कहानी का उद्देश्य: विद्यार्थियों का ध्यान इस ओर जाए कि सही की समझ न होना कई बार किसी के लिए डराने का आधार बन जाता है और किसी के लिए डर का कारण।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
कहानी:
मोहित पहली कक्षा मे पढ़ता था I कक्षा में वह सबसे लंबा-चौड़ा बच्चा था I कक्षा के सभी बच्चे उसकी सभी बातें मानते थे I सभी को लगता मोहित तो किसी से भी नहीं डरता। मोहित कभी किसी का खाना खा जाता तो कभी किसी बच्चे के पैसे छीन लेता I बच्चे उसके इस व्यवहार से परेशान थे I
दो दिन पहले की ही बात है। मोहित ने सूरज के बैग से टिफ़िन निकालकर सारा खाना खा लिया। वो तो अन्य साथियों ने सूरज के साथ अपना खाना साझा किया, नहीं तो वह भूखा ही रह जाता।
अब एक दिन क्या हुआ कि कहीं से एक चूहा आ गया और पूरी कक्षा मे इधर-उधर फुदकने लगाI फुदकते- फुदकते चूहा मोहित के बैग मे घुस गयाI चूहे को देखकर मोहित चिल्ला कर उछल पड़ा और भागने लगा। मोहित चूहे को देखकर पसीने-पसीने हो गया।
तभी सूरज ने अपने स्कूल बैग में से एक कपड़े का थैला निकालकर मोहित के बैग के खुले भाग की ओर लगा दिया। जैसे ही चूहा उस थैले में आया, उसने थैले का मुँह बंद कर दिया और लेकर चल पड़ा स्कूल के गेट की ओर। आगे-आगे सूरज, पीछे-पीछे बाक़ी बच्चे पर मोहित कक्षा से बाहर ही नहीं निकला। गेट पर जाकर सूरज ने थैला गार्ड अंकल को थमा दिया। उन्होंने स्कूल के बाहर ले जाकर जैसे ही थैले का मुँह खोला, चूहा उछलकर भाग गया।
अगले दिन मोहित कक्षा मे आया तो देखा कुछ बच्चे खाना खा रहे थे। मोहित चुपचाप अपने खाने का डिब्बा लेकर उनके साथ खाने बैठ गया I सभी एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। तभी मोहित बोला, “अरे भाई! मैं भी तो तुम्हारा दोस्त हूँ। आज तुम मेरा खाना भी खा सकते होI”
चर्चा के प्रश्न:
1. सारे बच्चे मोहित की सभी बातें क्यों मान लेते थे?
2. क्या आप को भी किसी से डर लगता है?
3. आपको किस-किस से डर लगता है ?
4. इस घटना के बाद मोहित मे क्या बदला होगा?
5. आप अपने डर को कैसे भगा सकते हो?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठें और अपने निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
चर्चा की दिशा :
कुछ मान्यताओं के कारण या भ्रम-वश हमें डर लगता है, भ्रम ही डर का कारण है। विद्यार्थियों से चर्चा की जा सकती है कि डर क्या है और हम डरते क्यों हैं। शिक्षक भी कोई अपना अनुभव साझा कर सकते हैं जब उन्हें भ्रम-वश डर लगा हो।
घर जाकर देखो, पूछो, समझो (विद्यार्थियों के लिए)
आज हम घर पर बात करेंगे कि किसे किस बात से डर लगता है और क्यों?
-------------------------
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
कहानी:
मोहित पहली कक्षा मे पढ़ता था I कक्षा में वह सबसे लंबा-चौड़ा बच्चा था I कक्षा के सभी बच्चे उसकी सभी बातें मानते थे I सभी को लगता मोहित तो किसी से भी नहीं डरता। मोहित कभी किसी का खाना खा जाता तो कभी किसी बच्चे के पैसे छीन लेता I बच्चे उसके इस व्यवहार से परेशान थे I
दो दिन पहले की ही बात है। मोहित ने सूरज के बैग से टिफ़िन निकालकर सारा खाना खा लिया। वो तो अन्य साथियों ने सूरज के साथ अपना खाना साझा किया, नहीं तो वह भूखा ही रह जाता।
अब एक दिन क्या हुआ कि कहीं से एक चूहा आ गया और पूरी कक्षा मे इधर-उधर फुदकने लगाI फुदकते- फुदकते चूहा मोहित के बैग मे घुस गयाI चूहे को देखकर मोहित चिल्ला कर उछल पड़ा और भागने लगा। मोहित चूहे को देखकर पसीने-पसीने हो गया।
तभी सूरज ने अपने स्कूल बैग में से एक कपड़े का थैला निकालकर मोहित के बैग के खुले भाग की ओर लगा दिया। जैसे ही चूहा उस थैले में आया, उसने थैले का मुँह बंद कर दिया और लेकर चल पड़ा स्कूल के गेट की ओर। आगे-आगे सूरज, पीछे-पीछे बाक़ी बच्चे पर मोहित कक्षा से बाहर ही नहीं निकला। गेट पर जाकर सूरज ने थैला गार्ड अंकल को थमा दिया। उन्होंने स्कूल के बाहर ले जाकर जैसे ही थैले का मुँह खोला, चूहा उछलकर भाग गया।
अगले दिन मोहित कक्षा मे आया तो देखा कुछ बच्चे खाना खा रहे थे। मोहित चुपचाप अपने खाने का डिब्बा लेकर उनके साथ खाने बैठ गया I सभी एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। तभी मोहित बोला, “अरे भाई! मैं भी तो तुम्हारा दोस्त हूँ। आज तुम मेरा खाना भी खा सकते होI”
चर्चा के प्रश्न:
1. सारे बच्चे मोहित की सभी बातें क्यों मान लेते थे?
2. क्या आप को भी किसी से डर लगता है?
3. आपको किस-किस से डर लगता है ?
4. इस घटना के बाद मोहित मे क्या बदला होगा?
5. आप अपने डर को कैसे भगा सकते हो?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठें और अपने निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
चर्चा की दिशा :
कुछ मान्यताओं के कारण या भ्रम-वश हमें डर लगता है, भ्रम ही डर का कारण है। विद्यार्थियों से चर्चा की जा सकती है कि डर क्या है और हम डरते क्यों हैं। शिक्षक भी कोई अपना अनुभव साझा कर सकते हैं जब उन्हें भ्रम-वश डर लगा हो।
घर जाकर देखो, पूछो, समझो (विद्यार्थियों के लिए)
आज हम घर पर बात करेंगे कि किसे किस बात से डर लगता है और क्यों?
-------------------------
- मीठा सेब
- राजू का टिफिन बॉक्स
- ख़ुशबूदार रबड़
- नया दोस्त
- गुठली किसकी?
- नोनी की चोट
- चलो बनाएँ पकौड़े
- रानी की गुड़िया
- भैया का रूमाल
- रिया गई स्कूल
- बड़ी बिल्डिंग
- मेरी गुल्लक
- रंग-बिरंगा दरवाज़ा
- संजू का तौलिया
- बिस्कुट किसका?
- हम लोग
- मैं कर सकता हूँ
- डर भगाओ
- वाणी और लाल गुब्बारा
- मुझे अच्छा लगता है
- टूटी पेंसिल
- जॉय की खुशी
- नन्ही बहन
- मेला
- पेन सेट
No comments:
Post a Comment