गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों को अपनी भावनाओं से परिचित कराना।
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं।
शिक्षक के लिए नोट :
हमारे अंदर कई प्रकार के भाव होते हैं। उन्हें पहचानने के लिए हमें थोड़ा रुक कर सोचना होता है या ध्यान देना होता है। ध्यान देने पर हम अपने भाव को पकड़ पाते हैं। उस भाव का हमारे आस-पास के वातावरण पर भी असर पड़ता है। खुश होते हैं तो ख़ुशी से ही प्रस्तुत होते हैं। ख़ुशी से प्रस्तुत होते हैं तो सामने वाला भी ख़ुशी महसूस करता है। अगर हम परेशान होते हैं तो परेशानी ही बांटते हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
क्या करें, क्या ना करें:
शिक्षक कई प्रकार के भावों का उदाहरण ले कर विद्यार्थियों के लिए भाव स्पष्ट करें।
करके देखें :
आज घर जाकर अपने परिवार के सभी सदस्यों से पूछें कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं और उसका कारण क्या है। अगली हैप्पीनेस क्लास में हम अपने अनुभव साझा करेंगे।
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आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं।
शिक्षक के लिए नोट :
हमारे अंदर कई प्रकार के भाव होते हैं। उन्हें पहचानने के लिए हमें थोड़ा रुक कर सोचना होता है या ध्यान देना होता है। ध्यान देने पर हम अपने भाव को पकड़ पाते हैं। उस भाव का हमारे आस-पास के वातावरण पर भी असर पड़ता है। खुश होते हैं तो ख़ुशी से ही प्रस्तुत होते हैं। ख़ुशी से प्रस्तुत होते हैं तो सामने वाला भी ख़ुशी महसूस करता है। अगर हम परेशान होते हैं तो परेशानी ही बांटते हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की प्रक्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- विद्यार्थियों से अपने बारे में साझा करें कि आप आज कैसा महसूस कर रहे है - “मैं आज बहुत खुश हूँ। या आज मैं सुस्ती महसूस कर रहा/रही हूँ।”
- विद्यार्थियों से ख़ुशी, सुस्ती, भूख, शर्म जैसे भावों के बारे में संक्षिप्त में बात करें।
- अब विद्यार्थियों से कहें कि जिन्हें भी ख़ुशी महसूस हो रही है वे clap clap clap बोलते हुए ताली बजाएँ।
- ‘क्या आपको नींद आ रही है/ सुस्त महसूस कर रहे हैं?’ अब अपनी आँखों को बिना छुए उसे मलने का अभिनय करें।
- यदि आपको भूख लग रही है तो दोनो हाथ पेट पर रखें।
- इसी प्रकार अनेक भावों को क्रिया रूप में (with actions) व्यक्त करवाएँ।
- एक बार फिर सभी भावों को क्रिया के साथ दोहरायें।
- क्या हम रोज़ एक जैसा महसूस करते हैं? क्यों या क्यों नहीं?
- क्या आप जैसा महसूस कर रहे होते हैं उसी भाव (feeling) के अनुसार बातचीत करते हैं? जैसे जब खुश होते हैं तो दूसरे से खुश हो कर ही बात करते हैं या उदास होकर? या जब आप उदास होते हैं तो दूसरे के साथ उदास होकर बात करते हैं या ख़ुशी से?
- क्या मम्मी या पापा आप का चेहरा देख कर ही समझ जाते हैं कि आप खुश हैं या दुखी? कैसे/ क्यों?
क्या करें, क्या ना करें:
शिक्षक कई प्रकार के भावों का उदाहरण ले कर विद्यार्थियों के लिए भाव स्पष्ट करें।
करके देखें :
आज घर जाकर अपने परिवार के सभी सदस्यों से पूछें कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं और उसका कारण क्या है। अगली हैप्पीनेस क्लास में हम अपने अनुभव साझा करेंगे।
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- नमस्कार (Hello)
- हम सब एक समान
- अगर न हो तो
- आओ सुनें और करें
- मैं भी हूँ कलाकार
- ग़लती तो सब से हो जाती है
- ग़ुस्सा अच्छा या बुरा
- मेरी नोट-बुक
- सही और गलत
- सुन्दर-सा घर बनायेंगे
- हवाई जहाज़ उड़ाएंगे
- अनोखी चादर
- गुप्त संदेश
- आओ बातें करें उनकी
- हमारी ज़रूरतें
- काल्पनिक गेंद (Imaginary Ball)
- मित्र चित्र
- आओ जोड़ते चलें
- इल्ली (caterpillar)
- भावों की पहचान
- मैं क्या नहीं
- आया आंटी सबसे अच्छी
- हम हैं अच्छे
- आओ डर साझा करें
- धन्यवाद करें हम सबका
- खोया कार्ड
- पहचान कौन?
- सुरक्षित द्वीप
- मुझे पहचानो
- मुझमें क्या बदला पहचानो
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