4. नया दोस्त

कहानी का उद्देश्य: विद्यार्थी अपने मन में उठने वाले विचारों के प्रति सजग होते हुए सही-ग़लत के बारे में स्वयं विचार करने के लिए प्रेरित हों।

कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।

कहानी:
पार्क में खेलते हुए आदित्य को एक पेड़ के नीचे एक बॉल मिली। आदित्य ख़ुशी से बॉल के साथ खेलने लगा। उसे बहुत मज़ा आ रहा था। थोड़ी देर बाद एक और बच्चा वहाँ आया। उसका नाम इरफ़ान था। वह बहुत परेशान लग रहा था। उसने आदित्य से कहा, "क्या तुमने मेरी बॉल देखी है? वह बिलकुल तुम्हारी बॉल जैसी दिखती है। मैंने कुछ देर पहले वहाँ पेड़ के नीचे रखी थी, पता नहीं कहाँ खो गयी।"
आदित्य सोच में पड़ गया।
शिक्षक बच्चों से प्रश्न करें: आदित्य अब क्या करेगा? आपको क्या लगता है?
एक तरफ़ वह बॉल के साथ खेलना चाहता था। पर उसका मन नहीं मान रहा था। कुछ देर सोचने के बाद वह बोला, "यह तुम्हारी ही बॉल है, मुझे पेड़ के नीचे मिली तो मैं खेलने लगा।"
इरफ़ान बहुत खुश हुआ। उसने आदित्य से कहा - "धन्यवाद दोस्त! क्या तुम मेरे साथ खेलोगे?"
दोनों बच्चे मिलकर बॉल के साथ खेलने लगे। उस दिन आदित्य को बॉल के साथ-साथ नया दोस्त भी मिल गया।
चर्चा के प्रश्न:
  • आदित्य ने इरफ़ान को बॉल क्यों लौटा दी?
  • क्या उसने ठीक किया? आपको ऐसा क्यों लगता है?
  • क्या आपकी कोई खोई वस्तु वापस मिली? कैसे?
  • इरफान ने आदित्य को अपने साथ खेलने के लिए क्यों कहा होगा?
कक्षा के अंत में 1-2 मिनट शांति से बैठें और अपने निष्कर्ष के बारे में विचार करें।

चर्चा की दिशा :
हमारे मन में अलग-अलग प्रकार के विचारों का प्रवाह निरंतर चलता रहता है। यदि हम अपने विचारों के प्रति सजग रहते हैं,तभी हम विचारों का सही मूल्यांकन कर सकते हैं। सही मूल्यांकन के बाद ही हम निर्णय ले पाते हैं कि कौन से विचार सही हैं। हमारे सही विचारों पर ही हमारा सही कार्य और सही व्यवहार निर्भर होता है। स्वयं के विचारों के प्रति सजगता और उनका मूल्यांकन ही समझ का आधार है। विद्यर्थियों से चर्चा की जा सकती है कि कब-कब हम अपने विचारों के प्रति सजग रहते हैं।

घर जाकर देखो, पूछो, समझो (विद्यार्थियों के लिए)
आज हम इस बात पर ध्यान देंगे कि कब-कब मन में आता है कि किसी और की कोई चीज़ मैं ले लूँ या किसी तरह वह मेरे पास आ जाए तो रख लूँ।
अपने-अपने अनुभव अगले दिन साझा करेंगे।

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  1. मीठा सेब
  2. राजू का टिफिन बॉक्स
  3. ख़ुशबूदार रबड़
  4. नया दोस्त
  5. गुठली किसकी?
  6. नोनी की चोट
  7. चलो बनाएँ पकौड़े
  8. रानी की गुड़िया
  9. भैया का रूमाल
  10. रिया गई स्कूल
  11. बड़ी बिल्डिंग
  12. मेरी गुल्लक
  13. रंग-बिरंगा दरवाज़ा 
  14. संजू का तौलिया
  15. बिस्कुट किसका?
  16. हम लोग
  17. मैं कर सकता हूँ
  18. डर भगाओ
  19. वाणी और लाल गुब्बारा
  20. मुझे अच्छा लगता है
  21. टूटी पेंसिल
  22. जॉय की खुशी
  23. नन्ही बहन
  24. मेला
  25. पेन सेट

2 comments:

  1. It is a very nice story based on happiness and how to make friends and to be honest. Great Initiative...

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  2. It's a beautiful story on friendship which tells us that happiness is making new friends. It also help student learn how honesty and kindness leads to happiness.

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