कहानी का उद्देश्य: बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाना कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने से हम भी स्वस्थ रहते हैं।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
कहानी
स्कूल से वापिस आते हुए नकुल ने अब्बास से कहा, "देखो! एक और बिल्डिंग बन रही है।" चारों तरफ कितनी गंदगी फैल गई है।"
अब्बास ने खाँसते-खाँसते जवाब दिया, “यहाँ तो रोज़ कोई न कोई बिल्डिंग खड़ी हो जाती है। जब भी मैं धूल मिट्टी के पास जाता हूँ , मुझे खाँसी होने लगती है और बदबू के कारण साँस लेना भी मुश्किल है।
नकुल ने अब्बास से पूछा "क्या तुम्हारी तबियत ख़राब है?"
अब्बास ने खाँसते हुए कहा, “ मुझे धुएँ और गंदगी से दिक्कत होती है और तेज़ हॉर्न और शोर से मेरे सिर में दर्द होता है।"
नकुल भी अपने दोस्त को परेशान देखकर उदास था।
अगले दिन नकुल ने अपनी यह समस्या अपनी मैडम को बताई।
मैडम ने उसे सुझाव दिया कि वे अपने घर के आस-पास सफ़ाई रखें। यदि वे घर के बाहर और भीतर पौधे लगाते हैं तो पौधे धीरे-धीरे हवा को साफ़ कर देते हैं। नकुल ने मैडम से उन पौधों के नाम पूछे जिन्हें वह कम जगह में लगा सकता है।
मैडम ने उसे बोगनविलिया, चमेली, फर्न, एलोविरा, सदाबहार, पाम, स्नेक प्लांट के नाम बताए।
(बच्चों से यह प्रश्न पूछें)
क्या आप कुछ ऐसे पौधों के नाम बता सकते हो जिन्हें घर में लगाया जा सकता है?
मैडम ने यह भी बताया कि इस तरह के पौधे वे गमलों में भी लगा सकते हैं।
अगले ही दिन नकुल ने अपने सभी दोस्तों को स्कूल के बाद घर बुलाया और घर की छत,बालकनी और जहाँ भी जगह मिले वहीं पौधे लगाने की सोची।
अगले दिन सुबह - सुबह नकुल और उसके दोस्तों ने अपने - अपने घर की छत और बालकनी में पौधे लगाए।
(बच्चों से यह प्रश्न पूछें)
यदि किसी के पास गमले न हों तो वह पौधे किस - किस चीज में लगा सकते हैं?
यह देख कर मोहल्ले के लोग भी इस कार्य में शामिल हुए और अपने घरों के आस-पास खाली पड़ी उन जगहों को साफ किया जहाँ लोग गंदगी डालने लगे थे। लोगों ने वहाँ पेड़ पौधे लगाए।
अब्बास ने नकुल को ‘थैंक यू’ कहते हुए गले से लगा लिया। नकुल ने मुस्कुराते हुए कहा," अभी तो हमारा काम शुरू हुआ है। हमें अपने आस पास हमेशा सफाई रखनी है और अभी पौधों की देखभाल भी तो करनी है। सभी बच्चों ने शपथ ली कि वे सब मिलकर लगाए गए पेड़ - पौधों को सुरक्षित रखेंगे।
चर्चा की दिशा:
बच्चों का ध्यान चर्चा के प्रश्नों द्वारा इस ओर ले जाएँ कि आज हम अपने आस पास फैली गंदगी,शोर और धुएँ से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान हैं। यदि हम अपने आस-पास सफाई रखें और पेड़ - पौधे लगाएँ तो दमा, खाँसी,अस्थमा,आँखों में जलन और सिरदर्द आदि से बच सकते हैं।
पहला दिन:
चर्चा के लिए प्रश्न
1. नकुल के दोस्त पौधे लगाने के काम में क्यों शामिल हो गए?
2. क्या आपने भी कभी पौधे लगाए हैं? साझा करें।
3. ज़्यादा से ज़्यादा पेड़-पौधे लगाने से क्या - क्या फायदे हो सकते हैं? आपस में चर्चा करें।
घर जाकर देखो, पूछो,समझो: (विद्यार्थियों के लिए)
दूसरा दिन:
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
1. अपने आस - पास सफाई कैसे रख सकते हैं? आप इसके लिए क्या - क्या काम करोगे ?
2. आप के आस-पास साफ़ सफाई न होने के कारण सभी के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ेगा?
3. आपके विद्यालय को साफ और सुंदर बनाए रखने की ज़िम्मेदारी किस - किस की है?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
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समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
कहानी
स्कूल से वापिस आते हुए नकुल ने अब्बास से कहा, "देखो! एक और बिल्डिंग बन रही है।" चारों तरफ कितनी गंदगी फैल गई है।"
अब्बास ने खाँसते-खाँसते जवाब दिया, “यहाँ तो रोज़ कोई न कोई बिल्डिंग खड़ी हो जाती है। जब भी मैं धूल मिट्टी के पास जाता हूँ , मुझे खाँसी होने लगती है और बदबू के कारण साँस लेना भी मुश्किल है।
नकुल ने अब्बास से पूछा "क्या तुम्हारी तबियत ख़राब है?"
