9. गुल्लक

उद्देश्य: बच्चों का ध्यान दूसरों की परेशानियों की ओर भी जाए तथा वे परिस्थिति के अनुसार निर्णय कर उनको सहयोग कर पाएँ।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी
बहुत दिनों से मयंक का नए जूते खरीदने का मन था, इसलिए जो भी पैसे पापा या कोई रिश्तेदार उसको देते, मयंक उसे अपनी गुल्लक में डाल देता। धीरे- धीरे गुल्लक भर गई और मयंक सोचने लगा कि अब मैं अपने लिए नए जूते खरीदूँगा। स्कूल से आते हुए मयंक जूतों की कई दुकानों की खिड़कियों से अलग-अलग तरह के जूते देखकर यही सोचता रहा कि कौन से जूते खरीदूँगा? अगले दिन उसे मम्मी पापा के साथ जाकर जूते लाने थे।
अगले दिन मयंक स्कूल से घर आया तो देखा, माँ अपनी पुरानी साड़ी सिल रही थी, जो कई जगह से फट गयी थी। साड़ी में सिलाई के कई निशान दिखाई दे रहे थे। मयंक कमरे में गया और अपने जूते देखे तो सोचा मेरे जूते, माँ की साड़ी जितने भी खराब हालत में नहीं हैं। जूतों को थोड़ा सिलवाया जाए और अच्छी तरह पॉलिश की जाए तो यह साल भी आराम से निकल सकता है। यह ख्याल आते ही मयंक ने गुल्लक माँ के हाथ में पकड़ा दी और बोला,”माँ तुम कल बाजार जाकर अपने लिए साड़ी खरीद लेना'’। उसकी माँ ने पहले तो उसे नम आँखों से देखा और फिर उसे गले लगा लिया।

चर्चा की दिशा:
चर्चा के प्रश्नों द्वारा बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाएँ कि परिवार के अन्य सदस्यों की भी कुछ ऐसी आवश्यकताएँ हो सकती हैं, जो उनके खिलौनों, कपड़ों आदि से अधिक महत्त्व पूर्ण है।अपने पसंदीदा चीज लेने से पहले यह अवश्य देख लिया जाए कि क्या आपकी पसंद की चीज की अधिक आवश्यकता है या किसी और की आवश्यकता उससे ज्यादा महत्त्व पूर्ण है। जब भी हम किसी की सहायता करते हैं ,उसके साथ साथ हमें स्वयं भी खुशी का अनुभव होता है।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न
1. आपके अपने परिवार में आप किन किन लोगों की ऐसी आवश्यकताओं को जानते हैं जिन्हें तुरंत पूरा किया जाना जरूरी है?
2. क्या आपके माता पिता ने कभी किसी वस्तु की बेहद ज़रूरत होने के बाद भी आपकी ज़रूरत को पूरा किया है? अपनी साथ घटी कोई घटना साझा करें?
3. आप सभी लोगों की ज़रूरतों को महत्त्व देंगे या केवल उन्हें जिन्हें आप अपना समझते हैं?
4. हम किस-किस आधार पर किसी को अपना समझते हैं? इन प्रश्नों के लिए सारी कक्षा के विद्यार्थियों के उत्तर अलग-अलग हैं, या एक जैसे ?)
a. जब कोई हमारा सम्मान करता है, या जब कोई हमारा अपमान करता है?
b. जब कोई हमें प्यार करता है या जब कोई हमें प्यार नहीं करता ?
(अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी से उदाहरण देकर चर्चा करें।)

घर जाकर देखो, पूछो,समझो: (विद्यार्थियों के लिए)
  • घर जाकर इस कहानी को अपने परिवार में सुनाएँ और परिवार के अन्य सदस्यों के विचार व अनुभव जानें।
  • अपने परिवार में देखिए कि किस-किस की जरूरतें आपकी ज़रूरतों से अधिक महत्त्वपूर्ण हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछले दिन की कहानी की एक बार पूरी तरह से कक्षा में पुनरावृत्ति की जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।( पुनरावृत्ति के लिए कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं।)
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाए हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
1. जब कभी आपकी ज़रूरत पूरी नहीं हो पाती तब आपको कैसा लगता है ?
2. आप आपने परिवार की कौन कौन सी ऐसी ज़रूरतों को जानते हो जो बिना रुपए खर्च किए भी पूरी हो सकती हैं?
3. आप अपनी गुल्लक के पैसों को किन कामों में खर्च करते हैं?साझा करें।
4. अगर आपको मौका मिले तो आप किन किन लोगों की आवश्यकताएँ पूरी करना चाहोगे?
5. आप मयंक की जगह होते तो आप क्या करते? साझा करें।

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

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  1. बेहतर भविष्य की ओर
  2. सौ रूपए का नोट
  3. एहसास
  4. अखबार
  5. इनाम
  6. माँ की देखभाल
  7. कमज़ोर प्रदर्शन
  8. कहानी मैं सुनाऊँगी
  9. गुल्लक
  10. मेरा लकी (Lucky) पेन
  11. नानी के लड्डू
  12. मनजीत के घर में पिकनिक
  13. मैं सबसे तेज़ दौड़ना चाहती हूँ
  14. स्वादिष्ट कस्टर्ड
  15. बड़े भैया का जन्मदिन
  16. संगत का प्रभाव
  17. एक जला पराँठा
  18. छोटी सी कोशिश
  19. टम टम और उसका ड्रम
  20. रोहन का बग़ीचा

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