7. पिकासो की पेंटिग

कहानी का उद्देश्य: किसी काम में कुशल और सफल होने के लिए उसमें लंबे समय तक निष्ठा पूर्वक श्रम को लगाना होता है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत दो-तीन मिनट ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए

कहानी
पिकासो स्पेन में जन्मे एक बहुत मशहूर चित्रकार थे। एक बार एक महिला पिकासो के पास जाकर बोली, सर मैं आपकी बहुत बड़ी फैन हूं। प्लीज, मेरे लिए एक पेंटिंग बना दीजिए।
पिकासो ने महिला से कहा कि वह फिर कभी उसकी पेंटिंग बना देंगे परन्तु वह महिला नहीं मानी और जिद पर अड़ गई, पिकासो उसे निराश नहीं करना चाहते थे. इसलिए मान गए। अपनी जेब से उन्होंने एक कागज निकाला और उस पर पेन से कुछ बनाने लगे। कुछ मिनट के बाद उन्होंने वह कागज महिला को देते हुए कहा, “यह लो तुम्हारी पेंटिंग।”
पिकासो का धन्यवाद देकर वह वापस अपने घर आ गई। पेंटिंग इतनी शानदार थी कि उसके ज़हन से उतर नहीं पा रही थी।
बिना समय गंवाये वह पिकासो के पास पहुँची और बोली, “सर, आपकी पेंटिंग बहुत ही शानदार है। मुझे भी पेंटिंग बनाना पसन्द है परंतु एक एक पेंटिंग में बहुत समय लगता है। कृपया, आप मुझे भी पेंटिंग बनाना सिखा दीजिये, ताकि मैं भी कुछ ही मिनटों में ऐसी ही शानदार पेंटिंग बना सकूं ।”
पिकासो मुस्कुराये और बोले, “जो पेंटिंग मैंने कुछ ही मिनटों में बनाई है उसके पीछे 30 साल की कड़ी मेहनत छुपी हुई है। अपने जीवन के 30 साल मैंने अपनी कला को सीखने और निखारने में दिए है। तब कहीं जाकर इतने कम समय में मैं वह पेंटिंग बना पाया हूँ। तुम भी सीखने में समय लगाओ, ज़रूर सीख जाओगी।”

चर्चा की दिशा:
हमें अपने जीवन में कुछ अच्छा पाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। बिना परिश्रम कुछ भी नहीं मिलता। किसी की सफलता को देख कर प्रभावित होने के स्थान पर उनकी सफलता के पीछे किये गए श्रम से प्रेरित होने की आवश्यकता है। तभी हम स्वयं को तैयार कर पाएंगे।जब हम ऐसी तैयारी के साथ मेहनत करके सफलता पाते हैं तो प्रसन्न होते हैं।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न
1. कुछ सफल व्यक्तियों के नाम बताएं आपको क्या लगता है कि सफलता पाने के लिए इन व्यक्तियों ने क्या किया होगा?
2. कक्षा में बेहतर सीखने लिए आपकी क्या तैयारी है? इसके लिए आपको किस किस की मदद की आवश्यकता पड़ सकती है?
3. आप जीवन में क्या बनना चाहते हो? उसके लिए आप क्या तैयारी कर हैं?

घर जाकर देखो, पूछो समझो (विद्यार्थियों के लिए)
पता लगाएँ कि आपके आसपास रहने वाले लोगों ने अपने जीवन में कुछ पाने के लिए क्या क्या परिश्रम किये हैं। क्या कोई ऐसे लोग भी हैं जिन्हें कुछ परिश्रम किये बिना बहुत कुछ मिल गया हो? ऐसा कैसे सम्भव हो पाया?

कक्षा के अंत में एक 2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन

कक्षा की शुरुआत दो-तीन मिनट ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए

पिछले दिन की कहानी पर एक बार पूरी तरह से कक्षा में पुनरावृत्ति कराई जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।
घर से मिले फीडबैक के आधार पर पिछले दिन के चर्चा के प्रश्नों को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थी छोटे समूह में बातचीत करेंगे।
पहले दिन के चिंतन के प्रश्नों का प्रयोग शेष विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है।

चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न
1. एक ऐसा उदाहरण साझा करें जब किसी काम को करने में आपने कड़ी मेहनत की हो और आपको सफलता प्राप्त हुई हो
(eg.drawing competition, sports event , academics) और लोगों को लगा कि यह आसान है। ऐसे में आपको कैसा महसूस हुआ?
2. परिवार या समाज के कुछ ऐसे लोगों का नाम बताएं जिनसे आपने प्रेरणा पाई हो ? वो क्यों प्रेरणादायी लगे, यह भी बताएं।
3. अपनी मेहनत से किए गए कार्यों को पूरा होते देख आपको कैसा लगता है?
(क्या हम कभी कभी ऐसा खुश होने के लिए करते हैं?)

कक्षा के अंत में एक 2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

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  1. हाथी की रस्सी
  2. भूल जाना बेहतर है
  3. राष्ट्रपति
  4. शिकायतों का बोझ
  5. शहर की ओर /किसका फैसला
  6. शरीर का घमंड
  7. पिकासो की पेंटिग
  8. पार्क
  9. वर्कशॉप
  10. मेरा नया दोस्त
  11. व्यर्थ क्या
  12. कौन: पेन या मित्र?
  13. जीत किसकी
  14. दो दिन बाद
  15. मेरी गलती/नेपोलियन
  16. सही दर्पण
  17. तीन मज़दूर तीन नज़रिये
  18. बैंडेड
  19. चाँद तारे
  20. कहानी एक बीज की

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