2. समझा तो जाना

कहानी का उद्देश्य: विद्यार्थी यह समझ पाएँगे कि समझने में भी खुशी है,और इसे उनसे कोई छीन नहीं सकता।|
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत दो-तीन मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।


कहानी:
सूरज 14 साल का एक लड़का था। दिन भर इधर-उधर भटकता और समय बर्बाद करता। खेत में जाता तो मन न लगता, माँ बाजार से कुछ लेकर आने को कहती तो उस काम को टालता रहता।
उससे यदि कोई पूछता,”भाई स्कूल क्यों नहीं जाते? पढ़ लिख कर कुछ सीखना नहीं चाहते क्या?”सूरज चिढ़ कर जवाब देता,”उंह, जाता हूँ स्कूल। कुछ फायदा नहीं होता पढ़ने से।”
एक दिन सूरज के पापा घर की दीवार के लिए मजदूरों के साथ बातचीत कर रहे थे। सभी इस बात पर बहस कर रहे थे कि इस काम मे कितना पेंट लगेगा। सूरज को अपनी गणित की कक्षा याद आ गयी। जिस दिन मैडम परिमाप निकालना बता रही थीं। यह ख्याल आते ही, झट से सूरज खड़ा हुआ और अपनी गणित की पुस्तक ले आया। कुछ समय ध्यान से सवाल और सूत्र देखने के बाद उसे समझ में आ गया और तपाक से बता दिया, "2 डिब्बे पेंट लगेगा”। पिताजी हैरान हुए और खुश भी। सूरज स्वयं पर गर्व महसूस कर रहा था।
उसने सोचा,”यह तो बड़े मज़े की बात है”
तभी सूरज की माँ ने सूरज की बहन को आवाज़ लगाकर कहा,”कढ़ाही में सब्ज़ी चढ़ा दो, लीला।”
सूरज बोला, “नहीं-नहीं, कढ़ाही में नहीं प्रेशर कुकर में सब्जी चढ़ाना, क्योंकि उसमें सब्ज़ी बनने से गैस की बचत होती है और उसके पोषक तत्व भी बने रहते है”। सूरज की यह बात सुनकर मां ने उसे सराहा और कहा, “बेटा, अच्छा किया कि तुमने मुझे याद दिला दिया। मैं तो भूल ही गई थी l”
सूरज यह जान गया कि विद्यालय में सीखी हुई बातें यदि हम समझ लें, तो वे हमारे जीवन में बहुत काम आती हैं और हमें खुशी भी मिलती है। इसके साथ ही उसने अपनी मां से कहा कि अब वह रोज़ स्कूल जाएगा।

चर्चा की दिशा:
विद्यार्थी पढ़े हुए को समझ कर जीवन में उतार पाएँ और अपना व्यावहारिक ज्ञान बढ़ा पाएँ, ऐसी अपेक्षा की जाती है। चर्चा के द्वारा उनका ध्यान इसी ओर लाने की आवश्यकता है कि पढ़कर नम्बर लाने से अधिक महत्वपूर्ण, समझ बढ़ाना एवं परिवार तथा समाज में अपनी ज़िम्मेदारी को समझना है इससे हमें विश्वास, सम्मान और खुशी मिल सकती है।

चर्चा के लिए प्रश्न:
1 जब आप घर पर या स्कूल में कोई नयी बात सीखते हैं तो इसके बारे में किसको बताते हैं?
2 ऐसी कोई बात साझा करें जो आपने विद्यालय में सीखी हो और विद्यालय के बाहर आपके काम आयी हो?
3 विद्यालय में सीखी कौन-सी बात आपने घर पर माता-पिता या भाई -बहन के साथ साझा की जो उनके जीवन में उपयोगी सिद्ध हुई हो?

घर जाकर देखो ,पूछो,समझो (विद्यार्थियों के लिए)
आज या पिछले कुछ दिनों में आपने विद्यालय में जो भी सीखा उसे घर में जाकर माता- पिता भाई, बहन से साझा करें।

कक्षा के अंत में 1- 2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत दो-तीन मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

पिछले दिन की कहानी की पुनरावृत्ति की जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।
घर से मिले फीडबैक के आधार पर पिछले दिन के चर्चा के प्रश्नों को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थी छोटे समूहों में बातचीत करेंगे।
पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग शेष विद्यार्थियों (जिन्होंने पहले दिन उत्तर न दिए हों) के लिए पुनः किया जा सकता है।

चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
1 क्या आपने स्कूल के अलावा भी कहीं उपयोगी बातें सीखी है? कुछ ऐसी बातें साझा करें।
2 ऐसी कोई बात साझा करो जब अध्यापक की बताई बात आपको समझ में न आई हो। ऐसी स्थिति में कैसा लगता है? ऐसे में हमें क्या करना चाहिए?
3 ऐसा कोई उदाहरण साझा करो जब अध्यापक की बताई बात आपको अच्छे से समझ में आ गई हो। जब कोई बात अच्छे से समझ आती है तो आपको कैसा लगता है?
4 क्या कभी स्वयं समझी हुई बात को आपने दूसरों को समझाने का प्रयास किया?कब हम दूसरों को समझा नहीं पाते?
5 जो कुछ भी हम विद्यालय में पढ़ते हैं और समझते हैं (गणित, भूगोल ,इंग्लिश ,विज्ञान आदि) वह हमारी जिंदगी में कहां-कहां और कैसे उपयोगी होता है? चर्चा करें।(कक्षा के सामने स्वच्छता, अनुशासन, पौष्टिक भोजन आदि की चर्चा करें।)

कक्षा के अंत में 1- 2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

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  1. माँ का चश्मा
  2. समझा तो जाना
  3. राजू की नीयत
  4. असमंजस
  5. समस्या या समाधान
  6. छोटी-सी पर मोटी-सी बात
  7. रूपम की पहिया कुर्सी
  8. नीता का पेन
  9. शाबाशी की कलम
  10. ख़ुश व्यक्ति ख़ुशी बाँटता है
  11. मैं हूँ ना
  12. मेरे प्यारे पापा
  13. तैयारी
  14. आओ पिकनिक चलें
  15. मन की बात
  16. मैन विद ए स्टिकर
  17. तराना का छाता
  18. फ़र्क तो पड़ता है
  19. गिफ्ट रैप
  20. रोड ब्लॉक

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