8. एक बार मैं, एक बार तुम

गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों में एक दूसरे को ध्यान से सुनने का कौशल विकसित करना। विद्यार्थियों को ये अनुभव करवाना कि अपने साथी को ध्यान से सुनना भी सम्मान देने का एक तरीका हो सकता है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
आवश्यक सामग्री: कुछ नहीं

शिक्षक के लिए नोट: इस गतिविधि में दो या दो से अधिक विद्यार्थी एक साथ मिलकर कहानी बुनेंगे । इस गतिविधि का ढाँचा और डिज़ाइन ही ऐसा है जिसमें दोनों साथियों के सहयोग से ही कहानी बन पायेगी। शिक्षक छात्रों को बता सकते हैं कि कहानी में एक आरम्भ होता है,मध्य में कोई conflict या समस्या होती है और एक अंत होता है जिसमें समाधान दिखाई देता है। विद्यार्थियों को ये भी बता सकते हैं कि कहानी में एक कनफ्लिक्ट / समस्या एवं अंत में उसका समाधान,कहानी को रोचक बना देती है ।

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

गतिविधि के चरण:
  • प्रत्येक विद्यार्थी को अपना एक साथी चुनने को कहें । दोनों साथी एक साथ मिलकर एक कहानी बनाएँगे जो वे पूरी कक्षा के सामने प्रस्तुत करेंगे । यह गतिविधि 4-5 बच्चों के समूह में भी कर सकते हैं।
  • दोनों में से एक विद्यार्थी एक वाक्य कहेगा और दूसरा कहानी को आगे बढ़ाते हुए अगला वाक्य कहेगा।
उदाहरण के लिए :
विद्यार्थी 1 - एक दिन जब मैं स्कूल पहुँची तो नेहा कुछ परेशान सी दिख रही थी ।
विद्यार्थी 2 - मैंने सुमित से पूछा कि क्या वह नेहा की परेशानी का कारण जानता है ?
विद्यार्थी 1 - पर सुमित भी नेहा की परेशानी का कारण नहीं जानता था ।
विद्यार्थी 2 - तभी रोजी ने बताया कि …….
  • इस तरह से कहानी आगे बढ़ती जाएगी । इस गतिविधि के लिए शिक्षक हर जोड़े को या समूह को 10 मिनट का समय देंगे जिसमें वह 10 से 15 पंक्तियों की कहानी बना पाएँ ।
  • 10 मिनट के बाद शिक्षक विद्यार्थियों को अपनी कहानी सुनाने के लिए प्रोत्साहित करें । यदि कोई विद्यार्थी का जोड़ा या समूह , किसी कहानी को नाटक/गाने के रूप में या किसी और तरीके से प्रस्तुत करना चाहता है, तो उसे प्रदर्शन करने का मौका दें ।
पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न
1. अपने साथी के साथ कहानी बनाने में आपको कैसा लगा? अच्छा लगा तो क्या अच्छा लगा और अगर बुरा लगा तो क्या बुरा लगा ?
2. क्या आपने अपने साथी को बोलने का मौका दिया? क्या आपके साथी ने आपको बोलने का मौका दिया ?
3. जब आपको कोई बोलने का मौका नहीं देता तो आपको कैसा लगता है? क्यों?
4. कोई एक ऐसा उदाहरण साझा करें जब आपको किसी ने बोलने का मौका नहीं दिया ।
5. जब कोई आपकी बात ध्यान से सुनता है, तो क्या आपको महसूस होता है जैसे उसने आपको सम्मान दिया हो?
6. आपके आसपास ऐसे कौन से लोग हैं जिनकी बात आप ध्यान से सुनते हैं ? क्यों ?
7. क्या आपके आस पास ऐसा भी कोई है जिसकी बात आप ध्यान से नहीं सुनते? क्यों?
8. क्या आपको लगता है कि दूसरे को ध्यान से सुनना भी सम्मान देने का एक तरीका है,चर्चा करें।

क्या करें,क्या न करें :
  • शिक्षक सुनिश्चित करें कि सभी विद्यार्थी कहानी बनाने में हिस्सा लें ।
  • शिक्षक विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें कि वे कहानी के अलग-अलग विषय को चुनें ।
  • जब कोई विद्यार्थी अपनी कहानी साझा कर रहा हो, तो ध्यान दें कि बाकी विद्यार्थी उसे बीच में न टोकें। ध्यान से सुने और देखें ।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

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  1. साँप सीढ़ी
  2. तीन कोने (Three corners)
  3. कितना सामान- कितना सम्मान
  4. आओ उपयोगिता बढ़ाएँ
  5. सहयोग
  6. साथी की अच्छी बात
  7. सामान महत्तवपूर्ण या लक्ष्य
  8. एक बार मैं, एक बार तुम
  9. आविष्कारों का उपहार
  10. ऐसे भी सोचें
  11. मेरी यात्रा क्या है?
  12. सम्मान/पहचान का आधार क्या
  13. मुझे अच्छा लगता है जब
  14. मेरी आवश्यकताएँ
  15. सुविधा के लिए नियम
  16. अच्छा है या नहीं
  17. गुस्सा- ताकत या कमज़ोरी
  18. करूँ या न करूँ
  19. मुझे खुशी हुई जब…
  20. अच्छा है या नहीं
  21. बूझो तो जानें

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