13 . सच्ची ख़ुशी जोड़ने में है तोड़ने में नहीं

उद्देश्य: विद्यार्थियों की आपसी सहयोग करने की भावना को विकसित करना एवं उन्हें संबंधों में सहयोगी होने की समझ विकसित करना ।
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी:
रिया अपनी फ़ाइल मैडम को दिखाने के लिए आगे बढ़ी, इतनी ही देर में अंकुर उसकी सीट पर आया और उससे फ़ाइल छीनने लगा। रिया के मना करने पर भी अंकुर नहीं माना और फाइल लेने की कोशिश में फ़ाइल के कुछ पन्ने फट गये।
रिया नाराज़ हो गई। तभी वहाँ पिंकू आया और अंकुर की ओर घूरते हुए बोला,” बहुत आसान होता है किसी चीज़ को बिगाड़ना जबकि बनाना उतना ही मुश्किल।" पिंकू की यह बात अंकुर को चुभ गई। घर वापस लौटते हुए भी उसके मन में यही बात घूम रही थी।
अगले दिन स्कूल में पहले पीरियड में सुमित्रा मैडम सभी विद्यार्थियों के बनाए हुए मॉडल देखने वाली थी। सभी अपने-अपने मॉडल दिखाने की जल्दी में थे। अंकुर पिछले दिन की अपनी हरकत की माफ़ी माँगने रिया के पास जा ही रहा था कि उसने देखा अचानक रिया का पाँव फिसल गया और उसका ‘पवन-चक्की मॉडल’ ज़मीन पर गिर कर टूट गया।
रिया जो पहले ही अपनी कॉपी फटने को लेकर परेशान थी, मॉडल टूटने के कारण ज़ोर ज़ोर से रोने लगी । सब रिया को चुप कराने में लगे थे, जबकि अंकुर टूटे हुए मॉडल के पुर्ज़े टटोल रहा था। यह क्या! अंकुर तो उसे ठीक करने में लगा था। मिनटों में ही वह मॉडल पहले जैसा दिखने लगा। जैसे ही रिया ने मॉडल को देखा उसकी आँखों में आँसूओ के साथ चमक और चेहरे पर मुस्कान आ गई।

चर्चा की दिशा
मानव मूलत: गलती नहीं करना चाहता। गलती समझ की कमी/ विचारों की अस्पष्टता के कारण होती है। समझ होने से गलती नहीं होती।
विद्यार्थियों का ध्यान इस ओर ले जाना कि एक दूसरे की सहायता करने से आपसी सम्बन्ध मजबूत होते हैं।विचारों की स्पष्टता से गलती होने का एहसास होना और उसे सुधारने का प्रयास भी होता ही है। इस स्थिति में गलती होने के बाद भी संबंध बना रहता है क्योंकि समझ होने से उनका महत्व समझ में आता है।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न:
  • अंकुर ने रिया का मॉडल क्यों जोड़ा?
  • अंकुर की जगह यदि आप होते तो क्या करते?
  • जोड़ने में जो मज़ा है वह तोड़ने में नहीं, चर्चा करें।
  • आप किस किस प्रकार के प्रयास करते हैं जिनसे आपसी संबंधों में मधुरता आ जाये?
घर जाकर देखो, पूछो, समझो (विद्यार्थियों के लिए)
  • आपके घर में विभिन्न सदस्य रिश्तो को मज़बूत करने का क्या क्या प्रयास करते हैं?
  •  वे सदस्य ऐसा क्या क्या करते हैं जिससे घर का वातावरण अच्छा बना रहता है।
  • आपके आस पड़ोस में ऐसेकौन-कौन से लोग हैं जो वहाँ का वातावरण अच्छा बनाने का प्रयास करते हैं? जानने की कोशिश करें कि वे लोग ऐसा क्या क्या करते हैं जिससे आस पड़ोस का वातावरण अच्छा बना रहता है।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

दूसरा दिन

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछ्ले दिन की कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा करवाई जाए। पुनरावृत्ति के लिए एक या कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर शिक्षक कहानी की पुनरावृत्ति में विद्यार्थियों का सहयोग कर सकते हैं ।
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाएँँ हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
  • क्या आपने कभी जानबूझ कर या अनजानें में किसी का नुकसान किया है? उसके नुकसान की कैसे भरपाई हो उसके लिए आपने क्या किया ”? साझा करें।
  • वस्तुओं तथा संबंधों में से आप किसको ज़्यादा महत्व देते हैं? अपने जीवन के उदाहरण द्वारा समझाओ।
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

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  1. फाइनल मैच
  2. उपयोगिता ही सौंदर्य
  3. रूचि की सेवइयाँ
  4. श्रम का महत्व
  5. वीडियो गेम
  6. बुजुर्गो का साथ
  7. घड़ी की टिक टिक
  8. एक बाल्टी पानी
  9. प्राची में बदलाव
  10. पिता को पत्र
  11. दादी बनी टीचर दादी
  12. एक कदम बदलाव की ओर
  13. सच्ची ख़ुशी जोड़ने में है तोड़ने में नहीं
  14. भैया! कुछ भी कठिन नहीं
  15. बिल्लू और गुल्लू
  16. बदलाव कौन करेगा
  17. जली हुई रोटी
  18. गीता मैम से ऊँचा टावर
  19. एक जूता
  20. शिक्षा क्यों
  21. तितली क्यों नहीं उड़ी

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