उद्देश्य: विद्यार्थियों का ध्यान विश्वास और सहयोग की भावना की ओर दिलाना।
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं।
शिक्षक के लिए नोट:
विश्वास - संबंधों को बनाये रखने के लिए एक आधार मूल्य है। जब हमें एक दूसरे पर विश्वास होता है तभी हम एक दूसरे के प्रति सम्मान और स्नेह का अनुभव कर पाते हैं। विश्वास होता है तो सम्बन्ध में अच्छा लगता है, ख़ुशी होती है अन्यथा पीड़ा होती है।
सभी संबंधों में विश्वास मूल्य होना परम आवश्यक है। यही मूल मुद्दा है। हम जिसके साथ संबंध पहचान पाते हैं तो उनके साथ विश्वास हो पाता है। जैसे छोटे विद्यार्थी स्कूल के शुरुआत के दिनों में आने से डरते हैं। पर कुछ दिनों बाद जब वह शिक्षक के साथ अपना सम्बन्ध पहचान पाते हैं तो उन्हें शिक्षक पर विश्वास होता है कि वे उनका ध्यान रखेंगे।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
क्या करें, क्या न करें:
आज घर जाकर इस गतिवधि को अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ करके देखें और कल अपना अनुभव कक्षा में साझा करें।
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आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं।
शिक्षक के लिए नोट:
विश्वास - संबंधों को बनाये रखने के लिए एक आधार मूल्य है। जब हमें एक दूसरे पर विश्वास होता है तभी हम एक दूसरे के प्रति सम्मान और स्नेह का अनुभव कर पाते हैं। विश्वास होता है तो सम्बन्ध में अच्छा लगता है, ख़ुशी होती है अन्यथा पीड़ा होती है।
सभी संबंधों में विश्वास मूल्य होना परम आवश्यक है। यही मूल मुद्दा है। हम जिसके साथ संबंध पहचान पाते हैं तो उनके साथ विश्वास हो पाता है। जैसे छोटे विद्यार्थी स्कूल के शुरुआत के दिनों में आने से डरते हैं। पर कुछ दिनों बाद जब वह शिक्षक के साथ अपना सम्बन्ध पहचान पाते हैं तो उन्हें शिक्षक पर विश्वास होता है कि वे उनका ध्यान रखेंगे।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- 8 से 10 विद्यार्थियों के समूह बनाकर पंक्तियों में बिठा लें।
- अब एक पंक्ति को खड़ा होने के लिए कहें। पहले विद्यार्थी को इल्ली का सिर बनाएँ और उसके पीछे अन्य विद्यार्थी अपने सामने वाले की कमर पकड़कर इल्ली के शरीर का निर्माण करेंगे।
- इल्ली का सिर बना विद्यार्थी अपनी आंखे खोल कर चलेगा।
- इल्ली का शरीर बने विद्यार्थी अपनी आँखों को बंद रखेंगे।
- अब इल्ली कक्षा में धीरे-धीरे चलेगा। सभी विद्यार्थी कमर पकड़कर साथ में धीरे-धीरे चलेंगे। इल्ली का सिर बना विद्यार्थी इस बात का ध्यान रखेगा कि शरीर बने साथी कहीं टकराए नहीं। (पंक्ति के अन्य विद्यार्थियों को भी इल्ली का सिर बनने का अवसर दें।)
- इस गतिविधि को एक-एक समूह बारी-बारी से करेगा।
- जब आप आँख बंद किये हुए थे, तो आपको डर लग रहा था या भरोसा था कि आप ठीक से यह गतिविधि कर पाएँगे?
- क्या आपने अपनी आँखे बीच में खोलीं? यदि खोलीं तो क्यों?
- जो विद्यार्थी इल्ली का सिर बना था उसे कैसा लग रहा था? मज़ा आ रहा था या डर लग रहा था?
- अगर डर लग रहा था तो क्यों लग रहा था? (किसी को चोट ना पहुँच जाए, इसलिए?)
- आप क्या बनना चाहेंगे इल्ली का सिर या शरीर? क्यों?
- क्या अपने किसी काम के लिए आप अपने किसी साथी पर भरोसा करते हैं? क्यों या क्यों नहीं?
क्या करें, क्या न करें:
- जो विद्यार्थी इल्ली का सिर बने वह थोड़ा कठिन रास्ता ले ताकि गतिविधि में मज़ा आये। पर रास्ता खतरनाक न हो।
- आवश्यकता पड़ने पर शिक्षक इल्ली के सिर बने हुए विद्यार्थी को रास्ता चुनने में मदद करे।
- शिक्षक विद्यार्थियों के साथ चले ताकि किसी भी विद्यार्थी को चोट न लगे।
आज घर जाकर इस गतिवधि को अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ करके देखें और कल अपना अनुभव कक्षा में साझा करें।
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- नमस्कार (Hello)
- हम सब एक समान
- अगर न हो तो
- आओ सुनें और करें
- मैं भी हूँ कलाकार
- ग़लती तो सब से हो जाती है
- ग़ुस्सा अच्छा या बुरा
- मेरी नोट-बुक
- सही और गलत
- सुन्दर-सा घर बनायेंगे
- हवाई जहाज़ उड़ाएंगे
- अनोखी चादर
- गुप्त संदेश
- आओ बातें करें उनकी
- हमारी ज़रूरतें
- काल्पनिक गेंद (Imaginary Ball)
- मित्र चित्र
- आओ जोड़ते चलें
- इल्ली (caterpillar)
- भावों की पहचान
- मैं क्या नहीं
- आया आंटी सबसे अच्छी
- हम हैं अच्छे
- आओ डर साझा करें
- धन्यवाद करें हम सबका
- खोया कार्ड
- पहचान कौन?
- सुरक्षित द्वीप
- मुझे पहचानो
- मुझमें क्या बदला पहचानो
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