8. मेरी विशेषताएँ

गतिविधि का उद्देश्य: स्वयं के गुणों के बारे में जानकर ख़ुशी व संतोष का भाव
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है

शिक्षक के लिए नोट:हर व्यक्ति अपने अच्छे कार्यों को जानकर स्वयं में सम्मानित महसूस करके खुशी का अनुभव करता है। अपने अच्छे कार्यों को जानकर वह अपनी ज़िम्मेदारी और भागीदारी अनुभव करता है।यह उसके स्वयं को प्रोत्साहित करने वाला तथा दूसरों के लिए प्रेरणादायी होता है।

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण: अध्यापक निम्नलिखित विशेषताओं को या इनमें से छांट कर 10 या 15 विशेषताओं को ब्लैकबोर्ड पर लिखेंगे।
1 अनुशासित
2. आज्ञाकारी
3. मेहनती
4. होशियार
5. दयालु
6. समझदार
7. हंसमुख
8. मददगार
9. विश्वसनीय
10. ऊर्जावान
11. साहसी
12. समय का पालन करने वाला
13. आत्मविश्वासी
14. प्रतिभावान
15. धैर्यवान
16. सहयोग करने वाला
17. महत्वाकांक्षी
18. समय पर उठने वाला
19. समय पर विद्यालय आने वाला.
20. गृह कार्य पूरा करने वाला इत्यादि।
  • 5 से 7 विद्यार्थियों के समूह में विद्यार्थी एक कागज़ पर अपना नाम लिख लें तथा उसे अपने दाईं ओर बैठे साथी को दे दें।
  • इस कागज़ पर प्रत्येक विद्यार्थी उस साथी की कोई एक विशेषता लिखेगा।
  • इसके बाद विद्यार्थी उस कागज़ को अपनी दाईं ओर वाले साथी को तब तक देंगे जब तक यह कागज़ प्रत्येक विद्यार्थी तक न पहुंच जाए। ।
  • यह क्रम इसी तरह चलता रहेगा तथा कक्षा के सभी विद्यार्थी कक्षा के अन्य विद्यार्थियों की विशेषताएँ लिख लें।
  • विद्यार्थियों से कहें कि ब्लैकबोर्ड पर लिखी हुई विशेषताओं में से जो विशेषताएँ उन्हें अपने बारे में सही लगती हैं उन्हें अपनी कॉपी में लिखें।
  • विद्यार्थी अपने अपने समूह में एक दूसरे की विशेषताओं के बारे में अपने विचार अपने समूह में रखें।
  • अब विद्यार्थी अपने विचार सबके सामने व्यक्त करें कि दूसरे विद्यार्थियों द्वारा अपनी विशेषताएँ जानकर उन्हें कैसा लग रहा है। 
हला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न 
1. अपने गुणों को जानकर आपको कैसा महसूस हुआ तथा क्यों?
2. क्या इससे पहले आपका ध्यान अपने साथियों के उस गुण पर गया था जिसे आपने उनके लिए लिखा था?साझा करें।
3. जब आप अपने साथी का गुण लिख रहे थे तब आपको कैसा लग रहा था और क्यों?
4. आज अपने साथियों से अपने गुणों को जानकर आपको कैसा लगा तथा क्यों?साझा करें।
5. अपने बारे में साथियों के विचार जानकर आपने स्वयं में क्या बदलाव महसूस किया? साझा करें।
6. जब आप घर से पूरा कार्य करके स्कूल आते हैं, तब आपको कैसा महसूस होता है तथा क्यों? 7. जब आप समय पर स्कूल पहुंचते हैं, तब आपको कैसा महसूस होता है तथा क्यों?

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

क्या करें क्या न करें
  • सभी विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करें। 
  • किसी भी विद्यार्थी की विशेषता को कम या ज्यादा न आंका जाए।
  • विद्यार्थियों को अपनी अपनी विशेषताएँ बताने के लिए प्रोत्साहित करें।
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  1. अपनी ख़ुशी के हम निर्माता
  2. कितने दोस्त
  3. खुशी देर तक या कम समय तक
  4. खुशी या खुशी पाने के तरीके
  5. खेतों से मेज़ तक
  6. तुम्हारे गुण मैं बताऊं
  7. नाम और इशारा
  8. मेरी विशेषताएँ
  9. मेरे अच्छे काम
  10. मैं आपको जानता हूँ
  11. स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्टेशन
  12. थम्स अप, थम्स डाउन
  13. व्यवस्था में मेरी भागीदारी
  14. मेरे आस-पास
  15. मेरी भावनाएँ
  16. सिक्के का दूसरा पहलू
  17. संबंधों में ख़ुशी
  18. अदृश्य सितारे
  19. अच्छा है या नहीं
  20. यू आर स्पेशल
   

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