10. पिता को पत्र

उद्देश्य: बच्चों का ध्यान अपने परिवार के सदस्यों के महत्व की ओर जाए और वह उनके प्रति आभार व्यक्त कर पाएँ ।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी:
एक दिन कक्षाध्यापिका ने , विद्यार्थियों को अपने परिवार के किसी सदस्य के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने को कहा। कुछ बच्चों ने आभार कार्ड (Gratitude Card) बनाने की बात की, कुछ बच्चों ने कविताएँ लिखने की सोची। कुछ बच्चों ने उनकी मदद करने की बात कही तो कुछ ने आभार व्यक्त करने के लिए उपहार देने की बात की। मीनाक्षी ने इस मौके पर अपने पापा को पत्र लिखने की सोची।

प्यारे पापा,
मैं आपको पत्रलिख रही हूँ, समझ नहीं पा रही हूँ क़ि क्या लिखूं।
मैं जानती हूँ कि आप बहुत व्यस्त रहते हो, मुझे पता है इतनी मेहनत आप हमारे लिए ही करते हो। आपको याद होगा जब हम छुट्टियों में मनाली गए थे। आप मेरी कितनी चिंता कर रहे थे, आप मुझे स्वेटर के साथ कोट पहना रहे थे कि कहीं मुझे ठंड न लग जाए। मुझे याद है कि जिस दिन मुझे मेरा पहला मैडल मिला था। आपकी आँखें खुशी से नम हो गई थीं।
एक बार जब मैं जॉर्ज से लड़ाई करने के बाद रो रही थी, तब आपने मुझे समझाया था कि मुझे अपने अच्छे दोस्तों पर विश्वास कर उनके भाव को समझना होगा। आपके समझाने से मैंने उससे सामान्य बातचीत की और मुझे लड़ाई का ध्यान भी नहीं रहा था। तब मुझे एहसास हुआ कि अगर आप मुझे नहीं समझाते तो मैं एक अच्छा दोस्त खो बैठती।
आज, जब भी मैं अकेला महसूस करती हूं,आप हमेशा मेरे साथ होते हो। जब माँ बहुत व्यस्त होती है। तब मैं आपको अपने आस पास पाती हूँ। जब भी मैं पढ़ कर थक जाती हूँ तब आप मेरे साथ कैच-कैच खेलते हो।
थैंक यू पापा! मैं कभी भी आपके प्रति अपना प्यार व्यक्त नहीं कर पाई। आप मेरा सबसे बड़ा उपहार हो।

लव यू पापा
आपकी अपनी,
मीनाक्षी

चर्चा की दिशा
बच्चे अपने माता पिता का आभार अधिकतर भौतिक वस्तुओं ( कपडे, खाना, साइकिल, मोबाइल इत्यादि) को प्राप्त करके करते हैं। भौतिक वस्तुओं के अतिरिक्त बच्चों की भावनात्मक जरूरतें ( प्यार, विश्वास, मार्गदर्शन, सम्मान आदि ) भी माता पिता पूरी करते हैं। इस कहानी और प्रश्नों के माध्यम से बच्चों का ध्यान इस ओर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न:
1. शुरुआत में पत्र लिखते समय मीनाक्षी क्यों हिचकिचा रही थी?
2. क्या आपने कभी अपने किसी परिवार के सदस्य के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है? क्यों तथा कैसे?
3. आप किस-किस प्रकार से अपने परिवार और मित्रों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं? चर्चा करें।

घर जाकर देखो, पूछो ,समझो (विद्यार्थियों के लिए)
  • विद्यार्थियों से घर जाकर इस कहानी पर चर्चा करने और परिवार के अन्य सदस्यों के विचार व अनुभव जानने के लिए कहा जाए।
  •  जो अपने संबंधियों से दूर रहते हैं।उनसे पूछें कि वे अपने संबंधों से मिलने वाली खुशी की कमी को कैसे पूरा करते हैं?
  • आप किसके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पत्र लिखोगे? एक पत्र लिखकर उस व्यक्ति तक पहुँचाओ। जब उस व्यक्ति तक वह पत्र पहुंचा तब उन्हें कैसा लगा,पता करो।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

दूसरा दिन:

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछ्ले दिन की कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा करवाई जाए। पुनरावृत्ति के लिए एक या कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर शिक्षक कहानी की पुनरावृत्ति में विद्यार्थियों का सहयोग कर सकते हैं ।
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाएँँ हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
1. क्या आप भी मीनाक्षी की तरह किसी को आभार व्यक्त करते समय हिचकिचाते हैं? ऐसा क्यों ?
2. आप किसी के प्रति आभार क्यों व्यक्त करते हैं?
3. जब आप आभार व्यक्त करते हैं तब आपको कैसा लगता है तथा क्यों?
4. क्या कभी किसी ने आपके प्रति आभार व्यक्त किया है?क्यों तथा कैसे? साझा करें।
5. यदि आप मीनाक्षी की जगह होते तो आप किसके प्रति आभार व्यक्त करते तथा क्यों?

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

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  1. फाइनल मैच
  2. उपयोगिता ही सौंदर्य
  3. रूचि की सेवइयाँ
  4. श्रम का महत्व
  5. वीडियो गेम
  6. बुजुर्गो का साथ
  7. घड़ी की टिक टिक
  8. एक बाल्टी पानी
  9. प्राची में बदलाव
  10. पिता को पत्र
  11. दादी बनी टीचर दादी
  12. एक कदम बदलाव की ओर
  13. सच्ची ख़ुशी जोड़ने में है तोड़ने में नहीं
  14. भैया! कुछ भी कठिन नहीं
  15. बिल्लू और गुल्लू
  16. बदलाव कौन करेगा
  17. जली हुई रोटी
  18. गीता मैम से ऊँचा टावर
  19. एक जूता
  20. शिक्षा क्यों
  21. तितली क्यों नहीं उड़ी

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