गतिविधि का उद्देश्य: विद्यार्थियों में यह भावना उत्पन्न करना कि वे सभी एक समान हैं।
आवश्यक सामग्री: एक प्याला या कटोरी, पानी में घुलने वाला रंग और साबुन
शिक्षक के लिए नोट:
हमारा ध्यान आपसी समानताओं पर होने से, हम एक दूसरे से ज़्यादा जुड़ा हुआ (connected) महसूस करते हैं।
हम सब कैसे समान हैं?
हम सभी मानव शरीर रूप में समान हैं; हम सभी के पास दो आँख, एक नाक, दो कान इत्यादि हैं। हम सभी किसी न किसी परिवार में जन्म लेते हैं। हमारा परिवार एक मोहल्ले में रहता है। हमारा मोहल्ला एक गांव/शहर में होता है। हमारा गाँव/शहर एक प्रदेश में होता है… इत्यादि।
शरीर में रंग, रूप के आधार पर भिन्नताएं भी होती हैं। ये भिन्नताएं हमारे भौगोलिक परिस्थितियों के कारण होती हैं। इससे कोई कम-ज़्यादा नहीं होता। ये भिन्नताएं केवल एक दूसरे को दो अलग इकाइयों (entities) के रूप में पहचानने के अर्थ में होती हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण :
क्या करें और क्या न करें:
आज घर जाकर अपने दोस्तों और भाई बहन के साथ शीशे मे देखें कि आप दोनों मे क्या क्या समानता है और अगले दिन अपने अनुभव साझा करें।
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आवश्यक सामग्री: एक प्याला या कटोरी, पानी में घुलने वाला रंग और साबुन
शिक्षक के लिए नोट:
हमारा ध्यान आपसी समानताओं पर होने से, हम एक दूसरे से ज़्यादा जुड़ा हुआ (connected) महसूस करते हैं।
हम सब कैसे समान हैं?
हम सभी मानव शरीर रूप में समान हैं; हम सभी के पास दो आँख, एक नाक, दो कान इत्यादि हैं। हम सभी किसी न किसी परिवार में जन्म लेते हैं। हमारा परिवार एक मोहल्ले में रहता है। हमारा मोहल्ला एक गांव/शहर में होता है। हमारा गाँव/शहर एक प्रदेश में होता है… इत्यादि।
शरीर में रंग, रूप के आधार पर भिन्नताएं भी होती हैं। ये भिन्नताएं हमारे भौगोलिक परिस्थितियों के कारण होती हैं। इससे कोई कम-ज़्यादा नहीं होता। ये भिन्नताएं केवल एक दूसरे को दो अलग इकाइयों (entities) के रूप में पहचानने के अर्थ में होती हैं।
कक्षा की शुरुआत 2-3 मिनट श्वास पर ध्यान देने की क्रिया से की जाए।
गतिविधि के चरण :
- कक्षा के सभी विद्यार्थियों को दो-दो के समूह में बाँटें।
- सभी विद्यार्थियों को एक-एक कागज़ दिया जाए।
- समूह के दोनो विद्यार्थी आएं और अपने हाथों पर रंग लगाएँ।
- अब दोनों विद्यार्थियों को कहा जाए कि वे दोनों एक ही काग़ज़ पर अपने हाथों की छाप लगाएँ।
- उन कागज़ों को दीवार पर प्रदर्शित करें।
- दोनों हाथों की आकृतियों को देखकर आपको कैसा लगा?
- आपको यह जानकर कैसा लगा कि आप और आपके दोस्त के में कई समानताएं है?
- आप के शरीरों में क्या-क्या एक जैसा हैं बताइये?
- आपके अंगों के कार्यों में क्या समानता है?
क्या करें और क्या न करें:
- कोशिश करें कि ऐसे रंग का इस्तेमाल करें जो आसानी से धुल सके।
- सफ़ाई सुनिश्चित करने के लिए विद्यार्थियों के हाथ धुलवाने हेतु कक्षा में साबुन, तौलिया और बाल्टी रख सकते हैं।
- विद्यार्थियों के हाथ ख़ुद स्पर्श करके धुलवाएँ, इससे विद्यार्थियों और आप में अपनेपन का भाव बढ़ेगा।
आज घर जाकर अपने दोस्तों और भाई बहन के साथ शीशे मे देखें कि आप दोनों मे क्या क्या समानता है और अगले दिन अपने अनुभव साझा करें।
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- नमस्कार (Hello)
- हा-हा ही-ही हो-हो
- मेरा शरीर
- हाथ ऊपर नीचे
- तुम में मुझ में क्या समान?
- सुनो और कूदो
- साथी और बॉल
- मेरी नोट-बुक
- जुगलबंदी (Duet)
- सुपर स्माइल (Super Smile)
- दर्पण (mirror)
- एक नई चुनौती
- पहचानो और छूओ
- काल्पनिक गेंद (Imaginary Ball)
- अंगुलियों को जोड़ें (Join the fingers)
- मेरी स्माइली
- मुझे ऐसा लगता है
- मेरी आवाज़
- इल्ली (caterpillar)
- पहचान कौन? (Guess Who?)
- कार एवं ड्राईवर
- रूको और चलो (Freeze and Melt)
- संतुलन (Balance)
- गौर करें और बताएँ
- आओ सुलझाएँ उलझन
- उल्टा – पुल्टा
- मुझमें क्या बदला पहचानो
- साथी की अच्छी बात
- उनकी तरह अभिनय करें
- क्या ग़ायब, क्या नया?
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