12. मनजीत के घर में पिकनिक

उद्देश्य :बच्चों का ध्यान इस ओर जाए कि असली ख़ुशी परिवार के सदस्यों तथा मित्रों के साथ मिलजुलकर रहने में है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी
आज मनजीत और उसके दोस्तों को पिकनिक मनाने जाना था, परन्तु अचानक बारिश होने के कारण अब ऐसा होना मुश्किल था।इस कारण वह अपने घर की खिड़की के पास मायूस बैठा था। अचानक दरवाज़े पर दस्तक हुई दरवाज़ा खोलते ही उसने देखा कि उसके प्रिय दोस्त मनोज , प्रदीप ,अमिता व नीरू सामने खड़े थे। मनोज ने उत्सुकता से कहा,” हमें पिकनिक मनानी है”। प्रदीप ने कहा,” बाहर तो बारिश हो रही है हम पिकनिक कैसे जा सकते हैं”? मनजीत ने कहा, “मैं भी इस बात को लेकर परेशान हूं”।
इस पर अमिता ने सुझाव दिया, “क्यों ना हम घर पर ही पिकनिक मनाएँ ”? सभी ने एक साथ कहा कि वे घर पर ही पिकनिक कैसे मना सकते हैं? नीरू ने तुरन्त चादर और कुर्सियों की सहायता से टेंट लगाया। मनजीत ने फर्श पर चटाई बिछाकर उसके ऊपर गद्दा और चादर बिछाई। उसपर बैठकर उन्होंने साँप - सीढ़ी ,लूडो और कैरम खेला। कुछ देर बाद मनजीत की माँ सबके लिए गरमा गरम कड़ी-चावल और हलवा ले आईं। सभी ने कढ़ी-चावल और हलवे का मज़ा लिया और आपस में बातचीत करते हुए घर पर ही एक शानदार पिकनिक का आनंद लिया। मनजीत और उसके दोस्तों को लग रहा था कि आज की पिकनिक अब तक की सबसे अच्छी पिकनिक थी।

चर्चा की दिशा:
जब कभी हम पिकनिक पर या घूमने के लिए कहीं जाते हैं तो हमें तभी खुशी होती है जब हमारे परिवार के सदस्य या हमारे मित्र हमारे साथ होते हैं। अकेले घूमने जाना या पिकनिक पर जाना हमें कोई खुशी नहीं देता।
शिक्षक चर्चा के प्रश्नों द्वारा बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाएँ कि अकेले पिकनिक पर जाना, अकेले खेलना या अकेले खाना खाना खुशी नहीं देता। खुशी हमें दोस्तों तथा परिजनों के साथ मिलजुलकर संबंधों में रहने के कारण होती है।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न
1. क्या आपको पिकनिक पर जाना पसंद है?
2. आपको पिकनिक पर जाने के लिए किस तरह की जगह पसंद है ?
3. आप पिकनिक पर क्यों जाते हैं?
4. आपको पिकनिक पर किसके साथ जाना अच्छा लगता है ?साझा करें
5. पिकनिक पर जाकर आप क्या क्या करते हैं?
6. पिकनिक से आने के बाद आपको कैसा महसूस होता है?

घर जाकर देखो, पूछो,समझो: (विद्यार्थियों के लिए)
  • घर जाकर इस कहानी को अपने परिवार में सुनाएँ और परिवार के अन्य सदस्यों के विचार व अनुभव जानें।
  • अपने परिवार के सदस्यों से पूछो कि उनको यदि घूमने जाना हो तो उन्हें अकेले जाना अच्छा लगेगा या परिवार के सदस्यों के साथ?
  • यदि आपके घर में अचानक कई मेहमान आ जाते हैं तो परिवार के लोग उस स्थिति में क्या-क्या करते हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछले दिन की कहानी की एक बार पूरी तरह से कक्षा में पुनरावृत्ति की जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।( पुनरावृत्ति के लिए कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं।)
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाए हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
1. यदि आपको आपकी मनपसंद की खाने की बहुत सी वस्तुएँ दे दी जाए तो आप अकेले खाना पसंद करेंगे या मम्मी पापा भाई बहन और दोस्तों के साथ खाना पसंद करेंगे?
2. आप किसी जगह घूमने के लिए दोस्तों के साथ जाना चाहोगे या अकेले ?
3. क्या आपको कोई ऐसी पिकनिक/घटना/पल याद है जिसमें आपको बहुत मज़ा आया?
4. क्या आप अपनी मम्मी पापा के साथ पिकनिक पर गए थे और आपने उसमें क्या-क्या किया? साझा करें

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

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  1. बेहतर भविष्य की ओर
  2. सौ रूपए का नोट
  3. एहसास
  4. अखबार
  5. इनाम
  6. माँ की देखभाल
  7. कमज़ोर प्रदर्शन
  8. कहानी मैं सुनाऊँगी
  9. गुल्लक
  10. मेरा लकी (Lucky) पेन
  11. नानी के लड्डू
  12. मनजीत के घर में पिकनिक
  13. मैं सबसे तेज़ दौड़ना चाहती हूँ
  14. स्वादिष्ट कस्टर्ड
  15. बड़े भैया का जन्मदिन
  16. संगत का प्रभाव
  17. एक जला पराँठा
  18. छोटी सी कोशिश
  19. टम टम और उसका ड्रम
  20. रोहन का बग़ीचा

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