गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों का ध्यान इस तरफ चला जाए कि ख़ुश होना और ख़ुश दिखना दो अलग अलग बातें हैं। समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है
शिक्षक के लिए नोट: ख़ुश होना और ख़ुश दिखना दोनों ही अलग बातें है, आजकल के समाज में ख़ुश दिखने की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जाता है यद्यपि ख़ुश होना अधिक महत्वपूर्ण है। कई बार हमारे साथ ऐसा होता है कि हम ख़ुश न होते हुए भी ख़ुश दिखने का प्रयास करते हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
1. क्या कभी ऐसा हुआ है, जब आपने ख़ुश न होते हुए भी स्वयं को ख़ुश दिखाया हो? कब?(जैसे, किसी मेहमान के सामने या फोटो खिंचवाते समय) वैसा आपने क्यों किया था?
2. क्या कभी आपको लगा कि आपका कोई दोस्त ख़ुश है तो नहीं, पर ख़ुश दिखने का प्रयास कर रहा है? ऐसे में आपने क्या किया?
3. क्या पिछले कुछ दिनों में आपने अपने घर पर भी किसी को ख़ुश दिखने का प्रयास करते देखा? क्या आपको उनके द्वारा छुपाएँ जा रहे दुःख या परेशानी का कारण पता लग पाया? पता लगने पर आपने क्या किया?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
दूसरा दिन
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
गतिविधि के चरण:
1. 5 से 6 विद्यार्थियों के समूह को कक्षा के सामने बुलाएँ और उन्हें ऐसा जताएँ कि उनकी तस्वीर खींची जा रही है।
2. विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया को नोट करेंगे। (ज्यादातर ऐसा पाया जाएगा कि तस्वीर खिंचवाते समय विद्यार्थी मुस्कराएँगे या अलग अलग तरह से खड़े होंगे।)
दूसरा दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. विद्यार्थियों से जानने की कोशिश करें कि फोटो खिंचवाते समय वे क्यों मुस्कुराए?
2. फोटोग्राफर के तैयार (ready) कहने पर हम ख़ुश दिखने की कोशिश करते हैं, या ख़ुश हो जाते हैं?
3. आपके लिए ख़ुश दिखना महत्वपूर्ण है ,या ख़ुश होना? क्यों?
क्या करें क्या ना करें:
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आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है
शिक्षक के लिए नोट: ख़ुश होना और ख़ुश दिखना दोनों ही अलग बातें है, आजकल के समाज में ख़ुश दिखने की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जाता है यद्यपि ख़ुश होना अधिक महत्वपूर्ण है। कई बार हमारे साथ ऐसा होता है कि हम ख़ुश न होते हुए भी ख़ुश दिखने का प्रयास करते हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- ब्लैकबोर्ड पर एक तरफ एक मुस्कुराता हुआ चेहरा ☺ बनाएँ व दूसरी तरफ दु:खी चेहरा 😢 बनाएँ ।
- विद्यार्थियों से पूछें कि ब्लैकबोर्ड पर बना कौन सा चेहरा उन्हें अच्छा लग रहा है।
- अब उनसे कहा जाए कि एक दूसरे की ओर दोनो तरह के चेहरे बनाकर देखें।
- आपको अपने मित्र का मुस्कुराता चेहरा अच्छा लगा या दुःखी चेहरा?
- जब आपने मुस्कुराते चेहरे से मित्र की ओर देखा, तो क्या आप वास्तव में ख़ुश भी थे?
- अब उनसे पूछा जाए कि वे किन बातों से खुश और किन बातों से दुःखी होते हैं। बोर्ड के दोनों भागों में उनकी साझा की गई बातें लिखते जाएँ।
1. क्या कभी ऐसा हुआ है, जब आपने ख़ुश न होते हुए भी स्वयं को ख़ुश दिखाया हो? कब?(जैसे, किसी मेहमान के सामने या फोटो खिंचवाते समय) वैसा आपने क्यों किया था?
2. क्या कभी आपको लगा कि आपका कोई दोस्त ख़ुश है तो नहीं, पर ख़ुश दिखने का प्रयास कर रहा है? ऐसे में आपने क्या किया?
3. क्या पिछले कुछ दिनों में आपने अपने घर पर भी किसी को ख़ुश दिखने का प्रयास करते देखा? क्या आपको उनके द्वारा छुपाएँ जा रहे दुःख या परेशानी का कारण पता लग पाया? पता लगने पर आपने क्या किया?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
दूसरा दिन
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
गतिविधि के चरण:
1. 5 से 6 विद्यार्थियों के समूह को कक्षा के सामने बुलाएँ और उन्हें ऐसा जताएँ कि उनकी तस्वीर खींची जा रही है।
2. विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया को नोट करेंगे। (ज्यादातर ऐसा पाया जाएगा कि तस्वीर खिंचवाते समय विद्यार्थी मुस्कराएँगे या अलग अलग तरह से खड़े होंगे।)
दूसरा दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. विद्यार्थियों से जानने की कोशिश करें कि फोटो खिंचवाते समय वे क्यों मुस्कुराए?
2. फोटोग्राफर के तैयार (ready) कहने पर हम ख़ुश दिखने की कोशिश करते हैं, या ख़ुश हो जाते हैं?
3. आपके लिए ख़ुश दिखना महत्वपूर्ण है ,या ख़ुश होना? क्यों?
क्या करें क्या ना करें:
- यह सुनिश्चित करें कि गतिविधि में सभी विद्यार्थी हिस्सा लें।
- सभी विद्यार्थियों के विचारों को सम्मिलित करें।
- अध्यापक गतिविधि में स्वयं भी भाग लें।
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- अपनी ख़ुशी के हम निर्माता
- कितने दोस्त
- खुशी देर तक या कम समय तक
- खुशी या खुशी पाने के तरीके
- खेतों से मेज़ तक
- तुम्हारे गुण मैं बताऊं
- नाम और इशारा
- मेरी विशेषताएँ
- मेरे अच्छे काम
- मैं आपको जानता हूँ
- स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्टेशन
- थम्स अप, थम्स डाउन
- व्यवस्था में मेरी भागीदारी
- मेरे आस-पास
- मेरी भावनाएँ
- सिक्के का दूसरा पहलू
- संबंधों में ख़ुशी
- अदृश्य सितारे
- अच्छा है या नहीं
- यू आर स्पेशल
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