7. कमज़ोर प्रदर्शन

उद्देश्य: विद्यार्थियों का ध्यान अपने शरीर की सुरक्षा की ओर जाए,वे जानने कि कोशिश करें की जिस भोजन को वे रुचि पूर्वक खाते हैं उसमें उनके शरीर का हित है भी या नहीं।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी
शानू के स्कूल में फुटबॉल मैच होने वाला था I कई दिनों से वह और उसके दोस्त इस मैच की तैयारी कर रहे थे I कुछ दिनों से शानू बहुत कमज़ोरी और थकान महसूस कर रहा था। एक दिन उसके दोस्त सलीम ने उससे कहा,”शानू! क्या तुम्हारा वजन बढ़ रहा है”? उसे ध्यान आया कि उसके कपड़े भी टाइट हो गए थे। वह ज्यादा देर तक मैदान में दौड़ भी नहीं पाता था। आज प्रैक्टिस सेशन में वह अपने प्रदर्शन से बिलकुल भी खुश नहीं था , वह बहुत परेशान था और उसे लग रहा था कि उसके दोस्त भी उससे नाखुश हैं।
वह अपने दोस्तों के पास बात करने के लिए पहुँचा। उसने अपने दोस्तों से कहा, “आओ दोस्तों पिज़्ज़ा पार्टी करते हैं।” “नहीं, दोस्त हम सब पिज़्ज़ा कभी कभार ही खाते हैं”। उसके दोस्त सलीम ने कहा। निखिल बोला,” आओ तुम हमारे साथ खाना खाओ। उसने देखा उसका कोई दोस्त अपने टिफ़िन में सलाद और दलिया लाया था तो कोई ,अंकुरित दालें और छाँछ तो कोई चपाती और हरी सब्ज़ियाँ लाये हुए थे।। उसने अपना लंचबॉक्स खोला और देखा उसके लंच में पिज़्ज़ा और बर्गर था। यह देखकर उसे याद आया कि कुछ दिनों से वह अपनी मम्मी से कभी पिज़्ज़ा कभी बर्गर और कभी मैगी बनाने के लिए ज़िद कर रहा था। माँ के बार-बार कहने पर कभी-कभी बेमन से थोड़ा सा उनका दिया खाना खा लेता था। यह सोचते- सोचते उसे लगा कि क्या उसके कमजोर प्रदर्शन का कारण उसकी खाने की आदत तो नहीं है?

चर्चा की दिशा:
बच्चे अपनी रुचि(पसंद) का भोजन करना पसंद करते हैं। उनका सारा ध्यान खाने के स्वाद पर होता है उसके गुणों पर नहीं। इसीलिए वे स्वादिष्ट भोजन को प्राथमिकता देते हैं न कि सेहतमंद खाने को। चर्चा के प्रश्नों द्वारा शिक्षक बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाएँ कि खाने का महत्त्व शरीर की सेहत के लिए है,शरीर की सुरक्षा के लिए है, खाने का महत्त्व केवल स्वाद के लिए नहीं है।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न
1. आपको खाने में कौन कौन-कौन सी चीजें पसंद हैं? ये चीज़ें आपको क्यों पसंद है?साझा करें।
2. क्या आपको जंक फूड अच्छा लगता है? क्या जंक फूड शरीर के लिए अच्छा होता है? साझा करें।
3. खाना खाते हुए आपका ध्यान किस पर जाता है स्वाद पर या सेहत पर? ऐसा क्यों? साझा करें।
4. क्या क्या खाने से आपके शरीर को खेलने के लिए ऊर्जा और ताकत मिलती है? चर्चा करें।

घर जाकर देखो, पूछो,समझो: (विद्यार्थियों के लिए)
  • घर जाकर इस कहानी को अपने परिवार में सुनाएँ और परिवार के अन्य सदस्यों के विचार व अनुभव जानें।
  • अपने परिवार तथा आस पड़ोस में पता करो कि लोग किस तरह के खाने को प्राथमिकता देते हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछले दिन की कहानी की एक बार पूरी तरह से कक्षा में पुनरावृत्ति की जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।( पुनरावृत्ति के लिए कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं।)
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाए हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
1. जो चीज़ आपको खाने में बहुत पसंद है उसे आप लगातार कितने दिन तक खा सकते हैं?
2. खाने की ऐसी चीजों की सूची बनाओ जिनको खाने से आपकी तबियत खराब हो जाती है? ऐसा होने के बाद भी क्या आप उन्हीं चीजों को खाते हो? साझा करें।
3. किस तरह का खाना खाने से आप स्वस्थ रह सकते हैं? अपने साथी के साथ चर्चा करें।

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें

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  1. बेहतर भविष्य की ओर
  2. सौ रूपए का नोट
  3. एहसास
  4. अखबार
  5. इनाम
  6. माँ की देखभाल
  7. कमज़ोर प्रदर्शन
  8. कहानी मैं सुनाऊँगी
  9. गुल्लक
  10. मेरा लकी (Lucky) पेन
  11. नानी के लड्डू
  12. मनजीत के घर में पिकनिक
  13. मैं सबसे तेज़ दौड़ना चाहती हूँ
  14. स्वादिष्ट कस्टर्ड
  15. बड़े भैया का जन्मदिन
  16. संगत का प्रभाव
  17. एक जला पराँठा
  18. छोटी सी कोशिश
  19. टम टम और उसका ड्रम
  20. रोहन का बग़ीचा

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