5. खेतों से मेज़ तक

गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थी समाज के अनेक लोगों के सहयोग और आपसी पूरकता को समझें तथा उनमें उन सभी सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता का भाव पनपे।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।

शिक्षक के लिए नोट: हमारा जीवन सुचारू रूप से चल पाएँ इसमें बहुत सारे लोगों का योगदान होता है। विद्यार्थी उन लोगों के महत्व को समझ पाएँ, जो समाज में अपनी भूमिका निभाते हैं, पर हम तक पहुंचने वाली वस्तुओं और सेवाओं का उपयोग करते समय हमारा ध्यान उनकी ओर नहीं जा पाता। इस गतिविधि से आशा है कि विद्यार्थियों का ध्यान उस ओर जाएगा और वे उनके प्रति कृतज्ञता के एहसास के साथ जीएँगे। यह कृतज्ञता का भाव समाज को जोड़ने का काम करता है। समाज के अनेक लोगों का उपेक्षित होना या उनके प्रति व्यवहार में रूखापन पाएँँ जाने का एक बड़ा कारण अपने जीवन में उनकी उपयोगिता को न देख पाना है।

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण: विद्यार्थियों से उनके पसंदीदा पकवान पूछें। कुछ विद्यार्थियों से उत्तर सुनने के बाद पूछें :
  • ये पकवान हमें कैसे मिलता हैं? और कौन देता है? 
    • अपेक्षित उत्तर - बाज़ार से, मम्मी / पापा उन्हें पकाते हैं। 
  • बाज़ार / घर में, इस पकवान को बनाने के लिए लोगों को कच्ची सामग्री कहाँ से मिलती है? ○ अपेक्षित उत्तर:एक बड़े डीलर से या थोक विक्रेता से 
  • इन्हें ये सामान कैसे और कहाँ से मिलता है? क्या इस सामान को इस रूप में लाने के लिए कोई प्रक्रिया भी होती है? 
    • अपेक्षित उत्तर - फैक्ट्री से, मशीनों से 
  • वहाँ पर ये सामान कैसे और कहाँ से आता है? 
    • अपेक्षित उत्तर - खेतों से, किसान वहाँ मेहनत करके उन्हें उगाता है। 
  • अब क्या कोई मुझे बता सकता है कि आपकी मेज़ या प्लेट पर उस पकवान को लाने की प्रक्रिया में कितने लोग शामिल हैं? 
    • अपेक्षित उत्तर - किसान, चालक, दुकानदार आदि। शिक्षक अब विद्यार्थियों से कहें, “चलो देखते हैं कि आपकी प्लेट में चपाती लाने की प्रक्रिया में कितने लोग शामिल हैं और इसमें कितनी मेहनत लगती है।” - किसान पहले हल जोतता है, फिर खेत मे सिंचाई करता है, फिर गेहूं के बीज बोता है। हर रोज़ खेत की देखभाल करता है। बीमारियों और कीड़ों से फसलों की रक्षा करता है। - कुछ लोग खेत से अनाज को बाजार में ले जानें में उसकी मदद करते हैं। - कोई बाजार से उसे खरीदता है। - कोई गेहूं पीसकर आटा बनाता है, उसके बाद कोई आटा गूंधता है और चपाती बनाता है, फिर आपको परोसता है। अब शिक्षक विद्यार्थियों से ये पूछें, “क्या आप इस गतिविधि में शामिल लोगों की एक सूची बना सकते हैं?” अपेक्षित उत्तर - किसान, ट्रक ड्राइवर, दुकानदार, माँ / पिता इत्यादि। विद्यार्थियों के जवाबों को बोर्ड पर लिखें। अब सभी विद्यार्थियों को 5-6 के समूह में बांटें। 
    • हर समूह को एक भूमिका दें - 
    • किसानों का समूह - इस समूह के सदस्य खेत का दृश्य बनाएँगे जिसमें विद्यार्थी, उस कार्य अभिनय करेंगे जो कार्य किसान करते हैं। जैसे हल जोतना। 
    • अन्य किसानों का समूह - इस समूह के सदस्य खेत का दृश्य बनाएँगे, जिसमें विद्यार्थी, जो अन्य कार्य किसान करते हैं, उसका अभिनय करेंगे, जैसे सिंचाई। 
    • ट्रांसपोर्टर/ट्रक ड्राइवर समूह - इस समूह के सदस्य एक दृश्य बनाएँगे, जिसमें विद्यार्थी, जो कार्य ट्रांसपोर्टर करते हैं, उसका अभिनय करेंगे। 
    • दुकानदारों का समूह - इस समूह के सदस्य दूकान का/ बाज़ार का दृश्य बनाएँगे, जिसमें विद्यार्थी, जो कार्य दुकानदार करते हैं, उसका अभिनय करेंगे। 
    • रोटी बनाने वालों का एक समूह - इस समूह के सदस्य घर का दृश्य बनाएँगे, जिसमें विद्यार्थी, जो कार्य घर में रोटी बनाने के लिए घर के सदस्य करते हैं, उसका अभिनय करेंगे। शिक्षक विद्यार्थियों से कहेंगे कि हर समूह को दी गयी भूमिकाओं पर वे सोच कर आएँगे और हम सब इस गतिविधि को अगले दिन आगे बढ़ाएँगे। 
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. यदि समाज में कोई समूह काम करना बंद कर दे तो क्या होगा?
2. जिन लोगो का अभिनय आज हमने किया, क्या आपके जीवन में ये लोग महत्वपूर्ण हैं? अगर हाँ तो क्यों, अगर नहीं तो क्यों नहीं?
3. क्या उनके काम और प्रयास आपको किसी भी तरह से प्रभावित करते हैं? कैसे? (यदि पर्याप्त समय में गतिविधि पूरी ना हो पाएँ, तो अगले दिन भी अध्यापक इसकी चर्चा कर सकते हैं। दूसरे दिन की गतिविधि निम्न है)

