कहानी का उद्देश्य:
विद्यार्थियों का ध्यान वस्तुओं के संग्रह की बजाय उनकी उपयोगिता पर जाए।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
कहानी:
पापा जी का बर्थडे!
हाँ, उस दिन ऋचा के पापा जी का बर्थडे था। पापा जी के बचपन के एक दोस्त आए थे। साथ में आंटीजी भी थीं और उनके दोनों बच्चे भी। उन्होंने पापा जी को एक पेन सेट गिफ्ट दिया, जिसमें दो पेन थे। जैसे ही गिफ्ट पापा के हाथ में आया ऋचा ने उनके हाथ से ले लिया।
पापा जी ने कहा, “आप तो पेन्सिल से लिखती हैं, इस पेन का क्या करेंगी?” जब उसने कहा कि उसे वो पेन अच्छे लगे और उन्हें वह संभाल कर रखेगी, उसके किसी विशेष काम का न होते हुए भी, पापा ने अपनी बेटी का मन रखने के लिए वह पेन सेट उसे दे दिया।
इतने सुन्दर पेन पाकर ऋचा बहुत खुश हुई। उसने उन्हें संभाल कर रखा। वह उन्हें रोज़ देखती, पर इस्तेमाल नहीं करती। वो उसके पेन्सिल बॉक्स की सुंदरता बढ़ाते।
कुछ महीने बीत गए। एक दिन पापा जी कुछ लिख रहे थे तो उनके पेन की स्याही ख़त्म हो गई। ऋचा ने देखा कि उन्हें कोई और पेन नहीं मिल रहा था। उसने गिफ्ट वाला पेन सेट उन्हें लिखने के लिए दिया। पर, यह क्या! उसमें से एक की स्याही तो सूख चुकी थी और सेट का दूसरा पेन अटक-अटक कर चल रहा था। खैर, थोड़ी कोशिश के बाद वह चलने लगा।
पापा ने अपना काम करके वह पेन उसे लौटा दिया। पर ऋचा सोच में पड़ गई। थोड़ी देर बाद उसने उन्हें वह पेन देते हुए कहा, “पापा जी, अब यह पेन आप अपने पास ही रख लीजिए।”
चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न:
1. ऋचा ने पेन सुंदर लगने के बावजूद उसे पापा जी को वापस क्यों कर दिया?
2. क्या आपने अपने मम्मी या पापा से कभी कोई चीज पाने की ज़िद की है, जो लेने के बाद आपने इस्तेमाल कम किया हो या न किया हो?
3. आपके पास ऐसी कौन-कौन सी वस्तुएँ हैं जो आपके काम की हैं?
4. आपके पास ऐसी कौन-कौन सी वस्तुएँ हैं जो आपके काम की नहीं हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठें और अपने निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
चर्चा की दिशा :
वस्तुओं का संग्रह महत्वपूर्ण नहीं, उस वस्तु की जीवन मे उपयोगिता क्या है यह महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों से चर्चा की जा सकती है कि अक्सर हम कुछ वस्तुओं का संग्रह करके रखते है और उसकी उपयोगिता हमारे लिए नहीं होती। जबकि वही वस्तु यदि सही समय पर उपलब्ध करा दिया जाए तो किसी दूसरे व्यक्ति के लिए उपयोगी हो सकती है।
घर जाकर देखो, पूछो, समझो (विद्यार्थियों के लिए)
आज हम देखेंगे कि हमारे घर पर कौन-कौन सी ऐसी चीज़ है जिसका कोई उपयोग हमारे लिए नहीं है, पर हमने संभाल कर रखा है।
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कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
कहानी:
पापा जी का बर्थडे!