अब्बास ने खाँसते हुए कहा, “ मुझे धुएँ और गंदगी से दिक्कत होती है और तेज़ हॉर्न और शोर से मेरे सिर में दर्द होता है।"
नकुल भी अपने दोस्त को परेशान देखकर उदास था।
अगले दिन नकुल ने अपनी यह समस्या अपनी मैडम को बताई।
मैडम ने उसे सुझाव दिया कि वे अपने घर के आस-पास सफ़ाई रखें। यदि वे घर के बाहर और भीतर पौधे लगाते हैं तो पौधे धीरे-धीरे हवा को साफ़ कर देते हैं। नकुल ने मैडम से उन पौधों के नाम पूछे जिन्हें वह कम जगह में लगा सकता है।
मैडम ने उसे बोगनविलिया, चमेली, फर्न, एलोविरा, सदाबहार, पाम, स्नेक प्लांट के नाम बताए।
(बच्चों से यह प्रश्न पूछें)
क्या आप कुछ ऐसे पौधों के नाम बता सकते हो जिन्हें घर में लगाया जा सकता है?
मैडम ने यह भी बताया कि इस तरह के पौधे वे गमलों में भी लगा सकते हैं।
अगले ही दिन नकुल ने अपने सभी दोस्तों को स्कूल के बाद घर बुलाया और घर की छत,बालकनी और जहाँ भी जगह मिले वहीं पौधे लगाने की सोची।
अगले दिन सुबह - सुबह नकुल और उसके दोस्तों ने अपने - अपने घर की छत और बालकनी में पौधे लगाए।
(बच्चों से यह प्रश्न पूछें)
यदि किसी के पास गमले न हों तो वह पौधे किस - किस चीज में लगा सकते हैं?
यह देख कर मोहल्ले के लोग भी इस कार्य में शामिल हुए और अपने घरों के आस-पास खाली पड़ी उन जगहों को साफ किया जहाँ लोग गंदगी डालने लगे थे। लोगों ने वहाँ पेड़ पौधे लगाए।
अब्बास ने नकुल को ‘थैंक यू’ कहते हुए गले से लगा लिया। नकुल ने मुस्कुराते हुए कहा," अभी तो हमारा काम शुरू हुआ है। हमें अपने आस पास हमेशा सफाई रखनी है और अभी पौधों की देखभाल भी तो करनी है। सभी बच्चों ने शपथ ली कि वे सब मिलकर लगाए गए पेड़ - पौधों को सुरक्षित रखेंगे।
चर्चा की दिशा:
बच्चों का ध्यान चर्चा के प्रश्नों द्वारा इस ओर ले जाएँ कि आज हम अपने आस पास फैली गंदगी,शोर और धुएँ से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान हैं। यदि हम अपने आस-पास सफाई रखें और पेड़ - पौधे लगाएँ तो दमा, खाँसी,अस्थमा,आँखों में जलन और सिरदर्द आदि से बच सकते हैं।
पहला दिन:
चर्चा के लिए प्रश्न
1. नकुल के दोस्त पौधे लगाने के काम में क्यों शामिल हो गए?
2. क्या आपने भी कभी पौधे लगाए हैं? साझा करें।
3. ज़्यादा से ज़्यादा पेड़-पौधे लगाने से क्या - क्या फायदे हो सकते हैं? आपस में चर्चा करें।
घर जाकर देखो, पूछो,समझो: (विद्यार्थियों के लिए)
- घर जाकर इस कहानी को अपने परिवार में सुनाएँ और परिवार के अन्य सदस्यों के विचार व अनुभव जानें।
- अपने घर तथा स्कूल में देखो कि पेड़ - पौधे कहाँ-कहाँ लगे हुए हैं और किन - किन जगहों में और पौधे लगाए जा सकते हैं? इन जगहों पर अपने माता पिता और शिक्षकों के साथ पौधे लगाएँ।
दूसरा दिन:
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
- कक्षा में पिछले दिन की कहानी की एक बार पूरी तरह से कक्षा में पुनरावृत्ति की जाए। कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा की जाए, आवश्यकता होने पर शिक्षक उसमें सहयोग कर सकते हैं।( पुनरावृत्ति के लिए कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं।)
- घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
- पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाए हों।
1. अपने आस - पास सफाई कैसे रख सकते हैं? आप इसके लिए क्या - क्या काम करोगे ?
2. आप के आस-पास साफ़ सफाई न होने के कारण सभी के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ेगा?
3. आपके विद्यालय को साफ और सुंदर बनाए रखने की ज़िम्मेदारी किस - किस की है?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट, शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें
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- बेहतर भविष्य की ओर
- सौ रूपए का नोट
- एहसास
- अखबार
- इनाम
- माँ की देखभाल
- कमज़ोर प्रदर्शन
- कहानी मैं सुनाऊँगी
- गुल्लक
- मेरा लकी (Lucky) पेन
- नानी के लड्डू
- मनजीत के घर में पिकनिक
- मैं सबसे तेज़ दौड़ना चाहती हूँ
- स्वादिष्ट कस्टर्ड
- बड़े भैया का जन्मदिन
- संगत का प्रभाव
- एक जला पराँठा
- छोटी सी कोशिश
- टम टम और उसका ड्रम
- रोहन का बग़ीचा
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