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

दूसरा दिन: यह इस गतिविधि का दूसरा दिन है। इसकी शुरूआत में विद्यार्थियों से पिछले दिन हुए गतिविधि के पहले भाग की पुनरावृत्ति करवाएँ ।

शिक्षक के लिए नोट: पुनरावृत्ति करवाने में ज़्यादा समय न लगाएँ , सिर्फ 1-2 मिनट, अगर विद्यार्थी कोई बात भूल रहे हों तो उन्हें याद दिलाएँ । शिक्षक इस प्रक्रिया को तब तक जारी रखें जब तक विद्यार्थियों को ये एहसास न हो कि एक भी समूह अगर अपना काम करना छोड़ता है तो ये पूरी श्रृंखला में बाधा आ जाती है।

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
  • अब शिक्षक सभी विद्यार्थियों को अपने अपने समूह के कार्य को एक श्रृंखला में करने को कहें। उदाहरण के तौर पर: किसानों का समूह → → ट्रांसपोर्टर समूह → दुकानदारों के समूह → रोटी बनाने वालों का समूह। 
  • अब शिक्षक किसानों के समूह में जो विद्यार्थी हैं उन्हें फ्रीज़ हो जानें को कहें। फ्रीज़ होने का अर्थ है सारे किसान समूह वाले विद्यार्थी स्टैचू / स्थिर हो जायेंगे। 
  • इसके बाद किसान समूह वाले विद्यार्थी स्थिर ही रहेंगे और शिक्षक बाक़ी समूहों के विद्यार्थियों से अपना काम जारी रखने को कहेंगे। 
  • शिक्षक हर समूह को एक एक करके फ्रीज़ कर सकते हैं, जो समूह फ्रीज़ हो वो स्थिर रहे, बाक़ी अपना अपना कार्य करते रहें। 
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

क्या करें क्या न करें:
  • कोशिश करें कि वे एक दूसरे के परस्पर सहयोग और आपसी निर्भरता पर चर्चा कर पाएँ।
  • सभी विद्यार्थियों के समूहों में जाकर चर्चा की दिशा को बनाए रखने में मदद करें। समूह के कार्य को एक श्रृंखला में बनाने में भी मदद कर सकते हैं।  
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  1. अपनी ख़ुशी के हम निर्माता
  2. कितने दोस्त
  3. खुशी देर तक या कम समय तक
  4. खुशी या खुशी पाने के तरीके
  5. खेतों से मेज़ तक
  6. तुम्हारे गुण मैं बताऊं
  7. नाम और इशारा
  8. मेरी विशेषताएँ
  9. मेरे अच्छे काम
  10. मैं आपको जानता हूँ
  11. स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्टेशन
  12. थम्स अप, थम्स डाउन
  13. व्यवस्था में मेरी भागीदारी
  14. मेरे आस-पास
  15. मेरी भावनाएँ
  16. सिक्के का दूसरा पहलू
  17. संबंधों में ख़ुशी
  18. अदृश्य सितारे
  19. अच्छा है या नहीं
  20. यू आर स्पेशल

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