हाँ, उस दिन ऋचा के पापा जी का बर्थडे था। पापा जी के बचपन के एक दोस्त आए थे। साथ में आंटीजी भी थीं और उनके दोनों बच्चे भी। उन्होंने पापा जी को एक पेन सेट गिफ्ट दिया, जिसमें दो पेन थे। जैसे ही गिफ्ट पापा के हाथ में आया ऋचा ने उनके हाथ से ले लिया।
पापा जी ने कहा, “आप तो पेन्सिल से लिखती हैं, इस पेन का क्या करेंगी?” जब उसने कहा कि उसे वो पेन अच्छे लगे और उन्हें वह संभाल कर रखेगी, उसके किसी विशेष काम का न होते हुए भी, पापा ने अपनी बेटी का मन रखने के लिए वह पेन सेट उसे दे दिया।
इतने सुन्दर पेन पाकर ऋचा बहुत खुश हुई। उसने उन्हें संभाल कर रखा। वह उन्हें रोज़ देखती, पर इस्तेमाल नहीं करती। वो उसके पेन्सिल बॉक्स की सुंदरता बढ़ाते।
कुछ महीने बीत गए। एक दिन पापा जी कुछ लिख रहे थे तो उनके पेन की स्याही ख़त्म हो गई। ऋचा ने देखा कि उन्हें कोई और पेन नहीं मिल रहा था। उसने गिफ्ट वाला पेन सेट उन्हें लिखने के लिए दिया। पर, यह क्या! उसमें से एक की स्याही तो सूख चुकी थी और सेट का दूसरा पेन अटक-अटक कर चल रहा था। खैर, थोड़ी कोशिश के बाद वह चलने लगा।
पापा ने अपना काम करके वह पेन उसे लौटा दिया। पर ऋचा सोच में पड़ गई। थोड़ी देर बाद उसने उन्हें वह पेन देते हुए कहा, “पापा जी, अब यह पेन आप अपने पास ही रख लीजिए।”
चर्चा के लिए प्रस्तावित प्रश्न:
1. ऋचा ने पेन सुंदर लगने के बावजूद उसे पापा जी को वापस क्यों कर दिया?
2. क्या आपने अपने मम्मी या पापा से कभी कोई चीज पाने की ज़िद की है, जो लेने के बाद आपने इस्तेमाल कम किया हो या न किया हो?
3. आपके पास ऐसी कौन-कौन सी वस्तुएँ हैं जो आपके काम की हैं?
4. आपके पास ऐसी कौन-कौन सी वस्तुएँ हैं जो आपके काम की नहीं हैं?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठें और अपने निष्कर्ष के बारे में विचार करें।
चर्चा की दिशा :
वस्तुओं का संग्रह महत्वपूर्ण नहीं, उस वस्तु की जीवन मे उपयोगिता क्या है यह महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों से चर्चा की जा सकती है कि अक्सर हम कुछ वस्तुओं का संग्रह करके रखते है और उसकी उपयोगिता हमारे लिए नहीं होती। जबकि वही वस्तु यदि सही समय पर उपलब्ध करा दिया जाए तो किसी दूसरे व्यक्ति के लिए उपयोगी हो सकती है।
घर जाकर देखो, पूछो, समझो (विद्यार्थियों के लिए)
आज हम देखेंगे कि हमारे घर पर कौन-कौन सी ऐसी चीज़ है जिसका कोई उपयोग हमारे लिए नहीं है, पर हमने संभाल कर रखा है।
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- मीठा सेब
- राजू का टिफिन बॉक्स
- ख़ुशबूदार रबड़
- नया दोस्त
- गुठली किसकी?
- नोनी की चोट
- चलो बनाएँ पकौड़े
- रानी की गुड़िया
- भैया का रूमाल
- रिया गई स्कूल
- बड़ी बिल्डिंग
- मेरी गुल्लक
- रंग-बिरंगा दरवाज़ा
- संजू का तौलिया
- बिस्कुट किसका?
- हम लोग
- मैं कर सकता हूँ
- डर भगाओ
- वाणी और लाल गुब्बारा
- मुझे अच्छा लगता है
- टूटी पेंसिल
- जॉय की खुशी
- नन्ही बहन
- मेला
- पेन सेट
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