14. स्वादिष्ट कस्टर्ड

उद्देश्य: बच्चों का ध्यान इस ओर जाए कि मिल जुलकर काम करने से काम का परिणाम सुखदायी होता है।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी
रमन ने फ़िज़ा से पूछा "आज तुम पार्टी के लिए क्या लायी हो?" फ़िज़ा ने कहा " सरप्राइज है लंच ब्रेक में बताउंगी”। सभी बच्चे आज पार्टी के लिए बहुत उत्साहित थे।
जैसे ही लंच ब्रेक हुआ क्लास के सभी बच्चे इकटठे हो कर, एक गोल घेरे में बैठ गए और सभी बच्चे अपना लंच बॉक्स खोलने लगे। रमन ने कहा आज माँ ने पूरी - हलवा बनाया है, फ़िज़ा बोली आज पापा ने कस्टर्ड बना कर दिया है, कबीर बोला मैं इडली-सांभर लाया हूँ।
सभी बच्चे एक-एक कर के अपना लंच बॉक्स खोलने लगे। जूली अपने बैग से लंच बॉक्स निकालने में झिझक रही थी। तभी फ़िज़ा ने जूली को परेशान देखा और पूछा "क्या हुआ जूली परेशान क्यों हो"? यह सुनते ही जूली की आँखों में आँसू आ गए और वह बोली कि मम्मी की तबीयत आज ख़राब थी, तो उन्होंने आज खाना नहीं बनाया। पापा भी आज घर में नहीं थे। इतने में जूली का लंच बॉक्स उसके बैग से निकल लिया, जिसमे अंगूर रखे थे। फ़िज़ा बोली,’’ अरे वाह! आज पापा कस्टर्ड में अंगूर डालना भूल गए थे।”जूली और फ़िज़ा ने मिलकर कस्टर्ड में अंगूर डाले और सबने मिलकर सभी पकवानों और स्वादिष्ट कस्टर्ड का मज़ा लिया। जूली बोली, “ मैं हमेशा अकेले बैठकर खाना खाती थी। मैं किसी के भी साथ खाने की साझेदारी नहीं करती थी। कभी भी मैं न तो अपना खाना पूरा खा पाई न ही मुझे खाना खाते हुए कभी इतना मज़ा आया।”
सभी बहुत खुश थे। उनको एक साथ खाने में बहुत आंनद आया था। अलग अलग बैठकर खाने में उन्हें कभी इतना मज़ा नहीं आता था।

चर्चा की दिशा:
बच्चों को दो तरह की स्थितियों में चुनाव करने को कहा जाए (i) आप को अकेले खाना खाना है (ii) दूसरे साथियों या परिजनों के साथ खाना खाना है। आप का निर्णय क्या होगा? हमें अक्सर साथियों या परिजनों के साथ खाना खाने वाली स्थिति ही पसंद होती है।
शिक्षक चर्चा के प्रश्नों के द्वारा बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाएँ कि प्रकृति,परिवार और समाज में मिलजुलकर रहने से ही हम खुशहाल होते हैं। जब हम एक दूसरे को सहयोग देते हैं और लेते हैं तो हम एक दूसरे के पूरक होते हैं। साथ मिल जुलकर काम करके हमें खुशी प्राप्त होती है।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न
1. जब आप मिलजुलकर खाना खाते हैं तब आपको कैसा लगता है और क्यों?साझा करें।
2. क्या कभी आपके दोस्तों ने मिलजुलकर आपकी परेशानी दूर की है? कैसे?साझा करें।
3. क्या कभी आपने अकेले खाना खाया है, तब आपको कैसा लगा था? साझा करें।
4. क्या आप कभी किसी के काम आए हो?यदि हाँ तो कैसे?साझा करें।

घर जाकर देखो, पूछो,समझो: (विद्यार्थियों के लिए)
  • घर जाकर इस कहानी को अपने परिवार में सुनाएँ और परिवार के अन्य सदस्यों के विचार व अनुभव जानें।
  • आपके परिवार तथा आस पड़ोस के लोग किन किन कार्यों में एक दूसरे का सहयोग करते हैं ? कैसे?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछले दिन की कहानी की एक बार पूरी तरह से कक्षा में पुनरावृत्ति की जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।( पुनरावृत्ति के लिए कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं।)
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाए हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
1. आपको अकेले काम करने में मज़ा आता है या अपने दोस्तों के साथ? ऐसा क्यों? साझा करें।
2. आप कब-कब अपने परिवार के साथ मिलकर काम करते हैं?
3. यदि आप किसी परेशानी में हों तो क्या आप किसी की मदद लोगे? ऐसा क्यों? साथी के साथ चर्चा करें।
4. यदि किसी को आपकी मदद की आवश्यकता है तो आप क्या करोगे,और क्यों?

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

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  1. बेहतर भविष्य की ओर
  2. सौ रूपए का नोट
  3. एहसास
  4. अखबार
  5. इनाम
  6. माँ की देखभाल
  7. कमज़ोर प्रदर्शन
  8. कहानी मैं सुनाऊँगी
  9. गुल्लक
  10. मेरा लकी (Lucky) पेन
  11. नानी के लड्डू
  12. मनजीत के घर में पिकनिक
  13. मैं सबसे तेज़ दौड़ना चाहती हूँ
  14. स्वादिष्ट कस्टर्ड
  15. बड़े भैया का जन्मदिन
  16. संगत का प्रभाव
  17. एक जला पराँठा
  18. छोटी सी कोशिश
  19. टम टम और उसका ड्रम
  20. रोहन का बग़ीचा

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