गतिविधि का उद्देश्य: मिलजुल कर काम करके समस्या का समाधान निकालने की क्षमता को विकसित करना।
आवश्यक सामग्री: किसी विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं।
शिक्षक के लिए नोट: साथ में मिल कर काम करने से एक दूसरे को और अच्छे से जानने का मौका मिलता है। अगर हम मिल कर सोचें तो हर समस्या का समाधान आसानी से मिल जाता है। इससे आपस में ताल-मेल बढ़ता है, मित्रता बढ़ती है। कुल मिलाकर अच्छा लगता है, ख़ुशी का वातावरण निर्मित होता है। ऐसे अनुकूल वातावरण से विद्यार्थियों का विद्यालय में, पढ़ाई में, कक्षा में, दोस्तों व शिक्षकों के साथ मन लगता है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
क्या करें, क्या न करें:
गतिविधि के दौरान विद्यार्थी बिना हाथ छोड़े एक गाँठ लगाएँगे यहाँ शिक्षक ध्यान रखे कि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की चोट न लगे।
करके देखें:
घर जाकर माता पिता या परिवार के अन्य सदस्यों से पूछें कि वो रोज़ किन-किन समस्याओं का सामना करते हैं और उनका हल कैसे निकालते हैं। अपने अनुभव अगली हैप्पीनेस क्लास में साझा करें।
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शिक्षक के लिए नोट: साथ में मिल कर काम करने से एक दूसरे को और अच्छे से जानने का मौका मिलता है। अगर हम मिल कर सोचें तो हर समस्या का समाधान आसानी से मिल जाता है। इससे आपस में ताल-मेल बढ़ता है, मित्रता बढ़ती है। कुल मिलाकर अच्छा लगता है, ख़ुशी का वातावरण निर्मित होता है। ऐसे अनुकूल वातावरण से विद्यार्थियों का विद्यालय में, पढ़ाई में, कक्षा में, दोस्तों व शिक्षकों के साथ मन लगता है।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण:
- कक्षा के सभी विद्यार्थियों को 10- 10 के समूह में बाँटे।
- एक बार में एक ही समूह यह गतिविधि करे तथा अन्य सभी विद्यार्थी गतिविधि को ध्यान से देखें।
- समूह में से तीन विद्यार्थियों को दीवार की तरफ मुंह करके खड़े होने के लिए कहें।
- समूह के बाकी सभी विद्यार्थी एक दूसरे का हाथ पकड़ कर गोलाकार में खड़े हो जाएं।
- गोलाकार में खड़े विद्यार्थियों को बिना हाथ छोड़े आपस में घुल मिलकर, गोलाकार को उलझाना होगा।
- विद्यार्थी एक दूसरे के हाथों के नीचे से निकलकर एक गाँठ बना लें या यूँ कहें कि गोलाकार को उलझा लें।
- जब तक संभव हो हाथों के नीचे से निकलते हुए गाँठ को उलझाते जाएं।
- अब दीवार की ओर मुँह किए विद्यार्थियों को कहें कि अब वे आकर बाक़ी विद्यार्थियों के, बिना हाथ छुड़ाये उनके द्वारा बनाई गई गाँठ को खोलने का प्रयास निर्देश देते हुए करे।
- यदि कोई विद्यार्थी हाथ छोड़ता है तो गतिविधि को दुबारा शुरू करें।
- इसी प्रकार से यह गतिविधि कक्षा के अन्य समूहों के साथ भी दोहराई जाए।
- समस्या को सुलझा कर आपको कैसा लगा?
- समस्या को सुलझाने मे आपको कहाँ-कहाँ दिक़्क़तें आयीं? उन्हें कैसे सुलझाया?
- अकेले हल करना ज़्यादा आसान रहता या इस तरह मिलजुल कर करना ज़्यादा ठीक रहा?
क्या करें, क्या न करें:
गतिविधि के दौरान विद्यार्थी बिना हाथ छोड़े एक गाँठ लगाएँगे यहाँ शिक्षक ध्यान रखे कि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की चोट न लगे।
करके देखें:
घर जाकर माता पिता या परिवार के अन्य सदस्यों से पूछें कि वो रोज़ किन-किन समस्याओं का सामना करते हैं और उनका हल कैसे निकालते हैं। अपने अनुभव अगली हैप्पीनेस क्लास में साझा करें।
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- नमस्कार (Hello)
- हा-हा ही-ही हो-हो
- मेरा शरीर
- हाथ ऊपर नीचे
- तुम में मुझ में क्या समान?
- सुनो और कूदो
- साथी और बॉल
- मेरी नोट-बुक
- जुगलबंदी (Duet)
- सुपर स्माइल (Super Smile)
- दर्पण (mirror)
- एक नई चुनौती
- पहचानो और छूओ
- काल्पनिक गेंद (Imaginary Ball)
- अंगुलियों को जोड़ें (Join the fingers)
- मेरी स्माइली
- मुझे ऐसा लगता है
- मेरी आवाज़
- इल्ली (caterpillar)
- पहचान कौन? (Guess Who?)
- कार एवं ड्राईवर
- रूको और चलो (Freeze and Melt)
- संतुलन (Balance)
- गौर करें और बताएँ
- आओ सुलझाएँ उलझन
- उल्टा – पुल्टा
- मुझमें क्या बदला पहचानो
- साथी की अच्छी बात
- उनकी तरह अभिनय करें
- क्या ग़ायब, क्या नया?
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