गतिविधि का उद्देश्य: अच्छा लगना और अच्छा होने में बच्चे अंतर समझ सकेंगे।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: अच्छा लगना एक अलग चीज है जबकि अच्छा होना एक अलग चीज। अच्छा लगना क्षणिक है जबकि अच्छा होना हमेशा के लिए है।यह बात समझ में आने से हमारा ध्यान अच्छा होने पर बना रहता है। इसका मतलब यह भी नहीं है कि अच्छा लगने वाली चीज़ें ज़रूरी नहीं है, पर इससे हमेशा वाली खुशी नहीं मिलेगी यह स्पष्ट होना चाहिए।इस गतिविधि में यही समझ विकसित करने का प्रयास किया गया है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
शिक्षक विद्यार्थियों से पूछें:
1. आपको क्या- क्या अच्छा लगता है? ( जैसे:- खेलना, घूमना, पढ़ना, लिखना, आइसक्रीम, कार्टून शो, दोस्त से मिलना, क्राफ्ट आदि)
2. आपको क्या-क्या अच्छा नहीं लगता?( जैसे:- सर्दियों में नहाना, डाँट सुनना,परीक्षा देना आदि)
शिक्षक सभी के जवाबों को बोर्ड पर लिखते जाएँ ।शिक्षक फिर पूछे:
1. जो चीजें अच्छी लगती है क्या वह हमेशा अच्छी होती हैं?( जैसे:- आइसक्रीम अच्छी लगती है पर क्या वह हर मौसम के लिए अच्छी होती है?)
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. जो हमें अच्छा लगता है क्या वह हमेशा अच्छा होता भी है? अपनी जिंदगी से जुड़ा हुआ कोई उदाहरण भी दीजिए।
2. जो चीजें अच्छी होती हैं क्या वह हमेशा अच्छी लगती हैं? बताएँ कैसे?( जैसे- हरी सब्जियाँ खाना कुछ बच्चों को अच्छा नहीं लगता लेकिन वह श्वास के लिए अच्छी होती हैं । कुछ बच्चों को पढ़ाई करना अच्छा नहीं लगता जबकि मन लगाकर बहुत ध्यान देकर पढ़ने से भविष्य में हम एक कामयाब व्यक्ति बनते हैं )
3. ऐसी कौन -कौन सी चीजें हैं जो अच्छी लगती भी हैं और अच्छी होती भी हैं ?( जैसे- ताजी हवा में सांस लेना, अपने आसपास सफाई रखना,अच्छे दोस्त बनाना चीजों को समझना)
4. ‘ अच्छा लगना’ और’ अच्छा होना’ में क्या अंतर है?
5. कौन -सा ज़्यादा स्थिर है?
6. ‘ अच्छी लगने’ वाली चीज़ों में खुशी ज्यादा देर तक मिलती है या’ अच्छी होने’ वाली चीजों में खुशी ज्यादा देर तक मिलती है)
7. अच्छा लगने से हम अलग अलग होते हैं या समान?
8. अच्छा होने में हम अलग-अलग होते हैं या समान?
9. क्या हम दूसरे के जैसे’ अच्छा लगना’ के दबाव में आते है?( शिक्षक बच्चों को खुलकर बात रखने के लिए प्रेरित करें)
10. जब हम कपड़े खरीदने जाते हैं तो हम किस आधार पर खरीदते हैं- अच्छा होना( जैसे; कपड़े का मटीरियल )या अच्छा लगने( जैसे: कपड़े का brand आदि) के आधार पर?( शिक्षक बच्चों को सहजता से उत्तर देने के लिए प्रेरित करें, न कि क्या सही है और क्या गलत।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
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समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।
शिक्षक के लिए नोट: अच्छा लगना एक अलग चीज है जबकि अच्छा होना एक अलग चीज। अच्छा लगना क्षणिक है जबकि अच्छा होना हमेशा के लिए है।यह बात समझ में आने से हमारा ध्यान अच्छा होने पर बना रहता है। इसका मतलब यह भी नहीं है कि अच्छा लगने वाली चीज़ें ज़रूरी नहीं है, पर इससे हमेशा वाली खुशी नहीं मिलेगी यह स्पष्ट होना चाहिए।इस गतिविधि में यही समझ विकसित करने का प्रयास किया गया है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
अच्छा लगना
|
अच्छा होना
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क्षणिक खुशी (जैसे- चॉकलेट खाना)
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लंबे समय तक खुशी (जैसे- संबंधों में अपनेपन के साथ जीना)
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सबके लिए अलग-अलग( किसी को मीठा अच्छा
लगता है तो किसी को नमकीन)
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सबके लिए समान( पौष्टिक भोजन सबके लिए अच्छा होता है)
|
बदलता रहता है( कभी चॉकलेट तो कभी आइसक्रीम तो कभी गुलाब जामुन आदि।चॉकलेट खाने की खुशी कुछ क्षण के लिए ही मिलती है, इसलिए फिर से खुश महसूस करने के लिए कुछ और खाने को या करने को ढूँढते हैं)
|
स्थिर होता है( संबंधों में अपनेपन से खुशी मिलती है- यह बात समय और स्थान के अनुसार स्थिर रहती है, बदलती नहीं रहती)
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गतिविधि के चरण:
शिक्षक विद्यार्थियों से पूछें:
1. आपको क्या- क्या अच्छा लगता है? ( जैसे:- खेलना, घूमना, पढ़ना, लिखना, आइसक्रीम, कार्टून शो, दोस्त से मिलना, क्राफ्ट आदि)
2. आपको क्या-क्या अच्छा नहीं लगता?( जैसे:- सर्दियों में नहाना, डाँट सुनना,परीक्षा देना आदि)
शिक्षक सभी के जवाबों को बोर्ड पर लिखते जाएँ ।शिक्षक फिर पूछे:
1. जो चीजें अच्छी लगती है क्या वह हमेशा अच्छी होती हैं?( जैसे:- आइसक्रीम अच्छी लगती है पर क्या वह हर मौसम के लिए अच्छी होती है?)
