विधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों को आपसी संबंधों को सुदृढ करने के लिए प्रेरित करना।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: विद्यार्थियों की अपनी एक कॉपी और पेंसिल/पेन
शिक्षक के लिए नोट: अच्छे सम्बन्धों में हम अपने आप को सुरक्षित और सहज महसूस करते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि हम अपने मन की बात किसी से खुल कर नहीं कर पाते। हमें कई बार ऐसा लगता है कि हमारे मन की बात को जानने में दूसरे की रूचि नहीं है। संबंध सुदृढ होने पर हम अपने संबंधों में सहज हो पाते हैं और एक दूसरे से अपने मन की बात साझा कर पाते हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
क्या करें क्या न करें:
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: विद्यार्थियों की अपनी एक कॉपी और पेंसिल/पेन
शिक्षक के लिए नोट: अच्छे सम्बन्धों में हम अपने आप को सुरक्षित और सहज महसूस करते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि हम अपने मन की बात किसी से खुल कर नहीं कर पाते। हमें कई बार ऐसा लगता है कि हमारे मन की बात को जानने में दूसरे की रूचि नहीं है। संबंध सुदृढ होने पर हम अपने संबंधों में सहज हो पाते हैं और एक दूसरे से अपने मन की बात साझा कर पाते हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- विद्यार्थियों से उनके दोस्तों की संख्या सोचने के लिए कहें। अब हाथ उठवाकर जानने की कोशिश करें कि उनमें से कितने हैं - 1. 5 या उससे अधिक दोस्तों की संख्या वाले विद्यार्थी 2. 3-4 दोस्तों वाले विद्यार्थी 3. 1-2 दोस्तों वाले विद्यार्थी 4. जिनका कोई दोस्त नहीं इनकी गिनती बोर्ड पर लिख दें।
- 4-5 विद्यार्थियों के छोटे छोटे समूह बनाएँ ।
- समूह में बैठकर वे अपना नाम तथा अपनी विभिन्न रूचियाँ अपनी अपनी कॉपी पर लिख लें।
- अब वे अपनी रूचियों की सूची आपस में दिखाएँ और अपने बारे में एक दूसरे को बताएँ ।
- फिर से विद्यार्थियों से दोस्तों की गिनती के लिए हाथ उठवाएँ और बोर्ड पर लिखें।
- आप अधिक संख्या में दोस्त कैसे बना पाते हैं?
- आपके दोस्तों की संख्या कम होने के क्या कारण हैं?
- विद्यालय में नए विद्यार्थियों से किस प्रकार जान पहचान बढ़ा सकते हैं?
- आपको कैसे लोग अपने दोस्त के रूप में पसंद हैं?
- क्या दोस्तों व अन्य विद्यार्थियों के साथ आपके व्यवहार में अंतर होता है? क्यों या क्यों नहीं?
- क्या आप एक ऐसी कक्षा में बैठना चाहेंगे, जहां आपका कोई दोस्त न हो? क्यों या क्यों नहीं?
क्या करें क्या न करें:
- संकोची विद्यार्थियों को और खुलने का मौका मिले।
- ऐसी किसी बात की चर्चा न हो जिससे किसी भी विद्यार्थी को अपने संकोची होने पर शर्मिंदगी हो।
- किसी भी विद्यार्थी द्वारा कही गई बात को सही गलत में न बाँटें।
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- अपनी ख़ुशी के हम निर्माता
- कितने दोस्त
- खुशी देर तक या कम समय तक
- खुशी या खुशी पाने के तरीके
- खेतों से मेज़ तक
- तुम्हारे गुण मैं बताऊं
- नाम और इशारा
- मेरी विशेषताएँ
- मेरे अच्छे काम
- मैं आपको जानता हूँ
- स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्टेशन
- थम्स अप, थम्स डाउन
- व्यवस्था में मेरी भागीदारी
- मेरे आस-पास
- मेरी भावनाएँ
- सिक्के का दूसरा पहलू
- संबंधों में ख़ुशी
- अदृश्य सितारे
- अच्छा है या नहीं
- यू आर स्पेशल
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