गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों का ध्यान इस तरफ़ ले जानें का प्रयास करना कि जो अच्छा होता है वो दीर्घ-कालिक (long-lasting) होता है और जो केवल अच्छा लगता है वो अल्प-कालिक (temporary/ momentary) होता है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: अक्सर जो चीज़ें हमें अच्छी लगती हैं, वह हमें केवल थोड़े समय के लिए सुख देती हैं, और जो अच्छी होती हैं, वह हमें ज़्यादा समय के लिए सुख देती हैं। हम रोज़ाना बहुत सारे निर्णय लेते हैं जो इन दोनो चीज़ों पर आधारित होते हैं। इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों का ध्यान इन निर्णयों की तरफ ले जाया जायेगा। शिक्षक ध्यान दें कि अच्छा लगने वाली चीज़ों में विद्यार्थियों के बीच अंतर आ सकता है, परंतु अच्छा होने वाली ज़्यादातर चीज़ें सभी को समान लगती हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न 1. रोज़मर्रा के निर्णयों में से आपके कौन से निर्णय अच्छा लगने के कारण होते हैं और कौन से निर्णय अच्छा होने के कारण होते हैं? कौन से निर्णयों की संख्या ज़्यादा है? क्यों? 2. अच्छा लगने वाली चीज़ों और अच्छा होने वाली चीज़ों में से कौन सी चीज़ें हमें ज़्यादा देर तक सुख देतीं हैं? 3. क्या आप अच्छा होने वाली चीज़ों की अपेक्षा अच्छा लगने वाली चीज़ों को चुनते हैं? यदि हाँ तो क्यों?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
क्या करें, क्या न करें:
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: अक्सर जो चीज़ें हमें अच्छी लगती हैं, वह हमें केवल थोड़े समय के लिए सुख देती हैं, और जो अच्छी होती हैं, वह हमें ज़्यादा समय के लिए सुख देती हैं। हम रोज़ाना बहुत सारे निर्णय लेते हैं जो इन दोनो चीज़ों पर आधारित होते हैं। इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों का ध्यान इन निर्णयों की तरफ ले जाया जायेगा। शिक्षक ध्यान दें कि अच्छा लगने वाली चीज़ों में विद्यार्थियों के बीच अंतर आ सकता है, परंतु अच्छा होने वाली ज़्यादातर चीज़ें सभी को समान लगती हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- शिक्षक बोर्ड पर एक बड़ा '+' बनायेंगे और विद्यार्थियों को “+” के चारों तरफ, निम्न स्थितियों को वर्गीकृत करने के लिए कहेंगे।
- “+”के चारों खाने निम्नलिखित बातों को दर्शाते हैं:
- अच्छा लगता है, पर अच्छा है नहीं
- अच्छा नहीं लगता, पर अच्छा है
- अच्छा लगता है, और अच्छा है
- अच्छा नहीं लगता, और अच्छा है भी नहीं
- पहले, शिक्षक कक्षा को हर खाने में ३-४ स्थितियाँ सोचने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें।
- अगर विद्यार्थी और स्थितियाँ नहीं सोच पाते, तो शिक्षक नीचे दी गई स्थितियाँ एक एक करके पढ़ें और विद्यार्थियों से पूछें “यह कौन से खाने में जा सकती हैंऔर क्यों?”
- देर रात एक फिल्म देखना, जब आपको अगली सुबह स्कूल जाना हो।
- फल और हरी सब्जी नहीं खाना।
- परीक्षा से पहले अच्छी तरह से पढ़ाई करना।
- प्रतियोगिता से पहले अपने खेल / नृत्य का अभ्यास करना।
- जंक फूड खाना।
- अपना होमवर्क पूरा नहीं करने के लिए स्वयं को जिम्मेदार ठहराया जाना।
- बहुत समय तक वीडियो गेम खेलना ।
- पार्क में खेलना ।
- व्यायाम करना ।
- गर्मी से आकर ठंडा पानी पीना ।
- दाल रोटी खाना ।
- मम्मी पापा से कोई बात छिपाना।
- घर में बैठे बैठे समय व्यर्थ करना ।
- सलाद खाना ।
- बहुत सारी मिर्च वाला खाना खाकर पेट ख़राब होना ।
- किसी के ऊपर ग़ुस्सा निकालना।
- किसी की कमियों का पीठ पीछे मज़ाक उड़ाना।
- कक्षा में कम नम्बर लेकर आना ।
- बढ़ता हुआ प्रदूषण ।
- परिवार के सदस्यों में लड़ाई होना ।
- बीमार होना ।
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न 1. रोज़मर्रा के निर्णयों में से आपके कौन से निर्णय अच्छा लगने के कारण होते हैं और कौन से निर्णय अच्छा होने के कारण होते हैं? कौन से निर्णयों की संख्या ज़्यादा है? क्यों? 2. अच्छा लगने वाली चीज़ों और अच्छा होने वाली चीज़ों में से कौन सी चीज़ें हमें ज़्यादा देर तक सुख देतीं हैं? 3. क्या आप अच्छा होने वाली चीज़ों की अपेक्षा अच्छा लगने वाली चीज़ों को चुनते हैं? यदि हाँ तो क्यों?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
क्या करें, क्या न करें:
- शिक्षक विद्यार्थियों को अपनी सोच से ऊपर दी गयी स्थितियों के अतिरिक्त और भी स्थितियाँ सुझाने और सोचने के लिए प्रोत्साहित करें।
- विद्यार्थियों के विचार सभी स्थितियों के लिए अलग अलग हो सकते हैं। शिक्षक ध्यान रखें कि उन्हें केवल विद्यार्थियों से उनके विचारों का आधार पूछना है, न कि उनके विचारों को सही और ग़लत बताना है।
- यह भी संभव है कि कोई स्थिति एक से ज़्यादा खाने में रखी जा सकती है।
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- अपनी ख़ुशी के हम निर्माता
- कितने दोस्त
- खुशी देर तक या कम समय तक
- खुशी या खुशी पाने के तरीके
- खेतों से मेज़ तक
- तुम्हारे गुण मैं बताऊं
- नाम और इशारा
- मेरी विशेषताएँ
- मेरे अच्छे काम
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- स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्टेशन
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- मेरे आस-पास
- मेरी भावनाएँ
- सिक्के का दूसरा पहलू
- संबंधों में ख़ुशी
- अदृश्य सितारे
- अच्छा है या नहीं
- यू आर स्पेशल
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