिए या पैसा भी चाहिए
- किसका फ़ायदा
- आओ मन:स्थिति पहचानें
- मेरी परेशानी मेरे ही कारण
- अच्छा लगना, अच्छा होना
- मेरा रिमोट मेरे पास
- हम सब एक समान
- अपनी-अपनी पर्ची
- तन और मन
- मैं किसका सम्मान करता हूँ
- मैं कैसे पहचाना जाऊँ
- ख़ुश होना: किससे और कितनी देर
- कौन ख़ुश, कौन नाख़ुश
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