अच्छा लगना
|
अच्छा होना
|
खाना ,नाचना ,गाना ,आइसक्रीम ,
चॉकलेट ,घूमना ,नई चीजें सीखना ,समझना ,व्यायाम करना
|
पौष्टिक खाना ,चीजों
को संभाल कर
रखना ,विश्वास पाना, सम्मान पाना ,दोस्ती ,आनंद, मैत्री , कुछ चीजें उत्पादित
करना ,सफाई करना ,पेड़ लगाना।
|
पहला दिन: चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. जो हमें अच्छा लगता है क्या वह हमेशा अच्छा होता भी है? अपनी जिंदगी से जुड़ा हुआ कोई उदाहरण भी दीजिए।
2. जो चीजें अच्छी होती हैं क्या वह हमेशा अच्छी लगती हैं? बताएँ कैसे?( जैसे- हरी सब्जियाँ खाना कुछ बच्चों को अच्छा नहीं लगता लेकिन वह श्वास के लिए अच्छी होती हैं । कुछ बच्चों को पढ़ाई करना अच्छा नहीं लगता जबकि मन लगाकर बहुत ध्यान देकर पढ़ने से भविष्य में हम एक कामयाब व्यक्ति बनते हैं )
3. ऐसी कौन -कौन सी चीजें हैं जो अच्छी लगती भी हैं और अच्छी होती भी हैं ?( जैसे- ताजी हवा में सांस लेना, अपने आसपास सफाई रखना,अच्छे दोस्त बनाना चीजों को समझना)
4. ‘ अच्छा लगना’ और’ अच्छा होना’ में क्या अंतर है?
5. कौन -सा ज़्यादा स्थिर है?
6. ‘ अच्छी लगने’ वाली चीज़ों में खुशी ज्यादा देर तक मिलती है या’ अच्छी होने’ वाली चीजों में खुशी ज्यादा देर तक मिलती है)
7. अच्छा लगने से हम अलग अलग होते हैं या समान?
8. अच्छा होने में हम अलग-अलग होते हैं या समान?
9. क्या हम दूसरे के जैसे’ अच्छा लगना’ के दबाव में आते है?( शिक्षक बच्चों को खुलकर बात रखने के लिए प्रेरित करें)
10. जब हम कपड़े खरीदने जाते हैं तो हम किस आधार पर खरीदते हैं- अच्छा होना( जैसे; कपड़े का मटीरियल )या अच्छा लगने( जैसे: कपड़े का brand आदि) के आधार पर?( शिक्षक बच्चों को सहजता से उत्तर देने के लिए प्रेरित करें, न कि क्या सही है और क्या गलत।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
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- साँप सीढ़ी
- तीन कोने (Three corners)
- कितना सामान- कितना सम्मान
- आओ उपयोगिता बढ़ाएँ
- सहयोग
- साथी की अच्छी बात
- सामान महत्तवपूर्ण या लक्ष्य
- एक बार मैं, एक बार तुम
- आविष्कारों का उपहार
- ऐसे भी सोचें
- मेरी यात्रा क्या है?
- सम्मान/पहचान का आधार क्या
- मुझे अच्छा लगता है जब
- मेरी आवश्यकताएँ
- सुविधा के लिए नियम
- अच्छा है या नहीं
- गुस्सा- ताकत या कमज़ोरी
- करूँ या न करूँ
- मुझे खुशी हुई जब…
- अच्छा है या नहीं
- बूझो तो जानें
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