15. बिल्लू और गुल्लू

उद्देश्य: विद्यार्थियों को सुव्यवस्थित रहने व अपना कार्य स्वयं करने के लिए प्रेरित करना
समय: कम से कम दो दिन अथवा शिक्षक के संतुष्ट होने तक

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।

कहानी:
गुल्लू थोड़ा लापरवाह लड़का था। उसकी माँ उसके खिलौने, कपड़े और किताबें घर में इधर-उधर फैलाने की आदत से बहुत परेशान थी। स्कूल से आकर वह अपने खिलौनों के साथ खेलने के बाद उनको सही जगह पर नहीं रखता था। उसकी माँ उसे समझाती थीं कि वह अपनी चीज़ों को उनके स्थान पर रखे,लेकिन इस बात का उस पर कोई असर नहीं होता।
गुल्लू अपनी लापरवाही के कारण स्कूल भी देर से पहुँचता और इसके लिए उसे डाँट पड़ती। एक दिन उसे स्कूल से सीधे अपने दोस्त बिल्लू के घर जाना पड़ा। पूरे रास्ते वह दोनों जल्दी से जल्दी खाना खा कर खेलने की योजना बना रहे थे। घर पहुँचते ही गुल्लू ने बिल्लू को अपना बस्ता, जूते, स्कूल की वर्दी यथा स्थान पर रखते हुए देखा। उसकी मम्मी ने एक बार भी उसे ये सब करने को नहीं कहा। इसके बाद वह हाथ-मुँह धो कर ही गुल्लू के पास आया। गुल्लू ये सब देख कर बहुत हैरान हो गया और उसने पूछा कि मम्मी के बिना कुछ बोले ही तुमने सारा सामान सही जगह कैसे रखा? मुझे तो हर काम के लिए बहुत डाँट पड़ती है।
बिल्लू ने जवाब दिया, “यह सब तो मैं बहुत समय से कर रहा हूँ। पहले मैं भी अपनी चीज़ों को इधर-उधर फेंक देता था। एक बार मैं अपनी गणित की कॉपी कहीं रखकर भूल गया जिसके कारण मुझे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। तब से मैं अपनी चीज़ों को सही स्थान पर रखता हूँ। अपने सारे छोटे-छोटे काम ख़ुद करता हूँ। मेरी इस आदत से माँ को भी बहुत मदद मिलती है।”

चर्चा की दिशा
विद्यार्थियों को सुव्यवस्थित रहने व अपना कार्य स्वयं करने के लिए प्रेरित करना। विद्यार्थियों का ध्यान परिवार की व्यवस्था को बनाये रखने के लिए एक दूसरे के पूरक बनने की ओर जाए,और वे एक दूसरे के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करें।

पहला दिन:

चर्चा के लिए प्रश्न
  • यदि आप गुल्लू की जगह होते तो क्या करते?
  • आप अपने परिवार में किस -किस का सहयोग करते हैं? और कैसे?
  • क्या आपको व्यवस्थित कक्षा पसन्द है? उस व्यवस्था को बनाए रखने में आपका क्या योगदान है?
  • क्या आप अपने छोटे भाई बहन की फैली हुई वस्तुओं को उनकी सही जगह रखने में उनका सहयोग करते हैं?नहीं, तो क्यों नहीं ,और हाँ तो क्यों?
घर जाकर देखो, पूछो ,समझो (विद्यार्थियों के लिए)
क्या आपके मित्र अपने सामान(बैग, यूनिफार्म और टिफिन आदि) को उपयोग में लाने के बाद उसे सही स्थान पर रखते हैं? देखो वह ऐसा क्या करते हैं जिससे उनका सामान व्यवस्थित रहता है ।

कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

दूसरा दिन

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
  • कक्षा में पिछ्ले दिन की कहानी की पुनरावृत्ति विद्यार्थियों द्वारा करवाई जाए। पुनरावृत्ति के लिए एक या कई विद्यार्थियों से कहानी सुनना, रोल प्ले करना, जोड़े में एक-दूसरे को कहानी सुनाना आदि विविध तरीके अपनाए जा सकते हैं।
  • आवश्यकता पड़ने पर शिक्षक कहानी की पुनरावृत्ति में विद्यार्थियों का सहयोग कर सकते हैं।
  • घर से मिले फीडबैक को विद्यार्थी छोटे समूहों में साझा कर सकते हैं। कुछ विद्यार्थियों को घर के अनुभव कक्षा में साझा करने के अवसर दिए जाएँ।
  • पहले दिन के चर्चा के प्रश्नों का प्रयोग उन विद्यार्थियों के लिए पुनः किया जा सकता है जो पिछले दिन अनुपस्थित रहे हों या समय की कमी के कारण प्रश्नों के उत्तर न दे पाएँँ हों।
चर्चा के लिए कुछ अन्य प्रश्न:
  • आपके घर में कौन सारा सामान(तौलिया,बर्तन, बिस्तर, अख़बार)समेट कर रखता है?क्या आपने कभी उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की है?
  • घर को व्यवस्थित रखने के लिए आप कैसे योगदान देते हैं?
  • आपको व्यवस्था में रहना पसंद है या अव्यवस्था में रहना? ऐसा क्यों?
  • आपके परिवार के कौन-कौन से सदस्य घर के सामान को उपयोग में लाने के बाद उसे सही स्थान पर रखते हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठकर आज की चर्चा के निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

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  1. फाइनल मैच
  2. उपयोगिता ही सौंदर्य
  3. रूचि की सेवइयाँ
  4. श्रम का महत्व
  5. वीडियो गेम
  6. बुजुर्गो का साथ
  7. घड़ी की टिक टिक
  8. एक बाल्टी पानी
  9. प्राची में बदलाव
  10. पिता को पत्र
  11. दादी बनी टीचर दादी
  12. एक कदम बदलाव की ओर
  13. सच्ची ख़ुशी जोड़ने में है तोड़ने में नहीं
  14. भैया! कुछ भी कठिन नहीं
  15. बिल्लू और गुल्लू
  16. बदलाव कौन करेगा
  17. जली हुई रोटी
  18. गीता मैम से ऊँचा टावर
  19. एक जूता
  20. शिक्षा क्यों
  21. तितली क्यों नहीं उड़ी

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