गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थी सभी के साथ साझा करें कि किसी वस्तु के होने या बनने से लेकर उसके नष्ट होने तक का सफर देख पाने में सक्षम होंगे और इस सफर को किस प्रकार व्यवस्था के अनुरूप (प्रकृति के साथ तालमेल) रखा जाए, उस पर विचार कर पाएँगे।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष वस्तु की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: सभी वस्तुओं की उत्पत्ति अथवा बनने से लेकर उनके निपटारा होने की एक यात्रा है ।इसकी चर्चा हम बच्चों से नहीं करते हैं। यह वस्तु कैसे ,कहाँ से आयी, इसे खरीदा गया या यह उपहार में मिली थी? क्या इसे उधार लिया गया था? इसकी उपयोगिता क्या है? इस वस्तु का निपटान (dispose off) कैसे और कब किया जाएगा? यह वस्तु कहाँ खत्म होगी। इस गतिविधि में हम ऐसी ही चर्चा करेंगे।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. हमारे दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली अधिकांश वस्तुएँ कहां से आती हैं ?
2. क्या ये वस्तुएँ बायो- डिग्रेडेबल हैं अर्थात् मिट्टी में मिल जाती हैं या
नहीं ?
3. इन वस्तुओं में से कितनी वस्तुओं का पुनः उपयोग किया जा सकता है ?
4. उन वस्तुओं के बारे में सोचें जिन्हें आप फेंकने के बजाय घर पर किसी और रूप में प्रयोग कर सकते हैं?
5. हम अपनी बेकार वस्तुओं के साथ क्या करते हैं ? (सही निपटारा न होने पर प्रकृति पर कचरे का बोझ बढ़ जाता है)और प्रकृति क्या चाहती है?
6. क्या हम इन वस्तुओं के निवारण के तरीकों को बदल सकते हैं?
7. आपको कैसा लगता है जब हमारा आस पड़ोस साफ होता है और हम आश्वस्त होते हैं कि प्रकृति से मिलने वाली वस्तुएँ बहुत लंबे समय तक कई पीढ़ियों को सुविधा प्रदान कर पाएँगी?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
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समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष वस्तु की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: सभी वस्तुओं की उत्पत्ति अथवा बनने से लेकर उनके निपटारा होने की एक यात्रा है ।इसकी चर्चा हम बच्चों से नहीं करते हैं। यह वस्तु कैसे ,कहाँ से आयी, इसे खरीदा गया या यह उपहार में मिली थी? क्या इसे उधार लिया गया था? इसकी उपयोगिता क्या है? इस वस्तु का निपटान (dispose off) कैसे और कब किया जाएगा? यह वस्तु कहाँ खत्म होगी। इस गतिविधि में हम ऐसी ही चर्चा करेंगे।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- विद्यार्थियों को कुछ छोटे -छोटे समूहों में बाँटें।
- सभी समूहों में वस्तुओं की एक सूची दे दें। वस्तुओं की सूची में निम्नलिखित वस्तुएँ शामिल हो सकती हैं :
- पानी की बोतल, स्कूल बैग, रजिस्टर, विशेष प्रकार के बोर्ड गेम जैसे :- शतरंज, साँप-सीढ़ी,पेंसिल-बॉक्स, अखबार, पुराने कपड़े, पॉलीबैग। आप सूची में अन्य वस्तुएँ भी जोड़ सकते हैं |
- सभी समूहों को एक एक कहानी(घटना क्रम के रूप में) बनाने के लिए कहें और वह कहानी वस्तु के बनने से लेकर उसके नष्ट होने तक की हो।
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. हमारे दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली अधिकांश वस्तुएँ कहां से आती हैं ?
2. क्या ये वस्तुएँ बायो- डिग्रेडेबल हैं अर्थात् मिट्टी में मिल जाती हैं या
नहीं ?
3. इन वस्तुओं में से कितनी वस्तुओं का पुनः उपयोग किया जा सकता है ?
4. उन वस्तुओं के बारे में सोचें जिन्हें आप फेंकने के बजाय घर पर किसी और रूप में प्रयोग कर सकते हैं?
5. हम अपनी बेकार वस्तुओं के साथ क्या करते हैं ? (सही निपटारा न होने पर प्रकृति पर कचरे का बोझ बढ़ जाता है)और प्रकृति क्या चाहती है?
6. क्या हम इन वस्तुओं के निवारण के तरीकों को बदल सकते हैं?
7. आपको कैसा लगता है जब हमारा आस पड़ोस साफ होता है और हम आश्वस्त होते हैं कि प्रकृति से मिलने वाली वस्तुएँ बहुत लंबे समय तक कई पीढ़ियों को सुविधा प्रदान कर पाएँगी?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
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- साँप सीढ़ी
- तीन कोने (Three corners)
- कितना सामान- कितना सम्मान
- आओ उपयोगिता बढ़ाएँ
- सहयोग
- साथी की अच्छी बात
- सामान महत्तवपूर्ण या लक्ष्य
- एक बार मैं, एक बार तुम
- आविष्कारों का उपहार
- ऐसे भी सोचें
- मेरी यात्रा क्या है?
- सम्मान/पहचान का आधार क्या
- मुझे अच्छा लगता है जब
- मेरी आवश्यकताएँ
- सुविधा के लिए नियम
- अच्छा है या नहीं
- गुस्सा- ताकत या कमज़ोरी
- करूँ या न करूँ
- मुझे खुशी हुई जब…
- अच्छा है या नहीं
- बूझो तो जानें
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